Pervez Musharraf Death News [Hindi]: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज ने कहा दुनिया को अलविदा, दुबई में ली अंतिम सांस

Pervez Musharraf Death News परवेज ने कहा दुनिया को अलविदा

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (सेवानिवृत्त) का लंबी बीमारी के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है। पाकिस्तान मीडिया जियो न्यूज ने उनके निधन की जानकरी दी है।

79 साल की उम्र में हुआ निधन

पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से उनके निधन की जानकारी दी है। पूर्व राष्ट्रपति जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को दुबई के एक अस्पताल में 79 साल की उम्र में निधन हो गया है।

पिछले आठ सालों से दुबई में रह रहे थे Pervez Musharraf

रिपोर्ट के अनुसार, उनकी बीमारी की शिकायत के कारण उन्हें कुछ हफ्ते के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परवेज मुशर्रफ 2016 से दुबई में रह रहे थे और पिछले आठ साल से यूएई में इलाज करा रहे थे। स्थानीय मीडिया ने बताया कि इससे पहले मुशर्रफ ने बाकी का जीवन पाकिस्तान में बिताने की इच्छा व्यक्त की थी।

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: दिल्ली में पैदा हुए थे परवेज मुशर्रफ

पूर्व सैन्य शासक का दुबई के एक अमेरिकी अस्पताल में बीमारी का इलाज चल रहा था। बता दें कि परवेज मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त 1943 को भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था। उन्हें 19 अप्रैल 1961 को पाकिस्तान सैन्य अकादमी काकुल से कमीशन मिला था। परवेज मुशर्रफ को 1998 में जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया और सेना प्रमुख (सीओएएस) के रूप में पदभार संभाला था।

लंबे समय से अमाइलॉइडोसिस बीमारी से परेशान थे

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: मुशर्रफ कई महीने से अस्पताल में भर्ती थे। उनके परिवार ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा था कि वे अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। अब रिकवरी की भी कोई गुंजाइश बाकी नहीं है।

अमाइलॉइडोसिस में इंसान के शरीर में अमाइलॉइड नाम का असामान्य प्रोटीन बनने लगता है। यह दिल, किडनी, लिवर, नर्वस सिस्टम, दिमाग आदि अंगों में जमा होने लगता है, जिस वजह से इन अंगों के टिशूज ठीक से काम नहीं कर पाते।

मुशर्रफ 1965 में भारत से लड़े थे युद्ध, कारगिल की साजिश रची

कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद 21 साल की उम्र परवेज मुशर्रफ ने बतौर जूनियर अफसर पाकिस्तानी आर्मी जॉइन कर ली। उन्होंने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। ये युद्ध पाकिस्तान हार गया। बावजूद इसके बहादुरी से लड़ने के लिए पाक सरकार की ओर से मुशर्रफ को मेडल दिया गया।

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1971 के युद्ध में भी मुशर्रफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिसे देखते हुए सरकार ने उन्हें कई बार प्रमोट किया। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल की साजिश रची। लेकिन बुरी तरह से असफल रहे। अपनी जीवनी ‘इन द लाइन ऑफ फायर-अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी। लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए।

दिल्ली की कोठी में रहता था मुशर्रफ परिवार, मां AMU में पढ़ती थीं

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: परवेज मुशर्रफ का परिवार बंटवारे से पहले भारत में काफी संपन्न था। उनके दादा टैक्स कलेक्टर थे। उनके पिता भी ब्रिटिश हुकूमत में बड़े अफसर थे। मुशर्रफ की मां बेगम जरीन 1940 में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पढ़ती थीं। मुशर्रफ परिवार के पास पुरानी दिल्ली में एक बड़ी कोठी थी। अपने जन्म के चार साल बाद तक मुशर्रफ ज्यादातर यहीं रहे।

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2005 में अपनी भारत यात्रा के दौरान परवेज मुशर्रफ की मां बेगम जरीन मुशर्रफ लखनऊ, दिल्ली और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी गई थीं।

मुशर्रफ का करगिल युद्ध भड़काने में बड़ा योगदान

तत्कानीन आर्मी चीफ मुशर्रफ ही करगिल संघर्ष (Kargil War) के पीछे एक प्रमुख रणनीतिकार थे. 1999 में मार्च से मई तक उन्होंने करगिल जिले में गुप्त घुसपैठ का आदेश दिया था. इसके बाद, जैसे ही इस बात की भनक भारत को लगी तो दोनों देशों के बीच युद्ध शुरू हो गया. इस युद्ध में पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी और मुशर्रफ की भी बहुत किरकिरी हुई थी.

पाकिस्तान के राष्ट्रपति नवाज शरीफ ने कहा था कि ऑपरेशन उनकी जानकारी के बिना किया गया था. हालांकि, करगिल ऑपरेशन से पहले और बाद में उन्हें सेना से मिली ब्रीफिंग का ब्योरा सार्वजनिक हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑपरेशन से पहले जनवरी और मार्च के बीच, शरीफ को तीन अलग-अलग बैठकों में ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी गई थी. 

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: मुशर्रफ को मिली थी फांसी की सजा

परवेज मुशर्रफ को फांसी की सजा सुनाई गई थी. पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार पेशावर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस वकार अहमद सेठ की अध्यक्षता में विशेष अदालत की तीन सदस्यीय पीठ ने ऐसी सजा सुनाई थी.

10 जून को मुशर्रफ के परिवार ने किया था खास ट्वीट

10 जून को 2022 उनके परिवार ने ट्विटर पर एक बयान जारी किया और कहा कि पूर्व सेना प्रमुख उस हालात में हैं जहां से वापसी संभव नहीं है। उनके और अंग खराब हो रहे हैं हालांकि वेंटिलेटर पर नहीं हैं। (एमाइलॉयडोसिस बीमारी की वजह से पिछले 3 हफ्तों से अस्पताल में भर्ती हैं।

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: परिवार ने लोगों के अपली कर कहा था कि उनकी सलामती के लिए दुआ करें। मुशर्रफ का जन्म 11 अगस्त, 1943 को दिल्ली में हुआ था और उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कराची के सेंट पैट्रिक हाई स्कूल में पूरी की। पूर्व राष्ट्रपति ने लाहौर के फॉरमैन क्रिश्चियन कॉलेज में उच्च शिक्षा हासिल की थी।

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने

बता दें कि साल 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने। उन्होंने भारत के खिलाफ कारगिल जैसे युद्ध की साजिश रची। लेकिन भारत के बहादुर सैनिकों ने उनकी हर चाल पर पानी फेर दिया। अपनी जीवनी ‘इन द लाइन ऑफ फायर – अ मेमॉयर’ में जनरल मुशर्रफ ने लिखा कि उन्होंने कारगिल पर कब्जा करने की कसम खाई थी। लेकिन नवाज शरीफ की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाए।

Pervez Musharraf Death News [Hindi]: मुशर्रफ पर लगा था राजद्रोह का आरोप

1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन करने वाले 78 वर्षीय जनरल मुशर्रफ पर उच्च राजद्रोह का आरोप लगाया गया था और 2019 में संविधान को निलंबित करने के लिए मौत की सजा दी गई थी। बाद में उनकी मौत की सजा को निलंबित कर दिया गया था। 2020 में लाहौर उच्च न्यायालय ने मुशर्रफ के खिलाफ नवाज शरीफ सरकार द्वारा की गई सभी कार्रवाइयों को असंवैधानिक घोषित कर दिया था, जिसमें उच्च राजद्रोह के आरोप पर शिकायत दर्ज करना और एक विशेष अदालत के गठन के साथ-साथ इसकी कार्यवाही भी शामिल थी। 

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