ऑन लाइन गेम या युवाओं के कीमती समय को खत्म करने वाला खतरनाक ज़हर

ऑन लाइन गेम या युवाओं के कीमती समय को खत्म करने वाला खतरनाक ज़हर

ऑनलाइन गेम की लत ऐसा धीमा ज़हर है जो न केवल शारीरिक बल्कि सामाजिक, मानसिक, आर्थिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिप्रद है। साइबर बुलिंग (Cyber bullying), Webcam, मालवेयर (Malware) के ज़रिए निजी प्राइवेसी की समस्याएँ पैदा करने वाले ये online game नशे की तरह काम करते हैं। शानदार लाइफ़स्टाइल की चाहत में, देश के अधिकतर युवा बिना मेहनत के रातोंरात अमीर बनने का ख्वाब लिए, ऑनलाइन गेम खेलकर अपना समय और धन बर्बाद कर रहे हैं। अपेक्षित इच्छाएँ पूरी न होने पर बढ़ती कुंठा (frustration), अवसाद (depression), तनाव, सामजिक तटस्थता (social aloofness) युवा वर्ग को पतन की राह पर ले जाती है। पैसों के नुकसान और कर्ज़ के कारण आत्महत्या करने के मामले भी सामने आते हैं। ऑनलाइन सट्टेबाजी आधुनिक चलन का जुआ ही है। जुआ यानि सत्यानाश। जुआ सर्वनाश का मूल है। पैसा कमाने के लालच में सट्टेबाजी की साइटों का प्रचार करते और ऐसी साइटों में पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित करने वाली हस्तियाँ अपने प्रशंसकों के विश्वास व जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।

ऑन लाइन गेम की लत से उत्पन्न समस्याओं से संबंधित मुख्यबिंदु

  • बिना मेहनत के रातोंरात अमीर बनने का ख्वाब लिए, देश के अधिकतर युवा घंटों ऑनलाइन गेम खेलकर अपना समय और धन बर्बाद कर रहे हैं।
  • फ़्रीमियम (Freemium) के ज़रिए लगी ऑनलाइन गेम की यह लत एक धीमा ज़हर है।
  • ऑनलाइन गेम शारीरिक, सामाजिक, मानसिक, आर्थिक स्वास्थ्य के लिए हानिप्रद है। 
  • ऑनलाउन गेमिंग से साइबर बुलिंग (Cyber bullying), Webcam, मालवेयर (Malware) के ज़रिए निजी प्राइवेसी की समस्याएँ पैदा होती हैं।
  • ऑनलाइन गेम से पैसों के नुकसान और कर्ज़ के कारण आत्महत्या करने के मामले भी सामने आते रहे हैं।
  • वास्तव में ऑनलाइन गेम आधुनिक चलन का जुआ है। जुआ यानि सर्वनाश। जाने-माने खिलाड़ी भी इनमें पैसा निवेश करने की सलाह देकर, युवा वर्ग को प्रेरित कर गुमराह करने के लिए ज़िम्मेदार हैं।
  • भौतिक इच्छाओं की पूर्ति सतभक्ति से ही संभव है। 
  • मनुष्य जन्म का मिलना अत्यंत दुर्लभ है। मनुष्य शरीर केवल मोक्ष प्राप्ति के लिए मिला है। हमें अपना कीमती समय व्यर्थ न करके, सच्चे व पूर्ण गुरू से शास्त्रों के अनुकूल सतभक्ति प्राप्त करके अपना कल्याण करवाना चाहिए। 

ऑन लाइन गेम या युवाओं के कीमती समय को खत्म करने वाला खतरनाक ज़हर

शानदार लाइफ़स्टाइल की चाहत में, देश के अधिकतर युवा बिना मेहनत के रातोंरात अमीर बनने का ख्वाब लिए ऑनलाइन गेम खेलकर अपना कीमती समय और धन बर्बाद कर रहे हैं। ऑनलाइन गेम की लत ऐसा धीमा ज़हर है जो न केवल शारीरिक बल्कि सामाजिक, मानसिक, आर्थिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिप्रद है। साइबर बुलिंग (Cyber bullying), Webcam, मालवेयर (Malware) के ज़रिए निजी प्राइवेसी की समस्याएँ पैदा करने वाले ये online game नशे की तरह काम करते हैं। फ़्रीमियम (Freemium) के ज़रिए लगी ऑनलाइन गेम की लत से पैसों के नुकसान और कर्ज़ के कारण आत्महत्या करने के मामले भी सामने आते हैं। अपेक्षित इच्छाएँ पूरी न होने पर बढ़ती कुंठा (frustration), अवसाद (depression), तनाव, सामजिक तटस्थता (social aloofness) युवा वर्ग को पतन की राह पर ले जाती है। मानव जीवन बेशकीमती है। मनुष्य शरीर केवल मोक्ष प्राप्ति के लिए मिला है। इस शरीर में मिले समय का सदुपयोग करते हुए सच्चे गुरू से प्राप्त करके, सत्भक्ति करने से इस लोक के सभी संसारिक सुख और परलोक में मोक्ष, दोनों मिलते हैं।

 “राम नाम कड़वा लागे, मीठे लागें दाम। दुविधा में दोनों गए, माया मिली न राम।“

ऑनलाइन गेम की दुनिया में है सिर्फ अवसाद और तनाव

ब्लैक मेलिंग, गेम न छोड़ने के लिए धमकाना जैसी साइबर बुलिंग (Cyber bullying) का बच्चों के कोमल मन पर बहुत असर पड़ता है। हैकर्स के लिए Webcam के ज़रिए डिवाइसेज़ पर कब्ज़ा करना बहुत आसान होता है। Google Play पर उपलब्ध सभी गेम सुरक्षित नहीं होते। डाउनलोड करते ही वे सिस्टम में एडवेयर और ट्रोजन्स  जैसे मालवेयर (Malware)  छोड़कर लैपटॉप या पीसी पर अपना कब्ज़ा जमा लेते हैं। अधिकतर ऑनलाइन गेम्स फोटो गैलरी, कॉन्टैक्ट लिस्ट और माइक्रोफ़ोन का एक्सेस मांगते हैं। सोशल नेचर वाली गेम्स में बहुत सी निजी चैटिंग होती है, आईडी और पासवर्ड भी शेयर कर दिए जाते हैं। निजी प्राइवेसी की समस्याएँ पैदा करने वाले ये online game नशे की तरह काम करते हैं। शानदार लाइफ़स्टाइल की चाहत में, देश के अधिकतर युवा रातोंरात अमीर बनने का ख्वाब लिए ऑनलाइन गेम खेलकर अपना समय और धन बर्बाद कर रहे हैं। There is no shortcut to Success. अपेक्षित इच्छाएँ पूरी न होने पर बढ़ती कुंठा (frustration), अवसाद (depression), तनाव, सामजिक तटस्थता (social aloof anxiety) युवा वर्ग को पतन की राह पर ले जाती है। पैसों के नुकसान और कर्ज़ के कारण आत्महत्या करने के मामले भी सामने आते हैं। 

जुए के कल्चर को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान है रमी कल्चर, पोकर तथा 3 पत्ती जैसे गेमों का

ऑनलाइन सट्टेबाजी आधुनिक चलन का जुआ ही है। भारत में जुआ बैन है किंतु ऑनलाइन गेमिंग एक ग्रे एरिया है। विंजो (Winzo), रमी कलचर (Rummy culture), पोकर (poker), 3 पत्ती, ड्रीम 11 जैसी अनेकों ऑनलाइन सट्टेबाजी की साइटों में शामिल होने वाले यूज़र्स की संख्या में लगातार इजाफ़ा हो रहा है। सुलभ आँकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या 455 मिलियन थी और वर्ष 2024 में इसके 491 मिलियन होने का अनुमान है। ऑनलाइन गेमिंग में इस तरह लोगों की बढ़ती दिलचस्पी का एक कारण यह भी है कि कई जानी-मानी हस्तियाँ, क्रिकेट खिलाड़ी जिन्हें हमारा युवा वर्ग अपना रोल मॉडल मानता है, वे सट्टेबाजी की साइटों का ज़ोर-शोर से प्रचार करते दिखाई देते हैं और ऐसी साइटों में पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित करते हैं। आइकॉन माने जाने वाले ये अभिनेता, खिलाड़ी तो धड़ाधड़ अपनी जेबें भर रहे हैं किंतु मासूम, भोला-भाला युवा वर्ग इनकी बातों में आकर अपने जीवन का नाश कर रहे हैं। जुआ यानि सत्यानाश। इतिहास साक्षी है कि महाभारत का युद्ध जुए की ही देन था। जिसमें करोड़ों लोग मारे गए, बहनें विधवा हुई, बच्चे अनाथ हुए। न युधिष्ठर ने जुआ खेला होता, न पाँडव हारते, न द्रोपदी का चीर-हरण होता और न ही महाभारत का युद्ध होता। युवाओं को विवेक से काम लेना होगा, समझना होगा कि सट्टेबाजी का प्रचार कर रही इन नामचीन हस्तियों ने मेहनत और बुद्धि से पैसा और नाम कमाया है, न कि सटटेबाजी के द्वारा। यह प्रश्न भी उठता है कि अपने प्रशंसकों के भरोसे का नाजायज़ लाभ उठाकर, सट्टेबाजी की साइटों में शामिल होने के लिए प्रेरित कर उन्हें गुमराह करने वाले ये आइकॉनिक रोल मॉडल हकीकत में उनके कितने हितैषी हैं? जो अंधाधुंध पैसा कमाने की लालसा में वे अपने प्रशंसकों के जीवन से खेलने में तनिक नहीं हिचकिचाते।

ब्लू व्हेल जैसे “मौत के खेल” ने लीली हैं कई जिंदगियां

कोविड काल में लॉकडाउन के दौरान ब्लू व्हेल खेल (Blue whale game) द्वारा मचाई तबाही जनसाधारण को याद ही होगी। यहाँ तक कि आखिरकार भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना मंत्रालय ने 2017 में एडवाइज़री जारी कर इसे (आत्महत्या का खेल) आत्महत्या के लिए उकसाने वाला बताया। “Blue whale game (The suicide game) is abetment to suicide.” https://www.meity.gov.in/advisory-blue-whale-challenge-game जनता को आगाह किया। एडवेंचर खेल माने जाने वाली इस गेम के कारण हजारों बच्चों ने जान गंवाई थी। कहने के लिये 50-दिन की अवधि के इस खेल में खिलाड़ी को अनेक खतरनाक टास्क दिए जाते हैं जैसे छत से कूदना, गहरी खाई में छलांग लगाना, हाथ काटना इत्यादि, जिसकी अंतिम चुनौती में खिलाड़ी को आत्महत्या करने को बोला जाता है। 

शारीरिक व मानसिक खेलों से होता है विकास, पर आधुनिक काल के इस तथाकथित ऑनलाइन खेल में छुपा है विनाश

मनोरंजन के लिए तथा शारीरिक व मानसिक विकास के लिए चौगान, घुड़दौड़, रस्साकसी, व्यायाम, दौड़, कबड्डी, कुश्ती, मलखम्ब, शतरंज, बौद्धिक पहेलियां इत्यादि प्रकार के अनेक खेल हैं। जिनसे मानसिक तथा शारीरिक विकास होता है। विश्व स्तर के खेलकूद में देश का नाम भी रोशन होता है। वर्तमान समय का कुछ युवा वर्ग ऑनलाइन गेमों की दुनिया मे इतना खो चुका है कि उसे शारीरिक तथा बौद्धिक विकास से कोई लेना देना ही नहीं है।

समय का सदुपयोग अर्थात मनुष्य जीवन को सार्थक करना

  • मनुष्य जीवन का एकमात्र उद्देश्य है- जन्म मृत्यु के चक्र से मोक्ष पाना। मनुष्य भले ही अरबों-खरबों जमा कर ले, अंत समय में खाली हाथ ही जाता है। “सब उठ गए जहां से जो दुनिया के वाली थे, सिकन्दर जब चला दुनिया से, तो दोनों हाथ खाली थे।
  • कर्मयोग का पालन करते हुए अपने निर्वाह के लिए कार्य करना ज़रूरी तो है पर उसके साथ सत्भक्ति करने से संसारिक कार्य सरलता से संपन्न होते हैं।
  • जीवन अनिश्चित है, केवल मृत्यु ही निश्चित है। इस सुनहरे अवसर को हाथ से न जाने दें। 

“मानुष जन्म पाय कर जो नहीं रटे हरि नाम, जैसे कुँआ जल बिना, बनवाया क्या काम।” 

अपने समय का सदुपयोग करते हुए, पूर्ण व सत्य गुरू से शास्त्रों में प्रमाणित सतभक्ति प्राप्त करके हम मोक्ष पा सकते हैं। आज इस पृथ्वी पर संत रामपाल जी महाराज एकमात्र सतगुरू हैं जो शास्त्रों में प्रमाणित सत्य भक्ति प्रदान कर रहे हैं। उनसे दीक्षा लेकर व उनके बताए अनुसार भक्ति करके सब लोग सुखी, शांतिमय जीवन जी सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए सुनें http://www.jagatgururampalji.org/

Audio Books इस ऑडियो बुक को सुनने के लिए Download करें “SANT RAMPAL JI MAHARAJ App”। 

समय का सदुपयोग करें, सतभक्ति करें, पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर मनुष्य जन्म को सार्थक बनाएँ।

“मानव जन्म दुर्लभ है, मिले न बारम्बार।

जैसे तरूवर से पत्ता टूट गिरे, बहुरि न लगता डार।।“

ऑन लाइन गेम या युवाओं के कीमती समय को खत्म करने वाला खतरनाक ज़हर से संबंधित से FAQ

Q.1 य़ुवा वर्ग में ऑनलाइन गेम के प्रति इतना आकर्षण क्यों है?

Ans.इज़ी मनी की लालसा बनी लत। और, निजी स्वार्थ के लिए इन साइटों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते युवा वर्ग के आइकॉनिक रोल मॉडल।

Q.2 ऑनलाइन गेम के दलदल में युवा कैसे फँसते हैं?

Ans. फ़्रीमियम (Freemium) के ज़रिए।

Q.3 फ़्रीमियम (Freemium) क्या है?

Ans. “फ़्री और “प्रीमियम” फ़्रीमियम, एक बिज़नेस मॉडल है। पहले तो आपको फ़्री गेम खेलने का मौका दिया जाएगा। लेकिन जैसे ही आपका इसमें इंटरेस्ट आएगा, पूरा गेम खेलने के लिए फीस मांगी जाएगी। गेम शुरू करने से पहले ही ऑनलाइन बिजनेस करने वाली कंपनियां, यूज़र से पेमेंट डिटेल ले लेती हैं और फ़्री गेम का समय समाप्त होते ही उनके अकाउंट से पैसे काट लेती हैं। कई बार यूज़र ध्यान भी नहीं देता और उसके अकाउंट से पैसे कटते रहते हैं।

Q.4 ऑनलाइन गेम से पैसे की हानि और कर्ज़ में डूबना कैसे संभव है?

Ans. ऑनलाइन बिजनेस करने वाली कंपनियां, फ्रीमियम के तहत गेम शुरू करने से पहले ही यूज़र से पेमेंट डिटेल ले लेती हैं और फ़्री गेम का समय समाप्त होते ही उसके अकाउंट से पैसे काट लेती हैं। माइक्रो- ट्रांज़ेक्शन के माध्यम से थोड़ा-थोड़ा करके काफ़ी राशि इन गेमों में खर्च हो जाती है। गेम में व्यस्त यूज़र अनेक बार ध्यान भी नहीं देता और उसके अकाउंट से पैसे कटते रहते हैं।

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Q.5 ऑनलाइन गेम से क्या हानियाँ होती हैं?

Ans. घंटों मोबाइल फ़ोन, पीसी, लैपटॉप पर बैठे रहने से कमर, नज़र, पाचन संबंधी शारीरिक, कुंठा (frustration), अवसाद (depression), तनाव जैसी मानसिक, पैसों के नुकसान और कर्ज़ जैसी आर्थिक, सामजिक तटस्थता (social aloofness) जैसी सामाजिक हानियाँ चंद उदाहरण हैं।

Q.6 ऑनलाइन गेम को धीमा ज़हर कहना कितना उचित है?

Ans. ऑनलाइन गेम ऐसा धीमा ज़हर है जो यूज़र के जीवन की अमूल्य वस्तु — समय, को नष्ट कर देता है जिसकी भरपाई होनी असंभव है। मनुष्य जीवन बेशकीमती है, जन्म मृत्यु के चक्कर से छुटकारा पाने का अवसर है।ऑनलाइन साइटों पर ऑनलाइन गेम खेलकर, बिना मेहनत के पैसा कमाने की मृगतृष्णा मानव जीवन को समाप्त कर देती है।

Q.7 ऑनलाइन गेम का विकल्प क्या है?

Ans. ऑनलाइन गेम में समय व्यर्थ करना मनुष्य जीवन को व्यर्थ करने तुल्य है। संत रामपाल जी महाराज जी से सत्य भक्ति प्राप्त करके सतभक्ति करें, अपना कल्याण कराएँ, मोक्ष पाएँ और इहलोक व परलोक के सुख प्राप्त करें। 

4 thoughts on “ऑन लाइन गेम या युवाओं के कीमती समय को खत्म करने वाला खतरनाक ज़हर

  1. Bahut acha likha hua h. Sach me hamari yuva peedi pr bht bura asar ho rha h games ka. Jagrukta ki aavashyakta h.

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