G20 Summit 2023 in Hindi | दिल्ली में कब और कहाँ होगी जी20 समिट और जानिये इसकी थीम और लोगो

G20 Summit 2023 in Hindi जी20 समिट में दिल्ली कब से कब तक बंद है

G20 Summit 2023 in Hindi | जी20 शिखर सम्मेलन 9 सितंबर को भारत की राजधानी नई दिल्ली में शुरू होने वाला है। दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में सदस्य देशों और अतिथि देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे। जिसके केंद्र बिंदु में कई आर्थिक सुधारों पर विचार-विमर्श शामिल होंगे। वहीं इस ग्लोबल समिट को देखते हुए दिल्ली व केंद्र सरकार की ओर से तैयारियां जोरों पर की गई हैं। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं और इस बड़े आयोजन को देखते हुए दिल्ली सरकार की ओर से राजधानी दिल्ली में तीन दिनों के लिए लॉकडाउन लगाने का भी एलान किया गया है। चलिए जानते हैं जी20 के विषय में अक्सर पूंछे जाने वाले सवालों के जबाब

Table of Contents

G20 Summit 2023 in Hindi : मुख्यबिन्दु

  • भारत कर रहा 18वें G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी
  • राजधानी नई दिल्ली में 9 से 10 सितंबर को होगा जी20 का शिखर सम्मेलन
  • जी20 समिट को लेकर दिल्ली में किये गए सुरक्षा के कड़े इंतजाम
  • 8-10 सितंबर को रहेगी दिल्ली बंद
  • 17वें जी20 शिखर सम्मेलन बाली (इंडोनेशिया) में भारत को अगले एक साल के लिए जी20 की अध्यक्षता के लिए चुना गया था।
  • आगामी 2024 के जी20 समिट की अध्यक्षता करेगा ब्राजील

भारत कर रहा 18वें जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी

बीते साल इंडोनेशिया के बाली में हुए 17वें जी20 के शिखर सम्मेलन में भारत को 18वें जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit in Hindi) की मेजबानी सौंपी गई थी। जिसके बाद से यानि 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास जी20 की अध्यक्षता है। भारत की मेजबानी में G20 शिखर सम्मेलन 2023 का मुख्य कार्यक्रम 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होगा। जिसमें 29 राष्ट्राध्यक्षों के साथ-साथ यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों और आमंत्रित अतिथि देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है।

जी20 समिट 2023 में शामिल होने वाले देश

G20 Summit 2023 in Hindi : जी20 ग्रुप के सभी 19 देश व यूरोपीय संघ के साथ ही कुछ अतिथि देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों को अपनी बैठकों और शिखर सम्मेलन में आमंत्रित करने की जी20 की परंपरा के हिस्से के रूप में भारत ने अतिथि देश के रूप में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को आमंत्रित करने का फैसला किया है।

यह भी पढ़ें: National Sports Day [Hindi]: क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय खेल दिवस, क्या है इसका इतिहास और थीम?

इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र संघ (UN), IMF, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), WTO, ILO, FSB और OECD जैसे नियमित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और क्षेत्रीय संगठनों AU, AUDA-NEPAD और ASEAN, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA), CDRI (आपदा के लिए गठबंधन) और एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक) को अतिथि आईओ के रूप में शामिल किया जाएगा।

G20 Summit 2023 in Hindi : कब और कहाँ होगा?

जी20 शिखर सम्मेलन राजधानी नई दिल्ली में ITPO कन्वेंशन सेंटर, प्रगति मैदान के ‘भारत मंडपम’ में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम 9 और 10 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। प्राथमिक शिखर सम्मेलन स्थल भारत मंडपम के अलावा, विदेशी प्रतिनिधि राष्ट्रीय राजधानी के राजघाट, आईएआरआई (भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान) पूसा और एनजीएमए (नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट, जयपुर हाउस) जैसे प्रमुख स्थानों का भी दौरा करेंगे।

G20 शिखर सम्मेलन का पूरा कार्यक्रम

  • 3-6 सितंबर: चौथी शेरपा बैठक
  • 5-6 सितंबर: वित्त प्रतिनिधियों की बैठक
  • 6 सितंबर: संयुक्त शेरपाओं और वित्त प्रतिनिधियों की बैठक
  • 9-10 सितंबर: जी20 शिखर सम्मेलन में मंत्रियों की बैठक, मुख्य कार्यक्रम
  • 13-14 सितंबर: वाराणसी में चौथी सतत वित्त कार्य समूह की बैठक
  • 14 -16 सितंबर: मुंबई में वित्तीय समावेशन के लिए वैश्विक भागीदारी की चौथी बैठक
  • 18-19 सितंबर: रायपुर में चौथी फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप की बैठक

G20 Summit 2023 in Hindi: तीन दिन बंद रहेगी राजधानी दिल्ली

वहीं दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर एलान किया है कि दिल्ली में होने वाले जी20 समिट के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सभी दुकानें 8 से 10 सितंबर तक बंद रहेंगी। नोटिस में कहा गया है कि “नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली जिले में कार्यरत दुकानों, वाणिज्यिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के सभी नियोक्ता 08/09/2023 से 10/09/2023 तक अपनी दुकानें, वाणिज्यिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रखेंगे और अपने कर्मचारियों/श्रमिकों को सवैतनिक अवकाश प्रदान करेंगे।”

G20 समिट 2023 का लोगो (Logo)

जी20 लोगो (G20 Summit 2023 Logo) भारत के राष्ट्रीय ध्वज से प्रेरित है और इसमें ‘तिरंगा’ का जीवंत रंग यानी केसरिया, सफेद, हरा और नीला शामिल है। पृथ्वी के साथ सफेद हरे और नीले रंग के कमल का सहज संयोजन लोगो की सुंदरता को बढ़ाता है। ऐसे समय में, जब जलवायु परिवर्तन से जीवन, संपत्ति और संसाधनों को गंभीर नुकसान हो रहा है, लोगो में पृथ्वी पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण चुनने की तात्कालिकता की याद दिलाती है। वहीं जी20 (G20 Summit in Hindi) के लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में ‘भारत’ लिखा हुआ है।

G20 Summit 2023 की थीम

अंतर्राष्ट्रीय जी20 शिखर सम्मेलन का 2023 का विषय (G20 Summit 2023 Theme) “वसुधैव कुटुंबकम” या “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य (“Vasudhaiva Kutumbakam” or “One Earth, One Family, One Future)” है। यह एक प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत पाठ, महा उपनिषद से लिया गया है। यह विषय, जो वैश्विक एकता का संदेश देता है, यह अंतर्राष्ट्रीय समूह के लिए एक आदर्श नारा है। यह LiFE (Lifestyle for Environment/पर्यावरण के लिए जीवनशैली) की अवधारणा पर भी प्रकाश डालता है और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ और जिम्मेदार विकल्पों का प्रतीक है। ये विकल्प न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रासंगिक हैं।

G20 Summit 2023 in Hindi: G20 क्या है?

सन् 1999 में स्थापित, ग्रुप ऑफ़ ट्वेंटी (G20) एक संघ है जिसमें दुनिया की बीस सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएँ शामिल हैं। इसकी स्थापना के पीछे मुख्य उद्देश्य एक ऐसा मंच बनाना था, जहां महत्वपूर्ण औद्योगिक और विकासशील अर्थव्यवस्थाएं वैश्विक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता से संबंधित मामलों पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हो सकें। इसका कोई मुख्यालय नहीं है।

Also Read: G20 Summit 2023 India: Theme, Schedule, Agenda, Restrictions

जी20 में सदस्य देश कौन कौन हैं?

G20 Summit 2023 in Hindi : जी20 समूह में 19 अलग-अलग देश – अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ जोकि यूरोपीय देशों का समूह है, शामिल हैं। वहीं जी20 राष्ट्र सामूहिक रूप से वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का लगभग 85%, विश्वव्यापी व्यापार का 75% से अधिक और वैश्विक आबादी का लगभग दो-तिहाई हिस्सा रखते हैं।

G20 Summit 2023 in Hindi: जी20 कैसे काम करता है?

जी20 समिट पर केंद्र सरकार की वेबसाइट के अनुसार, 2007 के वैश्विक आर्थिक और वित्तीय संकट के मद्देनजर जी20 को राज्य और सरकार के प्रमुखों के स्तर पर अपग्रेड किया गया था और और 2009 में, इसे “अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच” नामित किया गया था। जी20 के भीतर, दो समवर्ती ट्रैक हैं: फाइनेंस ट्रैक और शेरपा ट्रैक। वित्त ट्रैक का नेतृत्व वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों द्वारा किया जाता है, जबकि शेरपा ट्रैक का मार्गदर्शन वित्त ट्रैक के बाद शेरपाओं द्वारा किया जाता है। शेरपा की ओर से जी20 प्रक्रिया का समन्वय सदस्य देशों के शेरपाओं द्वारा किया जाता है, जो नेताओं के निजी दूत होते हैं।

आगामी वर्षों में G20 की अध्यक्षता कौन करेगा?

G20 प्रेसीडेंसी एक वर्ष की अवधि में जी20 एजेंडा की देखरेख करती है और शिखर सम्मेलन की मेजबानी की भूमिका निभाती है। वर्ष 2022 में इंडोनेशिया ने, 2023 में भारत और 2024 में ब्राजील और 2025 में जी20 की अध्यक्षता दक्षिण अफ्रीका करेगा।

G20 Summit 2023 in Hindi: भारत की प्राथमिकता क्या है?

  • हरित विकास, जलवायु वित्त और पर्यावरण के लिए जीवनशैली (LiFE)
  • त्वरित, समावेशी और लचीला विकास
  • एसडीजी (Sustainable Development Goals/सतत विकास लक्ष्य) पर प्रगति में तेजी लाना
  • तकनीकी परिवर्तन और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना
  • 21वीं सदी के लिए बहुपक्षीय संस्थाएँ
  • महिला नेतृत्व वाला विकास

संत रामपाल जी के तत्वज्ञान से पूरे विश्व में होगी शांति

आज पूरी दुनिया में शांति व सुख का नामोनिशान नहीं है। काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, राग-द्वेष, हर्ष-शोक, लाभ-हानि, मान-बड़ाई रूपी अवगुण प्रत्येक मानव को परेशान किए हुए हैं। सरकारें, राष्ट्राध्यक्ष और कई अंतर्राष्ट्रीय संगठन पूरे विश्व में शांति लाने, जलवायु परिवर्तन व पर्यावरणीय समस्या को समाप्त करने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं। किंतु उनका यह प्रयत्न सफल नहीं हो पा रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण भारत में चल रही मणिपुर हिंसा, रूस-यूक्रेन युद्ध हैं। 

परंतु विश्व प्रसिद्ध समाज सुधारक जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज का प्रयत्न पूर्णतः सफल रहा है। उनके द्वारा बताये जाने वाले परमात्मा के विधान व तत्वज्ञान के परिणामस्वरूप उनके अनुयायी किसी भी तरह की बुराई नहीं करते, न ही जातीय व धार्मिक भेदभाव करते और परमात्मा द्वारा प्रदत्त प्राकृतिक संसाधनों को मानव हित में उपयोग करते हैं, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे और जलवायु परिवर्तन की समस्या उत्पन्न न हो इस ओर हमेशा कार्यरत रहते हैं। जिससे पूरे विश्व में एक बार पुनः सुख व शांति होगी।

पूरी दुनिया को संत रामपाल जी महाराज का संदेश

विश्व प्रसिद्ध समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी कहते हैं हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आदि अनेकों धर्मों, पंथों व जातियों के सर्व मनुष्य एक प्रभु के बच्चे हैं। जो इन्हें भिन्न-भिन्न मानता है, वह अज्ञानी है। इसलिए हमें जाति-धर्म का भेदभाव किये बिना आपस में प्रेम पूर्वक रहना चाहिए, जिससे समाज, देश व विश्व में शांति कायम रहे। सतगुरु रामपाल जी महाराज बताते हैं :

जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा।
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।।
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई।
आर्य, जैनी और बिश्नोई, एक प्रभु के बच्चे सोई।।
कबीर, अलख इलाही एक है, नाम धराया दोय।
कहै कबीर दो नाम सुनि, भरम परो मति कोय।। 
कबीर, एक वस्तु के नाम बहु, लीजै वस्तु पहिचान। 
नाम पक्ष नहीं कीजिये, सार तत्व ले जान।।
कबीर, सब काहू का लीजिये, सांचा शब्द निहार। 
पक्षपात ना कीजिये, कहै कबीर विचार।।
कबीर, राम कबीरा एक है, दूजा कबहू ना होय।
अंतर टाटी कपट की, तातै दीखे दोय।।

G20 Summit 2023 in Hindi : FAQ

जी20 शिखर सम्मेलन 2023 की मेजबानी किस देश ने की? 

उत्तर:- भारत ने

जी20 समिट 2023 का मुख्य कार्यक्रम कब और कहाँ हुआ?

उत्तर:- जी20 शिखर सम्मेलन 2023 का मुख्य कार्यक्रम 9-10 सितंबर को दिल्ली के ‘भारत मंडपम’ में होगा।

जी20 समिट 2022 का मेजबान देश कौन था?

उत्तर:- इंडोनेशिया

जी20 समिट 2024 और 2025 की अध्यक्षता कौन देश करेगा?

उत्तर:- ब्राजील 2024 में और दक्षिण अफ्रीका 2025 में जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा।

G20 का मुख्यालय कहां है?

उत्तर:- G20 का कोई मुख्यालय नहीं है।

साल 2023 के G20 का आयोजन कौन सा मंत्रालय कर रहा है?

उत्तर:- भारत सरकार का वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय

भारत में हो रहे G20 समिट के लिए थीम क्या है?

उत्तर:- जी20 समिट 2023 की थीम “वसुधैव कुटुंबकम या एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य (Vasudhaiva Kutumbakam or One Earth, One Family, One Future)” है।

जी20 समिट 2023 के लिए दिल्ली कब से कब तक बंद रहेगी?

उत्तर:- 8-10 सितंबर को

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *