International Mountain Day 2023: आज के दिन यानी ‘अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस’ को मनाने के पीछे कई खास वजह है. दरअसल आज के दिन लोग दुनिया में पर्वतों की भूमिका को याद करते हैं. बर्फ से ढकी और वन क्षेत्रों से घिरे पहाड़ और खूबसूरत वादियां कुदरत का अनमोल तोहफा है और इसे संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है. बता दें कि भारत पहाड़ों का देश है. ये सभी पहाड़ अपने आप में खास है और विभिन्न पशु, पक्षियों का घर भी है. दुनिया में कई लोग अपना जीवन पहाड़ों पर गुजार देते है, पर्वत केवल हमारे पर्यावरण के लिए ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों और मानव जाति के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है.
क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस (International Mountain Day 2023)
आज के दिन यानी ‘अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस’ को मनाने के पीछे कई खास वजह है. दरअसल इस दिन के बहाने लोग दुनिया में पर्वतों की भूमिका को याद करते हैं और लोगों को जागरूक करते हैं. इस दिन हम लोगों को दुनिया में पहाड़ों की भूमिका और जीवन के इसके प्रभाव को समझने या समझाने का काम करते हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2002 को संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय पर्वत वर्ष घोषित किया था और 2003 के 11 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस मनाने का संकल्प लिया था.
आज के दिन हर साल अलग अलग देशों से कई सारे लोग पहाड़ों के संरक्षण के लिए आगे आते हैं. इसके अलावा आज के दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पहाड़ों के लिए एक विषय भी तय किया जाता है, जिस पर विभिन्न देश काम करते हैं.
International Mountain Day 2023: कैसे मनाया जाता है आज का दिन
यह दिन पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बेहद ही खास है. आज के दिन अलग-अलग मंचों पर कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती है जिससे वहां रह रहे लोगों को जागरूक किया जा सके और ज्यादा से ज्यादा पर्वतों के बारे में बातचीत की जा सके. इस दिन लोग अपनी यात्राओं और अनुभव को लोगों के बीच साझा करते हैं.
■ Also Read: World Environment Day: विश्व पर्यावरण पर जानिए इसका इतिहास और महत्व?
अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस का उद्देश्य
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पर्वतीय क्षेत्र के सतत विकास के महत्व पर प्रकाश डालना और पर्वतीय क्षेत्र के प्रति दायित्वों के लिए जागरूक करना है।
पर्वत किसे कहते है?
पर्वत या पहाड़ पृथ्वी की भू-सतह पर प्राकृतिक रूप से ऊँचा उठा हुआ हिस्सा होता है, जो ज़्यादातर आकस्मिक तरीके से उभरा होता है और पहाड़ी से बड़ा होता है। पर्वत ज़्यादातर एक लगातार समूह में होते हैं। पर्वत 4 प्रकर के होते है:
- वलित पर्वत
- भ्रंशोत्थ पर्वत या ब्लॉक पर्वत
- ज्वालामुखी पर्वत
- अवशिष्ट पर्वत
पर्वत या पहाड़ों के बारे में रोचक सामान्य जानकारी
- माउंट एवरेस्ट, दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत है। संपूर्ण पृथ्वी की सतह के लगभग 22 प्रतिशत हिस्से पर पहाड़ हैं जहां पर दुनिया भर के 915 मिलियन लोग (जो विश्व की जनसंख्या का 13% है) निवास करते हैं।
- उत्तर भारत का एक बड़ा हिस्सा पहाड़ों से घिरा हुआ है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मैदानी जमीन से ज्यादा पहाड़ मौजूद हैं। बेरोजगारी के कारण आज भी बड़ी संख्या में इन पर्वतीय क्षेत्रों से लोग मैदानों की तरफ पलायन कर रहे हैं।
- पहाड़ पानी के भंडार हैं। 70% जनसँख्या किसी न किसी तरह पहाड़ों से निकलने वाली नदियों से पेयजल प्राप्त करते हैं। भूमिगत जल के भण्डारण में भी पहाड़ों कि महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
- अंतर्राष्ट्रीय शोधकर्ताओं ने कहा कि हिमालय की पर्वत श्रृंखला हिंदु कुश में अगले 35 सालों में तापमान एक से दो डिग्री तक और कुछ स्थानों पर चार से पांच डिग्री तक बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि बहुत अधिक बारिश पहले की तुलना में कम होगी लेकिन जितनी भी होगी, अधिक घातक होगी।
International Mountain Day का महत्व
पहाड़ मनोरंजन और संसाधन का स्रोत हैं, बर्फ से ढके पहाड़ लोगों में उत्साह का स्त्रोत होता है। यहां से प्रचुर मात्रा में खनिज प्राप्त करते है। दुनिया के कुछ ऐसे उत्पादन होते हा जिनको उत्पादन के लिए ढलान वाले क्षेत्रों की आवश्यकता पड़ती है तो ये पहाड़ उस कृषि का एक स्रोत भी हैं। जैसे कॉफी, कोको, जड़ी-बूटी, मसाले आदि।
■ Also Read: World Nature Conservation Day: Why There Is No Consistency In Nature?
विश्व में यूँ तो बहुत से पर्वत और पहाड़ है सेकिन उनमें से विश्व के पाँच सबसे बड़े पर्वतों में ये पर्वत शामिल है:-
पर्वत | ऊँचाई | स्थान |
माउंट एवरेस्ट | 8,848m | नेपाल & चीन |
K2 | 8,611m | पाकिस्तान & चीन |
कंचनजंगा पर्वत | 8,586m | नेपाल & चीन |
ल्होत्से | 8,516m | नेपाल & चीन |
मकालू | 8,485m | नेपाल & चीन |
चो उयू | 8,818m | नेपाल & चीन |
धौलागिरी I | 8,167m | नेपाल & चीन |
मनास्लु | 8,163m | नेपाल |
नंगा पर्वत | 8,126m | पाकिस्तान |
International Mountain Day 2023 [Hindi]: ये हैं खूबसूरत हिल स्टेशन
मनाली देश के सबसे लोकप्रिय हिल स्टेशनों में से एक है. मनमोहक नजारे, हरे-भरे जंगल, फूलों से सजे घास के मैदान, खूबसूरत झीलें, हवा में मौजूद धुंध, संग्रहालय, मंदिर की वजह से मनाली पर्यटकों के बीच पहली पसंद बना रहता है.
- गुलमर्ग हिल स्टेशन, जम्मू कश्मीर – Gulmarg Hill Station Jammu Kashmir
- औली हिल स्टेशन, उत्तराखंड – Auli Hill Station Uttrakhand
- मसूरी हिल स्टेशन, उत्तराखंड – Mussoorie Hill Station Uttrakhand
- दार्जिलिंग हिल स्टेशन, पश्चिम बंगाल – Darjeeling Hill Station West Bengal
- माथेरान हिल स्टेशन, महाराष्ट्र – Matheran Hill Station Maharashtra
- रानीखेत, उत्तराखंड
Mount Everest दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है ?
माउंट एवरेस्ट में “समुद्र तल से सबसे अधिक ऊंचाई” है, यही वजह है कि इसे पृथ्वी पर सबसे ऊंचा बिंदु कहा जाता है पहाड़ की महाकाव्य ऊंचाई की पहचान पहली बार 1856 में एक ब्रिटिश सर्वेक्षक – सर जॉर्ज एवरेस्ट द्वारा अनुरक्षित एक टीम द्वारा की गई थी। एवरेस्ट की आधिकारिक ऊंचाई 8,848 मीटर (29,028 फीट) आंकी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस 2023: भारत में 5 प्रसिद्ध पर्वतीय ट्रेक
1. हम्पटा पास ट्रेक, हिमाचल प्रदेश
2. मार्खा वैली ट्रेक, लद्दाख
3. फूलों की घाटी ट्रेक, उत्तराखंड
4. ज़ोंगरी ट्रेक, सिक्किम
5. चोकरामुडी ट्रेक, मुन्नारी