Pariksha Pe Charcha 2023: परीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है जिसमें प्रधानमंत्री आगामी बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों के साथ बातचीत करते हैं. प्रधानमंत्री परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित सवालों के जवाब भी देते हैं.
Pariksha Pe Charcha 2023 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के तहत छात्रों के साथ चर्चा की. इस कार्यक्रम का छठा संस्करण दिल्ली के तालकटोरा इनडोर स्टेडियम में आयोजित किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने छात्रों को तनाव मुक्ति के मंत्र दिए. साथ ही साथ कई ऐसे सुझाव दिए जिनके जरिए आने वाले सालों में वे अपना भविष्य तय कर सकें. इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया का जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करने की सलाह दी ताकि पूरा दिन मोबाइल की स्क्रीन पर न निकल जाए. पीएम ने अपने कार्यक्रम छात्रों से अपील की कि एक सप्ताह में कम से कम एक दिन डिजिटल फास्टिंग करें.
परीक्षा पे चर्चा 2023 सर्टिफिकेट यहां से करें डाउनलोड
परीक्षा पे चर्चा सर्टिफिकेट डाउनलोड My Gov पेज की आधिकारिक साइट innovateindia.mygov.in से किया जा सकता है. कार्यक्रम समाप्त होने के तुरंत बाद, प्रमाणपत्र डाउनलोड करने का लिंक उपलब्ध कराया जाएगा.
Pariksha Pe Charcha Registration 2023 – Overview
Name of the Event | Pariksha Pe Charcha 2023 |
Name of the Article | Pariksha Pe Charcha Registration 2023 |
Type of Article | Latest Job |
Who Participate? | All India Applicants can Register Themselves For Participation |
Mode of Registration | Online |
Last Date of Registration | 28th Jan, 2023 |
Official Website | Click Here |
परीक्षा पर चर्चा 2023: विजेताओं की लिस्ट
परीक्षा पर चर्चा 2023 विजेताओं की सूची जल्द ही प्रदर्शित की जाएगी. विजेताओं की सूची My Gov की आधिकारिक वेबसाइट innovateindia.mygov.in/ppc-2023 पर देखी जा सकती है.
बच्चे को खुला आसमान देना चाहिए, दायरे में बंद न करें- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘बच्चों को एक दायरे में बंद न करें, लेकिन उनके ऊपर हमारा ध्यान रहना चाहिए कि कहीं आदत न खराब हो जाए. खुले मन से बच्चे को समाज के विस्तार की ओर ले जाने की कोशिश करनी चाहिए. बच्चे को खुला आसमान और अवसर दें ताकि वो समाज में ताकत बनकर उभरे.’
अधिक भाषाएं सीखने पर बोले पीएम, थोड़ा एक्सट्रोवर्ट होना जरूरी
अक्षरा सिंह ने पूछा कि हमें अधिक भाषाएं सीखने के लिए क्या करना चाहिए? रितिका ने पूछा कि हम अधिक से अधिक भाषाएं कैसे सीखते हैं और यह क्यों जरूरी है? इस पर पीएम मोदी ने कहा, ‘थोड़ा बहुत एक्सट्रोवर्ट होना जरूरी है. नई भाषाएं सीखना हमारे लिए न केवल नए शब्दों और वाक्यों को सीखने और जानने का द्वार खोलता है, बल्कि प्राचीन विरासत, इतिहास, संस्कृति और इनसे जुड़ी सदियों पुरानी सभ्यताओं के बारे में भी जानने का द्वार खोलता है.
दुनिया की सबसे पुरातन भाषा जिस देश के पास हो उस देश को गर्व होना चाहिए. UN में मैंने जानबूझ कर कुछ तमिल भाषा से जुड़ी बातें बताई क्योंकि मैं दुनिया को यह दिखलाना चाहता था कि दुनिया की सबसे पुरानी भाषा हमारे पास है.’
Pariksha Pe Charcha 2023 : सप्ताह में एक दिन डिजिटव फास्टिंग करें- PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘टेक्नोलॉजी का उपयोग करें, उसके पीछे भागें नहीं. टेक्नोलॉजी का उपयोग एक लिमिट तक करें. भारत के बच्चे विदेश जाते थे तो पहाड़ा बोल देते थे, लेकिन आज देखिए बच्चे को खोजना पड़ता है. हमें अपने आप को टेस्ट करना चाहिए. हमारे भारत में आरोग्य में उपवास की परंपरा होती है, अब वक्त बदल चुका है. टेक्नोलॉजी का फास्टिंग कर सकते हैं कि मैं उधर जाऊंगा ही नहीं. हफ्ते में एक दिन डिजिटल फास्टिंग करना चाहिए. डिजिटल फास्टिंग जरूरी है.’
उन्होंने कहा, ‘पहले ट्रेन में बातचीत करते थे, लेकिन अब कनेक्शन मिल गया है फोन शुरू. घर के अंदर एक कोना बनाइए नो टेक्नोलॉजी जोन धीरे-धीरे जीवन जीना का मंत्र मिलेगा.’
गैजेट हमें गुलाम बना लेता है, सचेत रहें- PM
Pariksha Pe Charcha 2023 : सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आप स्मार्ट है या गैजेट ज्यादा स्मार्ट है. भारत में एवरेज लोग 6 घंटे लगाते हैं. गैजेट हमें गुलाम बना लेता है. हम उसके गुलाम बनकर जी नहीं सकते हैं. हमें सचेत रहना चाहिए. गैजेट का सही इस्तेमाल करना सीखें. हमें अपनी क्षमता को खोए बिना क्षमता को आगे बढ़ाना है.’
शार्ट कट नहीं जाना चाहिए- PM मोदी
उन्होंने कहा, ‘जो विद्यार्थी कड़ी मेहनत करते हैं उनकी मेहनत रंग लाएगी. आपकी भीतरी जो ताकत है, वही ताकत आपको आगे ले जाएगी. आप कभी उस सड़क पर मत जाएं. परीक्षा आती है, जाती है, हमें जिंदगी जीना है. हमें शार्ट कट नहीं जाना चाहिए. अगर कोई शॉर्ट कट लेता है, तो आप अपने ऊपर फोकस करें.’
Pariksha Pe Charcha 2023: क्या है परीक्षा पे चर्चा
परीक्षा पे चर्चा एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें PM मोदी आगामी बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के साथ बातचीत करते हैं. कार्यक्रम के दौरान, वह परीक्षा के तनाव और अन्य मुद्दों से संबंधित छात्रों के प्रश्नों का उत्तर भी देते हैं. देश-विदेश के स्टूडेंट्स से वर्चुअल मोड में संवाद करेंगे. इस लाइव टेली कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम के दौरान स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और टीचर्स प्रधानमंत्री से परीक्षा के तनाव को कम करने और अपना बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सवाल पूछेंगे, जिसका जवाब पीएम वीडियो-इंटरैक्शन में उन्हें लाइव देंगे.
दुनियाभर के 155 देशों के स्टूडेंट्स ने किया रजिस्ट्रेशन
Pariksha Pe Charcha 2023 : पीएम मोदी से परीक्षा पर चर्चा करने के लिए इस बार दुनियाभर के 155 देशों के छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं. हालांकि, इनमें से ज्यादातर छात्र भारतीय मूल के ही हैं. शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले इस बार दोगुने से ज्यादा छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं. इस बार 38.80 लाख से ज्यादा छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों रजिस्टर्ड हैं. जबकि पिछले साल करीब पंद्रह लाख लोगों ने ही रजिस्ट्रेशन किए थे.
जब पीएम मोदी ने बच्चों की चतुराई पर ले ली चुटकी
कई छात्रों ने पीएम मोदी की मीडिया और विपक्ष के आलोचना से बचने के तरीके भी पूछ डाले। पीएम मोदी ने कहा कि आप जो कहना चाहते हैं उससे मुझे भी जोड़ दिया। शायद आपको मालूम था कि आपके परिवार वाले भी सुन रहे हैं, इसलिए बड़ी चतुराई से आपने मुझे भी लपेट लिया है। देखिए जहां तक मेरा सवाल है। मेरा एक कनविक्शन है। मेरे लिए ये फेथ है कि मैं सिद्धांत से मानता हूं समृद्ध लोकतंत्र के लिए आलोचना एक शुद्धि यज्ञ है।
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आलोचना एक समृद्ध लोकतंत्र की पूर्व शर्त है। इसलिए हर कोई कमियों से मुक्ति चाहता है। कभी-कभी लगता है कि आलोचना करने वाला कौन है, उसपर निर्भर करता है। अगर आपका प्रिय दोस्त अगर आपकी आलोचना करता है तो आपका रिएक्शन थोड़ा अलग होगा। कोई एक अन्य लड़का आपकी आलोचना करता है तो आपको बुरा लगता है।
Pariksha Pe Charcha 2023: नकल से जिंदगी नहीं बन सकती है
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि छात्र नकल रोकने की चर्चा कर रहे हैं। पहले भी चोरी तो करते होंगे लोग, नकल करते होंगे लेकिन अब तो बड़े गर्व से कहते हैं कि सुपरवाइजर को बुद्धू बना दिया। पीएम ने कहा कि जो मूल्यों में बदलाव आया है वो बहुत खतरनाक है। इसलिए समाज के रूप में हमें सोचना होगा।
कुछ स्कूल या कुछ ऐसे टीचर्स जो ट्यूशन क्लासेज चलाते हैं उनको भी लगता है कि मेरा छात्र अच्छे तरीके से निकल जाए क्योंकि मैंने उसके मां बाप से पैसे लिए हैं। वो भी गाइड करते हैं छात्र को नकल करने के लिए। पीएम मोदी ने कहा कि नकल से जिंदगी नहीं बन सकती है। हो सकता है मार्क्स तो ज्यादा ले आए लेकिन आगे क्या होगा।
परीक्षा पर चर्चा मेरे लिए भी परीक्षा है
पीएम मोदी ने सलाना परीक्षा की चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि ये उनके लिए भी एक तरह की परीक्षा ही है। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायत आती है कि परीक्षा की चर्चा काफी लंबा चलती है। चलिए इसबार हम देखते हैं इसे कैसे करना है।