Last Updated on 6 December 2022, 11:51 PM IST | Armed Forces Flag Day 2022: सरकार ने साल 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का निर्णय लिया. 07 दिसंबर, 1949 से शुरू हुआ यह सफर आज तक जारी है.

सशस्त्र सेना झंडा दिवस का इतिहास (History of Armed Forces Flag Day)
भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 28 अगस्त 1949 को एक समिति का गठन किया गया था. समिति ने हर साल 7 दिसंबर को झंडा दिवस मनाने का फैसला किया. यह दिन मुख्य रूप से लोगों को झंडे बांटने और उनसे धन इकट्ठा करने के लिए मनाया जाता है. देश भर में लोग धन के बदले में तीन सेवाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लाल, गहरे नीले और हल्के नीले रंग में छोटे झंडे और कार के झंडे वितरित करते हैं.
Armed Forces Flag Day 2022 [Hindi]: 07 दिसंबर, 1949 से शुरू हुआ यह सफर आज तक जारी है. आजादी के तुरंत बाद सरकार को लगने लगा कि सैनिकों के परिवार वालों की भी जरूरतों का ख्याल रखने की आवश्यकता है और इसलिए उसने 07 दिसंबर को झंडा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. इसके पीछ सोच थी कि जनता में छोटे-छोटे झंडे बांट कर दान अर्जित किया जाएगा जिसका फायदा शहीद सैनिकों के आश्रितों को होगा. शुरूआत में इसे झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता था लेकिन 1993 से इसे सशस्त्र सेना झंडा दिवस का रूप दे दिया गया.
■ Also Read: Happy Independence Day In Hindi: जानिए स्वतंत्रता दिवस का इतिहास
सशस्त्र सेना झंडा दिवस का महत्व
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हुए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य है. पहला युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग, दूसरा सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग करना और तीसरा सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण के लिए खर्च करना.
Armed Forces Flag Day 2022: यह 1949 से 7 दिसम्बर को भारत में हर साल मनाया जाता है
सशस्त्र सेना झंडा दिवस या झंडा दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों के कल्याण हेतु भारत की जनता से धन-संग्रह के प्रति समर्पित एक दिन है। यह 1949 से 7 दिसम्बर को भारत में प्रतिवर्ष मनाया जाता है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर हुए धन संग्रह के तीन मुख्य उद्देश्य है-
1- युद्ध के समय हुई जनहानि में सहयोग
2-सेना में कार्यरत कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण और सहयोग हेतु
3-सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवार के कल्याण हेतु
इस दिवस पर धन-संग्रह सशस्त्र सेना के प्रतीक चिन्ह झंडे को बाँट कर किया जाता है। इस झंडे में तीन रंग (लाल, गहरा नीला और हल्का नीला) तीनों सेनाओं को प्रदर्शित करते है।

Also Read: Putin India Visit: 28 सूत्रीय समझौता, 10 वर्षीय रक्षा सहयोग कार्यक्रम तय
क्यों दिए जाते हैं लाल और नीले रंग के झंडे
देशभर में सैन्य बलों के लिए गए धन संग्रह के बदले लाल, गहरे नीले और हल्के नीले रंग के झंडे दिए जाते हैं. ये तीनों रंग तीनों भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना का प्रतीक हैं.