उत्तर प्रदेश में शहरी पुनर्लेखन: नीति, उद्देश्य व चुनौतियाँ
उत्तर प्रदेश में शहरी पुनर्लेखन: प्रदेश में पिछले वर्षों में शहरीकरण की गति तेजी से बढ़ी है। नीति‑विश्लेषण के अनुसार, कई शहरों में पुरानी कॉलोनियाँ, सरकारी खाली फ्लैट्स, अनधिकृत बस्तियाँ और उपयोग‑रहित भूमि‑खंड रह गए हैं। इन क्षेत्रों का पुनर्विकास न होने से न केवल निवेश का अवसर खो रहा था बल्कि शहरों की गुणवत्ता‑जीवन…