World Population Day 2020 Hindi: विश्व जनसंख्या दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में बढ़ रही जनसंख्या के प्रति लोगों को जागरूक करना है ताकि विश्व का हर एक व्यक्ति बढ़ती जनसंख्या की ओर ध्यान दे और जनसंख्या को रोकने में अपनी भूमिका निभाए।

विश्व जनसंख्या दिवस मनाने की शुरुआत 11 जुलाई 1989 को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालक परिषद द्वारा की गई। उसी दिन से 11 जुलाई को प्रत्येक वर्ष यह दिवस मनाया जाने लगा। उस समय पूरी दुनिया की आबादी लगभग 500 करोड़ थी। इस दिन लोगों को जनसंख्या पर नियंत्रण रखने के लिए जागरूक किया जाता है।
World Population Day Essay-वर्तमान में विश्व की जनसंख्या
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वर्तमान में आई एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व की कुल जनसंख्या 777 करोड़ है। वर्तमान में जनसंख्या के मामले में चीन के बाद भारत की स्थिति अब विश्व में दूसरे नंबर पर बरकरार है। विशेषज्ञों ने ये चिंता जताई है कि अगर भारत में जनसंख्या की दर इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो 2030 तक भारत विश्व में प्रथम स्थान पर आ जायेगा।
वर्तमान में भारत की जनसंख्या
संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने पूर्वानुमान में यह कहा है कि 2025 से 2030 के बीच में भारत जनसंख्या के मामले में चीन से आगे निकल जाएगा। और इसी बीच भारत की आबादी 1 अरब 65 करोड़ से अधिक हो जाएगी। और दुनिया की आबादी 8 अरब 14 करोड़ से अधिक हो जाएगी। अगले पांच साल में बढकर 800 करोड़ हो जाएगी पूरी दुनिया की आबादी, भारत की स्थिति भी हैं काफी चिंताजनक
जनसंख्या वृद्धि को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने जताई चिंता
संयुक्त राष्ट्र संघ ने ये अनुमान लगाया है कि सन 2023 तक पूरी दुनिया की आबादी लगभग 8 अरब और 2056 तक 10 अरब से अधिक हो जाएगी। जो कि दुनिया के लिए बेहद चिंताजनक है।
वर्तमान में नाइजीरिया सबसे तेज गति से जनसंख्या वृद्धि कर रहा है, सन 2050 तक नाइजीरिया अमेरिका को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। दुनियाभर में बुजुर्गों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जबकि सन 1950 में बुजुर्गों से ज्यादा संख्या में युवा थे।
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जब दुनिया की आबादी लगभग 5 अरब से अधिक हो गई थी, तब जनसंख्या वृद्धि को रोकने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया और जनसंख्या दिवस को मनाने का निर्णय लिया गया था।
World Population Day History in Hindi-विश्व जनसंख्या दिवस इतिहास
जनसंख्या दिवस को पहली बार 11 जुलाई 1989 को मनाया गया। इस दिन इसे 90 से अधिक देशों में मनाया गया था। तब से कई देश के कार्यालयों, अन्य संगठनों और संस्थानों ने सरकारों और नागरिक समाज के साथ साझेदारी में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया। विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर लोगों को जनसंख्या वृद्धि की वजह से होने वाली हानि तथा भविष्य में आने वाले संकट के प्रति लोगों को आगाह किया जाता है।
विश्व जनसंख्या दिवस 2020 थीम
इस वर्ष जनसंख्या दिवस की थीम विशेष रूप से कोरोना महामारी के समय में दुनियाभर में महिलाओं और लड़कियों के स्वास्थ्य और अधिकारों की सुरक्षा पर आधारित है। श्रम बाजार में भी प्राय: महिलाओं की सुरक्षा के उपायों को खास तवज्जो नहीं दिया जाता। खासकर काम पर जाने वाली महिलाएं अक्सर असुरक्षित माहौल में काम करती हैं।
तथा अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती। हालांकि कोरोना संकट के दौरान महिलाएं इसके आर्थिक प्रभावों से अत्यधिक प्रभावित हुई हैं। दुनियाभर में लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं अपने श्रम के माध्यम से अनौपचारिक रूप से अर्थव्यवस्था में योगदान देती हैं, ऐसे में उन पर पड़ रहे आर्थिक प्रभाव की वजह से भी गरीबी बढ़ने का खतरा है।
विश्व जनसंख्या दिवस 2020 Activities Hindi
विश्व जनसंख्या दिवस पर जागरूकता फैलाने के लिए रोड शो, नुक्कड़ नाटक तथा अन्य कई तरीके के विभिन्न समाजिक कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं व सभाओं का आयोजन किया जाता हैं।
संख्या की दृष्टि से वर्तमान में चीन और भारत दुनिया में सबसे आगे है.
दुनिया भर में बढ़ रही जनसंख्या विश्व के कई देशों के सामने एक बहुत बड़ी समस्या का रूप ले चुकी है। खासकर विकासशील देशों में जनसंख्या का विस्फोट होना एक गंभीर चिंता का विषय है। इस दिन लोगों को परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, मानवाधिकार और मातृत्व स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाती है।
विश्व की आधी आबादी दुनिया के सिर्फ 9 देशों में निवास करती है। UN का अनुमान है कि 2017 से 2050 तक भारत, पाकिस्तान, इथियोपिया, नाइजीरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, तंजानिया, इंडोनेशिया और युगांडा में जनसंख्या वृद्धि में इजाफा होगा। और इसी बीच अफ्रीका की आबादी 2050 तक दोगुनी हो जाएगी।