Amrit Udyan [Hindi]: राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान हुआ

Amrit Udyan [Hindi] Ticket price Online Booking निशुल्क है प्रवेश

Amrit Udyan [Hindi]: राष्ट्रपति भवन के बगीचों का नाम बदलकर अमृत उद्यान कर दिया गया है। इसका नाम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में बदला गया है। राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने शनिवार को बताया, ‘देश की राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में इस गार्डन का नाम दिया है।’ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार को यानी कि कल अमृत उद्यान का उद्घाटन करेंगी।

राष्‍ट्रपति भवन में मौजूद अमृत उद्यान आमतौर पर जनवरी-फरवरी से लेकर मार्च तक के लिए पर्यटकों के लिए खोला जाता है. दूर-दूर से लोग इसे देखने के लिए आते हैं. अगर आपने इसे नहीं देखा है, तो अब सावन के महीने में प्रकृति के सौंदर्य को इस खूबसूरत उद्यान में आकर निहार सकते हैं. अमृत उद्यान को पर्यटकों के लिए 16 अगस्‍त से एक बार फिर से खोल दिया गया है और ये 17 सितंबर तक खुला रहेगा. 

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राष्ट्रपति मुर्मु ने आज किया अमृत उद्यान का उद्घाटन

विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘भारत की राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मू कल (29 जनवरी, 2023) राष्ट्रपति भवन उद्यान का उद्घाटन करेंगी।’ गार्डन (हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन) शुरू में लगभग दो महीने तक खुले रहेंगे। बता दें कि हर साल अमृत उद्यान आम लोगों के लिए खोला जाता है, जो इस वर्ष 31 जनवरी को खुलेगा और 26 मार्च तक दो माह तक के लिए खुला रहेगा। गार्डन खुलने का समय 10 बजे से शाम 4 बजे तक रहेगा। 28 मार्च को किसानों के लिए, 29 को दिव्यांगों के लिए, 30 पुलिस और सेना के लिए यह खुलेगा।

Amrit Udyan [Hindi]: अमृत उद्यान में इस वर्ष अनूठी ट्यूलिप

जानकारी के अनुसार, सुबह 10 बजे से 12 बजे तक 7500 लोगों के लिए टिकट मिलेगा। उसके बाद 12 से चार बजे तक 10 हजार लोगों को प्रवेश मिलेगा। इस वर्ष प्रमुख आकर्षणों में से विशेष रूप से 12 अनूठी किस्मों के ट्यूलिप होगी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोग यात्रा के दौरान किसी विशेष फूल, पौधे या पेड़ के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बगीचों में रखे क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं। इससे उन्हें उसके बारे में अधिक जानकारी मिलेंगी।

Amrit Udyan Tickets Online Booking [Hindi] | कैसे होगी बुकिंग

अगर आप भी इस खूबसूरत उद्यान को देखने के लिए जाना चाहते हैं तो इसकी बुकिंग ऑनलाइन कर सकते हैं. बुकिंग के लिए आपको इस लिंक (https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in/visit/amrit-udyan/rE) पर क्लिक करना होगा. इसके अलावा गेट नंबर 35 के पास बने सेल्फ सर्विस कियोस्क के माध्यम से घूमने के लिए बुकिंग होगी. राष्‍ट्रपति भवन पहुंचने के लिए आपको पटेल चौक या सेंट्रल सेक्रेटेरिएट मेट्रो स्टेशन जाना होगा. यहां से आप वॉक करते हुए भी राष्‍ट्रपति भवन तक जा सकते हैं. 

105 साल पहले बना डिजाइन 

Amrit Udyan [Hindi]: अंग्रेज वास्तुकार सर एडविन लुटियंस ने 1917 की शुरुआत में ही अमृत उद्यान यानी मुगल गार्डन के डिजाइन को आखिरी रूप दे दिया था, लेकिन यहां फूलों के पौधों का रोपने का काम 1928-1929 के दौरान किया गया था. बगीचे के लिए उनके सहयोगी बागवानी के निदेशक विलियम मुस्टो थे. लुटियंस ने इस बात को ध्यान में रखा कि राष्ट्रपति भवन की इमारतों में वास्तुकला की दो अलग-अलग शैलियां भारतीय और पश्चिमी इस्तेमाल में लाई गई. 

इस तरह से सर लुटियंस यहां बनाए जाने वाले बगीचे के लिए  मुगल शैली और अंग्रेजी फूलों के बगीचे की दो अलग-अलग बागवानी परंपराओं को एक साथ लाए.  मुगल शैली से उन्होंने बगीचे के लिए नहरें, छतों और फूलों की झाड़ियों का कांस्पेट लेकर इसे खूबसूरती के साथ यूरोपीय फूलों की क्यारियों, लॉन और मेंड संग मिलाया और फिर तैयार हुआ आज का मुगल गार्डन. 

Amrit Udyan [Hindi]: अब है ये अमृत उद्यान

भारत की केंद्र सरकार ने 28 जनवरी शनिवार को नई दिल्ली के राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन का नाम बदलकर “अमृत उद्यान” कर दिया. इसके पीछे की बड़ी वजह है कि भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में ‘अमृत महोत्सव’ की थीम को ध्यान में रखते  मुगल गार्डन का नाम बदला गया है.

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अमृत उद्यान का उद्घाटन 29 जनवरी रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी और 31 जनवरी से नए नाम “अमृत उद्यान” से ये आम जनता के लिए खुल जाएगा. 26 मार्च तक जनता इस उद्यान का दीदार कर सकेगी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी नविका गुप्ता ने कहा, ” आजादी के 75 साल पूरे होने के समारोह के तहत ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के मौके पर भारत की राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन उद्यान को अमृत के रूप में एक सामान्य नाम दिया है.”

किसान और दिव्यांग के लिए इस दिन खुला रहेगा अमृत उद्यान-

  • 28 मार्च को उद्यान किसानों के लिए खुला रहेगा।
  • दिव्यांग व्यक्तियों के लिए उद्यान 29 मार्च।
  • 30 मार्च को रक्षा बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के कर्मियों के लिए खुलेगा।
  • 31 मार्च को आदिवासी महिला एसएचजी सहित महिलाओं के लिए।

Amrit Udyan [Hindi]: अमृत उद्यान है आकर्षण का केंद्र

राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। यहां पर ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक मिलती है। इसे बनाने के लिए एडविन लुटियंस ने पहले देश-दुनिया के उद्यानों का अध्ययन किया था। इस उद्यान में पौधारोपण में करीब एक साल का वक्त लगा था।

अमृत उद्यान में ये है खास

बता दें कि रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन के अंदर 15 एकड़ में अमृत उद्यान है, जिसमें 10 से अधिक गार्डन हैं, जिसमें गुलाब, विभिन्न फूल, सेंट्रल लॉन एंड लॉग, सर्कुलर, स्पिरिचवल, हर्बल (33 औषधीय पौधे), बोन्साई (ढाई सौ प्लांट), कैक्ट्स (80 वेरायटी) व नक्षत्र गार्डन (27 वेरायटी) शामिल हैं। इसके अलावा यहां करीब 160 वेरायटी के पांच हजार पेड़ भी शामिल हैं। इसके अलावा नक्षत्र गार्डन भी है, लेकिन वहां आम लोग यहां पर फरवरी से लेकर मार्च में निर्धारित दिन तक ही घूमने जा सकते हैं। इसके बाद यहां का गेट बंद हो जाता है। 

Amrit Udyan [Hindi]: निशुल्क है प्रवेश

अगर आप अमृत उद्यान मेट्रो से जाना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटरिएट होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें अमृत उद्यान में एंट्री निशुल्क है आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बीता सकते हैं। अमृत उद्यान सोमवार को बंद रहता है आप इस दिन ना आएं इसके अलावा इस साल होली पर भी बंद रहेगा, साथ ही यहां खाने-पीने का समान लेकर जाना सख्त मना है।

31 जनवरी से खुलेगा उद्यान

Amrit Udyan [Hindi]: जानकारी के मुताबिक अमृत उद्यान इस साल आम लोगों के लिए 31 जनवरी से 26 मार्च तक खोला जाएगा. वहीं 28 मार्च को सिर्फ किसानों के लिए और 29 मार्च को दिव्यांगजनों के लिए प्रवेश की सुविधा मिलेगी. इसके बाद 30 मार्च को पुलिस, सुरक्षा बल और सेना के परिवारों के लिए गार्डन खुला रहेगा. गार्डन खुलने का समय सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक है. इसके लिए लोगों को ऑनलाइन टिकट बुक करनी होंगी. ऑनलाइन पास लेने के बाद ही ये खूबसूरत बगीचा देखने की अनुमति मिलेगी. वॉक इन एंट्री पिछले साल की तरह इस साल भी बंद है.

मुगल गार्डन का नाम अमृत उद्यान क्यों रखा गया?

राष्ट्रपति भवन की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को अब एक सामान्य नाम दिया जाएगा अमृत उद्यान. राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा उद्घाटन के बाद 31 जनवरी को नए नाम के साथ यह उद्यान आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा.

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अधिकारियों ने ऐलान किया है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान रखा जा रहा है. इसका नाम ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के नाम पर रखा जा रहा है. बगीचों का नाम बदलने से उन्हें एक नई पहचान मिलेगी.

Amrit Udyan [Hindi]: अमृत उद्यान में 12 तरह के गार्डन

अमृत उद्यान 12 हिस्सों में बंटा है इसमें गुलाब उद्यान के साथ बायो डायवर्सिटी पार्क, हर्बल गार्डन, बटरफ्लाई, म्यूजिकल फाउंटेन, सनकीन गार्डन, कैक्टस गार्डन, न्यूट्रीशियन गार्डन और बायो फ्लूल पार्क है। जहां लोग घूमते हुए कई तरह के फूलों को देख सकते हैं।

भारत में मुगल गार्डन का एक लंबा इतिहास

मुगल शासक बागों के शौक के लिए जाने जाते थे. बाबरनामा के अनुसार बाबर को फारसी चारबाग शैली के बाग सबसे अधिक पसंद थे. इतिहासकारों का मानना है कि चारबाग संरचना का अर्थ दरअसल जन्नत से था, जिसमें मनुष्य प्रकृति के सभी तत्वों के साथ पूरे सामंजस्य के साथ सह-अस्तित्व में हो.

मुगल गार्डन का नाम बदले जाने से नाराज विपक्षी पार्टियां

बताते चलें कि मुगल गार्डन का नाम बदलकर अमृत उद्यान किए जाने के बाद से ही देश की विपक्षी पार्टियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विपक्षी पार्टियां मुगल गार्डन का नाम बदले जाने का विरोध कर रही हैं.

Amrit Udyan [Hindi]: सोमवार उद्यान के रखरखाव का दिन होगा

Amrit Udyan [Hindi]: हर सोमवार और आठ मार्च होली के दिन छोड़कर इस बार गार्डन (हर्बल गार्डन, बोन्साई गार्डन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन) जनता के लिए करीब दो महीने तक खुले रहेंगे। सोमवार उद्यान के रखरखाव का दिन होगा। उसके बाद 28 मार्च को उद्यान किसानों के लिए, 29 मार्च को दिव्यांगजनों के लिए, 30 मार्च को रक्षा बलों, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस के कर्मियों के लिए और 31 मार्च को आदिवासी महिलाओं और एसएचजी सहित महिलाओं के लिए विशेष रूप से खुला रहेगा।

हर पौधे के पास लगाया जाएगा QR कोड

Amrit Udyan [Hindi]: राष्ट्रपति की डिप्टी प्रेस सेक्रेट्री नविका गुप्ता ने कहा कि मुगल गार्डन में आने वाले लोगों की सुविधा के लिए कई बदलाव भी किए गए हैं। सभी पौधों के पास क्यूआर कोड लगाया जाएगा। अगर कोई भी इसे स्कैन करेगा तो उसे पौधे से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी। इसके साथ ही 20 प्रोफेशनल तैनात किए जाएंगे, जो लोगों को गार्डन के बारे में जानकारियां देंगे।

Amrit Udyan [Hindi]: गुलाब की 159 वेरायटी

क्रिस्टोफर हसी की ‘द लाइफ ऑफ सर एडविन लुटियंस’ में सर लुटियंस की पत्नी ने इस गार्डन को ‘स्वर्ग’ बताया था. यहां लगी घास मुगल गार्डन के निर्माण के दौरान ही कलकत्ता से लाई गई थी. आजादी के बाद भारत के पहले गवर्नर जनरल सी राजगोपालाचारी बने थे. वायसराय हाउस को उनका आवास बनाया गया. आजादी के बाद में देश में खाद्यान्न की काफी कमी थी. राजगोपालाचारी ने इसी मुगल गार्डन के एक हिस्से में गेहूं की खेती भी करवाई. यह परंपरा भी कई सालों तक चली थी.

  • गार्डन की एक खासियत यहां लगे गुलाब के फूल हैं. गार्डन में गुलाब की 159 वेरायटी मौजूद हैं. फरवरी और मार्च के महीनों में इनमें से अधिकतर फूल खिलते हैं. एडोरा, मृणालिनी, ताज महल, एफिल टावर, मॉडर्न आर्ट, सेंटिमेंटल, ओक्लाहोमा (ब्लैक रोज़), बेलामी, ब्लैक लेडी, पैराडाइज, ब्लू मून और लेडी एक्स जैसी गुलाब की वेरायटी हैं.
  • गार्डन में गुलाबों के नाम कई चर्चित हस्तियों के नाम पर भी रखे गए हैं. जैसे मदर टेरेसा, राजाराम मोहन राय, अब्राहम लिंकन, जॉन एफ केनेडी, जवाहर, क्वीन एलिजाबेथ, क्रिश्चियन डियोर. गुलाब के अलावा ट्यूलिप, एशियेटिक लिलि, डेफोडिल, दूसरे फूल के भी कई पौधे हैं. और सबकी कई वेरायटी हैं.
  • हर साल कुछ दिनों के लिए यह गार्डन आम लोगों के लिए खोला जाता है. इस साल आम जनता के लिए मुगल गार्डन, सॉरी अब ‘अमृत उद्यान’ को 31 जनवरी को खोला जाएगा.

कोई भी कर सकता है उद्यान का दीदार 

Amrit Udyan [Hindi]: अमृत उद्यान में कोई भी सुबह 10 बजे से लेकर शाम चार बजे तक बगीचों का दौरा कर सकता है। इसके लिए छह स्लॉट दिए गए हैं। इस दौरान दोपहर के दो स्लॉट में करीब 7500 आगंतुकों को अनुमति दी जाएगी, जबकि अधिकतम 10,000 लोग दोपहर के चार स्लॉट में 12 बजे से 4 बजे तक यात्रा कर सकते हैं। उद्यान में प्रवेश गेट नंबर 35 से होगा।

इस प्रकार करें अपने स्लॉट की बुकिंग

उद्यान में जाने के लिए सबसे पहले आपको राष्ट्रपति सचिवालय, राष्ट्रपति भवन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक करना होगा। इसके लिए गार्डन में उपलब्ध काउंटरों पर भी पंजीकरण कराकर स्लॉट बुक किए जा सकते हैं। इसके लिए राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 स्वयं सेवा कियोस्क पर भी पंजीकरण करना होगा। उद्यान का दौरा करने वाले सभी आगंतुकों का प्रवेश निःशुल्क है।

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