
सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम” का रहस्य- सतनाम जाप और मीराबाई की सच्ची भक्ति
“सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम” – यह प्रसिद्ध भजन पंक्ति एक गहरी आध्यात्मिक विधि की ओर इशारा करती है। इसका शाब्दिक अर्थ है कि मैं अपनी सांसों की माला पर अपने पी (प्रिय) का नाम सुमिरन करता हूं, यानि हर सांस के साथ अपने परम प्रिय भगवान का नाम जपता हूं।…