आज हम आप को dowry free India के बारे में विस्तार से बताएँगे. हम निम्लिखित बिंदियो पर चर्चा करेंगे.
- Dowry free India
- Dowry System in India
- Dowry Essay in Hindi–दहेज प्रथा पर निबंद
- what is dowry-दहेज क्या है?
- Causes of dowry-दहेज के कारण
- Dowry free states in India
- disadvantages of the dowry system-दहेज प्रथा के नुकसान
- Dowry System Quotes in Hindi
- Dowry deaths in India in Hindi
Dowry free India
जब भी हम दहेज (Dowry) का नाम सुनते है तो हमारे मन मष्तिक में एक ही प्रसन्न उत्पन होता है की आखिर कब भारत दहेज मुक्त बनेगा. हमारी सरकारे dowry free India बनाने के अनेको यत्न कर रहे है.
Dowry System in India
अगर हम बात करे dowry system in India की तो यह भारत में बहुत ही घातक है. लाखो परिवार दहेज के कारण हर साल उजड़ जाते है. बात करें अगर हम dowry system in india की तो, इसमें हम यह पाते है की विवाह के दौरान दुहन के घर वालो को दुल्हे के घर वालो को घर का सामान देना होता है, जिसके पीछे यह तर्क दिया जाता है की यदि हम विवाह के दौरान अधिक दहेज देते है तो हमारी बेटी सुखी रहेगी.
Dowry Essay in Hindi-दहेज प्रथा पर निबंद
Dowry Essay in Hindi: दहेज प्रथा, जिसमें दुल्हन के परिवार को दूल्हे के परिवार को नकदी के रूप में उपहार और कीमती चीजें देना शामिल है, समाज में दहेज़ प्रथा की काफी हद तक समाज द्वारा निंदा की जाती है लेकिन कुछ लोगों का यह भी मानना है कि इसका अपना महत्व है और लोग अभी भी इसका अनुसरण कर रहे हैं.
कई लोगों का यह भी तर्क हैं कि जो लड़कियां दिखने में अच्छी नहीं होती वे दूल्हे की वित्तीय मांगों को पूरा करके शादी कर लेती हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज भी लड़कियों को बोझ के रूप में देखा जाता है और जैसे ही वे बीस वर्ष की उम्र पार कर लेती हैं उनके माता-पिता चिंता बढती जाती है तथा उनकी प्राथमिकता यही रहती है कि वे उनकी शादी कर दें। ऐसे मामलों में भारी दहेज देना और यह बुरी प्रथा उन लोगों के लिए वरदान जैसी होती है जो अपनी बेटियों के लिए दूल्हा खरीदने में सक्षम हैं।
What is dowry-दहेज क्या है?
आइये अब जानते है की आखिर दहेज़ प्रथा (what is dowry) क्या है? दहेज-प्रथा बहुत पुरानी प्रथा है। इतिहास के मुताबित त्रेता युग मे श्रीराम जी को राजा जनक ने बहुत धन-द्रव्य आदि दहेज-स्वरूप भेंट किये थे। इस के बाद फिर कलयुग में तो इस प्रथा ने अपने पेरो को बढ़ाकर चकित ही कर दिया है। परिणामस्वरूप आज यह अत्यधिक चर्चित ओर निंदित राष्टीय समस्या बनकर सामने आई है.
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What is dowry-दहेज क्या है?: दहेज का अर्थ है जो सम्पत्ति, विवाह के समय वधू के परिवार की तरफ़ से वर को दी जाती है। दहेज को उर्दू में जहेज़ कहा जाता हैं। यूरोप, भारत, अफ्रीका और दुनिया के अन्य देशो में दहेज प्रथा का लंबा इतिहास है। आज के आधुनिक समय में भी दहेज़ प्रथा नाम की बुराई सभी जगह फैली हुई है। पिछड़े भारतीय समाज में दहेज़ प्रथा अभी भी विकराल रूप में है।
Causes of dowry-दहेज के कारण
दहेज प्रथा का कारण क्या है? (Causes of dowry) दहेज़ का कारण यह बताया जाता है कि आज हमारा समाज पुरुष प्रधान समाज है। इस आधार पर आज नारी को पुरुष के सामने हीन और कमज़ोर समझा जाता है। नारी की इस हीनता को दूर करने और उसे पुरुष के समकक्ष सम्मान दिलाने हेतु पुरुष को नारी पक्ष की और से दहेज-(दान) दिया जाता है। दहेज देने की इस प्रक्रिया में स्वार्थ ने ऐसी गुसपेठ कर ली है कि आज दहेज (दान) तो एक बली-देवी के समान बन गया है। इसलिये भारात की बेटिया आए दिन दहेज रूपी राक्षस की बलि चढ़ रही है।
Dowry free states in India
आज Dowry free states in India की दोड़ में भारत के 2 राज्य राजस्थान व मध्यप्रदेश सबसे आगे है. आये दिन हम खबरों में राजस्थान व मध्यप्रदेश हुए दहेज मुक्त विवाह के बारे में पढ़ते व देखते है. जिनमें से संत रामपाल जी महाराज के शिष्य व शिष्याओ ने अपनी समाज में एक अलग ही पहचान छोड़ी है.
- राजस्थान
- मध्यप्रदेश
दहेज़मुक्त विवाह
दहेज मुक्त विवाह की बात की जाए तो इस लिस्ट में सबसे उपर नाम आता है संत रामपाल जी के शिष्यों का आता है, मीडिया रिपोर्ट्स और खबरों के मुताबित संत रामपाल जी के सानिध्य में अभी तक हजारो की संख्या में दहेज़ मुक्त विवाह हो चुके है. संत रामपाल जी के शिष्य दावा करते है की यदि संत रामपाल जी से दीक्षा लेकर पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति की जाए तो समाज से सभी बुराइयां समाप्त हो जाएगी. संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में हुए दहेज मुक्त विवाह को रमैनी कहा जाता है.
Disadvantages of the Dowry System-दहेज प्रथा के नुकसान
वर्तमान में आप देख ही रहे हो कि दहेज प्रथा के कारण महिलाओं का कितना शोषण हो रहा है उनको कितना प्रताड़ित किया जा रहा है। आए दिन खबरों में आता रहता है कि
- दहेज के लिए लड़के वालों वालों ने लड़की को जिंदा जलाकर मार डाला
- दहेज़ ना देने या कम दहेज़ के कारण महिला को घर से बाहर निकाल दिया जाता है
- इससे आप सीधा अनुमान लगा सकते है कि लोगों की मानसिकता उनकी सोचने की शक्ति कितने हद तक नीचे गिर गई है.
- लड़कियों के साथ भेदभाव – दहेज प्रथा के कारण लड़कियों का उन्हीं के परिवार में उनसे भेदभाव किया जाता है क्योंकि लोग उन्हें पराया धन मानते है.
दहेज प्रथा के कारण जब भी किसी परिवार में लड़की पैदा हो जाती है तो लोग खुश होने की वजह सहम जाते है क्योंकि उनको चिंता सताती रहती है कि अब इसके विवाह के लिए दहेज कहां से लाएंगे। दहेज का यह विकराल रूप हम बढ़ते हुए देख रहे है, जिसके कारण आए दिन लड़कियों का शोषण होता रहता है।
Dowry System Quotes & Slogan in Hindi
दहेज़ लेना और देना एक पाप है
Dowry System Quotes & Slogan in Hindi
दहेज़ नहीं यह पैसा है, क्या आपका चरित्र भी ऐसा है
Dowry System Quotes
चलो एक अभियान चलाये, भारत को दहेज़ मुक्त बनाए
Dowry System Quotes in Hindi
दहेज़ के है बहुत नुकसान, दूल्हा दुल्हन एक समान
Dowry System Quotes & Slogan in Hindi
समाज के तरीको ने ही बनाया हैं बेटी को पराया, दहेज़ हो या कन्या भ्रूणहत्या अपनों ने ही कहर हैं बरसाया
Dowry deaths in India in Hindi
भारत में दहेज से संबंधित मौत (deaths) के मामले चिंता का विषय बन गये हैं. एक अध्ययन से था राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो से प्राप्त आंकड़े से यह पता चलता है कि दहेज से संबंधित हत्या के मामले महिलाओं की हत्या के सभी मामलों के 40 से 50 प्रतिशत हैं और इसमें 1999 से 2016 के दौरान एक स्थिर प्रवृत्ति देखी गयी है. इसके अनुसार, ‘‘भारत सरकार द्वारा 1961 में कानून लागू करने के बावजूद दहेज की प्रवृत्ति रुकी नहीं है. यह चलन देशभर में जारी है और महिला हत्या के मामलों में दहेज हत्या के मामलों की बड़ी हिस्सेदारी है.”