IND vs Pak: जश्न में डूबा पाकिस्तान: हिंदुस्तान को पूरे 10 विकेट से हराकर पाकिस्तान को मिला पटाखे फोड़ने का मौका

India vs Pak जश्न में डूबा पाकिस्तान

IND vs Pak: हिंदुस्तान की क्रिकेट हराकर पाकिस्तान को आखिरकार पटाखे चलाने का मौका मिल ही गया पाकिस्तानी फैंस की यह खुशी तब और भी ज्यादा बढ़ गई जब हिंदुस्तान की टीम को पूरे 10 विकेट से हराया इससे पहले वर्ल्ड कप के इतिहास में कभी भी पाकिस्तान हिंदुस्तान की टीम को नहीं हरा पाया था और आखिरकार लगातार वर्ल्ड कप में हार के इस रिकॉर्ड का अंत हुआ

India vs Pak जश्न में डूबा पाकिस्तान

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IND vs Pak: आखिरकार मिल ही गया पाकिस्तान को मौका, मौका भी शानदार मिला

वर्ल्ड कप में लगातार 12 बार हारने के बाद  T20 वर्ल्ड कप 2021 दुबई में आखिरकार पाकिस्तान को वह मौका मिल ही गया जिसका उसे इंतजार था। पाकिस्तान के फैन पटाखे फोड़ने के लिए बेसब्री से इंतजार थे और आखिरकार उन्होंने अपने इस इंतजार को खत्म किया और जमकर पटाखे फोड़े। और जमकर जीत का जश्न मनाया

IND vs Pak: भारत ने बनाए 151 रन पाकिस्तान ने दिया करारा जवाब

पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया जवाब में बैटिंग के लिए उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। शुरुआती ओवरों में ही दोनों बैट्समैन आउट होकर पवेलियन वापस लौट गए बाद में विराट कोहली ने टीम की कमान संभाली और 50 बॉल में 57 रन बनाए ऋषभ पंत 30 बॉल में 39 रन और रविंद्र जडेजा 13 बोलों में 13 रन इनके अलावा कोई भी भारतीय बैट्समैन कुछ कमाल नहीं दिखा सका और भारत में कुल 20 ओवर में 151 रन का पाकिस्तान को लक्ष्य दिया

IND vs Pak: पूरे 10 विकेट से हराया पाकिस्तान ने

जवाब में उतरी पाकिस्तान की टीम ने बिना कोई विकेट गवाएं 17 पॉइंट 5 ओवरों में 151 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया पाकिस्तान के दोनों ओपनर बैट्समैन मोहम्मद रिजवान 55 बोलों में 79  रन और बाबर आजम 52 बोलों में 68 रन बनाकर नाबाद रहे कोई भी भारतीय बॉलर विकेट लेने में नाकाम रहा जहां पर मोहम्मद शमी ने सबसे ज्यादा रन लुटाए भुवनेश्वर कुमार भी कुछ कमाल नहीं दिखा सके पाकिस्तान की तरफ से शाहिद अफरीदी ने अच्छी बॉलिंग की। और कुल मिलाकर उनकी सभी बॉलर अच्छे रहे।

IND vs Pak: पाकिस्तान ने फोड़े पटाखे दिल्ली के टूटे शीशे

IND vs Pak: स्टार स्पोर्ट्स द्वारा दिए गए एडमिन विशाल मल्होत्रा जो कि पाकिस्तानी फैन है कहते हैं कि इस बार बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान दूबई से एसे छक्के लगाएंगे कि दिल्ली के शीशे टूटेगें।  

मौका छीन के मौका छीन के लगें । और इस बार पाकिस्तान की जीत भी हुई और मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम ने जम के छक्के चौके लगाए, और हिंदुस्तान टीम से वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की हार पर लगातार जश्न आने का करने का मौका छीन लिया।

मौका मौका ऐड का पाकिस्तान का तरफ से आएगा जवाब

IND vs Pak: पाकिस्तान को चिढ़ाने,और हिंदुस्तान पाकिस्तान की मैच को रोमांचित बनाने के लिए हिंदुस्तान के लोग मौका मौका ऐड बनाते थे लेकिन वर्ल्ड कप में हिंदुस्तान की टीम को बुरी तरह पूरे 10 विकेट से हराने के बाद पाकिस्तान की तरफ से भी मौका मौका ऐड के जवाब मैं वीडियो जरूर बनेंगे और पाकिस्तान के लोग यह बताने की कोशिश करेंगे कि हम आप से कम नहीं। यह बात पक्की है कि आगे कुछ दिनों तक, हो सकत है T20 2021 के वर्ल्ड कप के अंत तक इन वीडियोस और मीम्स की कि सोशल मीडिया पर भरमार रहेगी।

ये थी दोनों टीमों की 24 अगस्त T20 वर्ल्ड कप 2021की प्लेइंग 11

भारत की प्लेइंग 11

 रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली (कप्तान), सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी

IND vs Pak: पाकिस्तान की प्लेइंग 11

IND vs Pak: पाकिस्तान: बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), फखर जमान, मोहम्मद हफीज, शोएब मलिक, आसिफ अली, इमाद वसीम, शादाब खान, हसन अली, हारिस रऊफ, शाहीन शाह अफरीदी।

क्रिकेट और क्रिकेटर्स की बुराइयां जो समाज को कर रही हैं बर्बाद

  • हम देखते हैं कि जब भी आईपीएल शुरू होता है सट्टेबाजी शुरू हो जाती है इस सट्टेबाजी में लाखों करोड़ों लोगों के घर तबाह हो जाते हैं सट्टेबाजी के माध्यम से लोगों के घर तबाह करने में क्रिकेट का बहुत बड़ा योगदान है । 
  • क्रिकेटर्स शराब का प्रचार करते हैं, पहले से ही हिंदुस्तान में शराब की वजह से माताओं बहनों पर कितना अत्याचार किया जाता है और पहले से ही घर तबाह है ऊपर से क्रिकेटर्स द्वारा इस तरीके से प्रचार करके हिंदुस्तान के घरों की सुख शांति छीनी जाती है
  • क्रिकेटर्स और क्रिकेट खेलने बच्चों को शिक्षा से दूर करके उनको बर्बाद कर दिया है जब भी वर्ल्ड कप जैसा बड़ा टूर्नामेंट शुरू होता है बच्चे अपनी पढ़ाई लिखाई छोड़ कर क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू कर देते हैं जिसकी वजह से वह अच्छे मार्क्स नहीं लेकर आते अच्छी तरह शिक्षा ग्रहण नहीं करते फिर उनको रोजी रोटी के लिए नौकरी पाने में बहुत तकलीफ होती है वहां क्रिकेट कोई मदद नहीं करता कुल मिलाकर तब तक बच्चों का जीवन बर्बाद हो चुका होता है अतः हमें क्रिकेट को बाइकाट करना चाहिए
  • क्रिकेट अश्लीलता को भी बढ़ावा देता है आईपीएल जैसे बड़ा टूर्नामेंट में बहनों को लड़कियों को छोटे-छोटे कपड़े पहना कर डांस करवाना हिंदुस्तान की सभ्यता के विरुद्ध है
  • 140 करोड़ की आबादी में ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो क्रिकेट पसंद करते हैं और हर एक क्रिकेटर का सपना है कि वह इंडिया की टीम में खेले अब इंडिया की टीम में सिर्फ 11 लोग खेल सकते हैं अत : क्रिकेट के चक्कर में लाखों बच्चे अपनी शिक्षा छोड़कर कैरियर बर्बाद कर लेते हैं
  • क्रिकेटिंग करियर एक  अस्थिर कैरियर है, जिसमें आपने अगर लगातार दो या चार मैचों में रन नहीं बनाए या विकेट नहीं लिए तो हो सकता है कि आपको बाहर कर दिया जाए और दूसरी बार टीम में जगह बनाना बड़ा मुश्किल होता है इसलिए जो उस मुकाम तक पहुंच जाते हैं उनका केरियर भी अस्थिर ही रहता है
  • हम क्रिकेट मैच देखकर परमेश्वर द्वारा दी गई चुनिंदा सांसो को यूं ही बर्बाद कर रहे होते हैं। साथ ही अच्छे समय में जिस वक्त हम धार्मिक पुस्तक जैसे कि “ज्ञान गंगा” इत्यादि पढ़कर, आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ाकर ईश्वर की जानकारी ले सकते हैं, इन सभी अच्छे कामों को छोड़कर, क्रिकेट देखकर हम अपना जीवन यूं ही बर्बाद कर रहे होते हैं 84 लाख योनियों के बाद एक बार मनुष्य शरीर मिलता है परमात्मा की भक्ति ना करके क्रिकेट जैसे फालतू गेम देखकर हम अपना जीवन ऐसे ही बर्बाद कर रहे होते हैं। हमें चाहिए कि हम सब भक्ति करके मोक्ष प्राप्त करें। 
  • क्रिकेट अन्य दूसरे गेम्स को खेलने के लिए प्रेरित करता है जैसे विंजो एप या फिर dream11 अब इन ऐप पर गेम खेल के हम अपना समय अलग से बर्बाद करते हैं अर्थात क्रिकेट में हमारा समय और जीवन बर्बाद करने का ठेका ले रखा है

मनुष्य को चाहिए कि फालतू के खेलों के चक्कर में ना पढ़कर अपने सत भक्ति करके पूर्ण मोक्ष प्रदान करें

क्योंकि परमात्मा कबीर साहेब अपनी वाणी में कहते हैं कहते हैं

दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार ।

तरुवर ज्यों पत्ता झड़े,बहुरि न लागे डार।। 

भावार्थ: कबीर परमेश्वर जी कहते हैं कि मनुष्य का जन्म मिलना बहुत दुर्लभ है यह शरीर बार बार नहीं मिलता जैसे पेड़ से झड़ा हुआ पत्ता वापस पेड़ पर नहीं लग सकता।

अर्थात मनुष्य जीवन में हमें पूर्ण सन से नाम दीक्षा लेकर सत भक्ति करनी चाहिए और अपना सनातन लोक अर्थात सतलोक की प्राप्ति करनी चाहिए

कबीर परमेश्वर जी अपनी वाणी में कहते हैं बोली ठोली मस्करी हंसी खेल हराम।  मद माया और नाचन गावन,संतों के नहीं काम ।।  मजाक करना हंसी दिल्लगी करना यह सब हराम है अर्थात गलत है नाचना गाना यह संतों के काम नहीं होते यह तो भडुऔं के काम होते हैं। साधु संतों का काम सत भक्ति करना और साधुता  (भक्ति मर्यादा)  मैं रहना होता है,

सत भक्ति से होने वाले लाभ, कैसे होते हैं सत भक्ति करने वाले लोग, उनसे क्या होता है समाज को फायदा

  • बीड़ी तंबाकू शराब सिगरेट चरस अफीम गांजा ड्रग्स आज किसी भी प्रकार की नशीले पदार्थों से ग्रसित व्यक्ति सत भक्ति मिलने पर पूर्ण ब्रह्म कबीर परमेश्वर जी की दया से इन सभी नशीले पदार्थों को छोड़ देता है और निरोगी जीवन जीता है,
  • नशा मुक्त होने के कारण बहुत सी बीमारियों से बच जाते हैं जिससे पैसा भी बचता है घर के लोग बीमारी की वजह से परेशान होते हैं वह तकलीफ भी बचती है जिससे घर में सुख और शांति रहती है
  • सत भक्ति से आपसी धार्मिक लड़ाई झगड़े हमेशा के लिए खत्म हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें पता होता है कि हम सब एक ही परमात्मा कबीर साहिब जी के के बच्चे हैं नकली धर्म गुरुओं द्वारा भ्रमित होकर हम आपस में लड़ रहे थे अब नहीं लड़ेंगे क्योंकि हमें सच्चाई पता लग चुकी है अन्य भी अपने बहन भाइयों को समझाएंगे कि वह भी ना लड़े इस तरह सत भक्ति करने वाले धार्मिक लाइयां समेत सभी झगड़ों से दूर रहते हैं। 
  • सत भक्ति करने वाले दहेज नहीं लेते, जिस कारण एक तो लड़की के मां-बाप पर लड़की बोझ नहीं बनती और दूसरी बात दहेज के कारण जो माताएं बहने आत्महत्या करती हैं इस प्रकार की सभी परेशानियां खत्म हो जाती हैं
  • सत भक्ति करने वाले सत्संग, धार्मिक पुस्तकों के समाज में वितरण के माध्यम से समाज में सोए हुए देवत्व को जगा कर मनुष्य जीवन के मूल उद्देश्य मोक्ष को पाने के लिए प्रेरित करते हैं
  • सत का भक्ति करने वाले सामाजिक कार्य जैसे, गरीबों की मदद करना किसी भी आपदा में देश के साथ खड़े रहना कोरोना वायरस के समय पर हमने देखा कि तत्वदर्शी खबर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य समाज के गरीब तबके के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे । और सभी वर्गों के लोगों को परमात्मा की ज्ञान के आधार से आशा की नई किरण जगाते रहे। 
  • रक्तदान, अंगदान, इत्यादि महत्वपूर्ण सामाजिक कार्यों को करते हैं सत भक्ति करने वाले लोग तत्वदर्शी बा खबर संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य इस बात के प्रमाण हैं
  • विश्व की सभी सीमाओं को मिलाने का कार्य करते हैं सत भक्ति करने वाले लोग अपने तत्वज्ञान सभी सद ग्रंथों से प्रमाणित ज्ञान के आधार पर 1 दिन विश्व की सभी सीमाएं मिलकर एक हो जाएंगी
  • ज्योति हवन यज्ञ के माध्यम से वातावरण को शुद्ध किया जाता है जिसके फलस्वरूप प्रकृति में फलदार वृक्ष स्वच्छ हवा इतिहास प्राकृतिक रूप से सभी को मिलती है
  • सत भक्ति करने वाले जीव हिंसा नहीं करते जिससे शांति प्रेम वात्सल्य का वातावरण रहता है
  • सत भक्ति करने वाले मांस आदि नहीं खाते जिससे लोगों का स्वभाव बहुत विनम्र क्षमाशील और दयावान रहता है
  • सत भक्ति करने वाले लोग किसी पाखंड में नहीं पड़ते जिससे उनका बहुत सा धन व्यर्थ में खर्च होने से बच जाता है 
  • सत भक्ति करने वाले कि यदि आयु खत्म भी हो गई है तो पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब उसकी आयु बढ़ा देते हैं जिससे अकाल मृत्यु का दुख नहीं झेलना पड़ता घर परिवार मैं सुख और शांति रहती है
  • भूत प्रेत पिशाच चुड़ैल चांडाल किसी भी प्रकार का कोई भी शैतान सत भक्ति करने वाले को परेशान नहीं कर सकता क्योंकि उसके पास पूर्णब्रह्म कबीर परमेश्वर का पंजा हमेशा सिर पर बना रहता है
  • सत भक्ति करने वाले ऊंच-नीच छुआछूत अमीर गरीब मैं विश्वास नहीं करते वह समानता मानव धर्म और आपसी प्रेम में विश्वास करते हैं जिससे समाज मैं शांति प्रेम और भाईचारा बना रहता है। 
  • सत भक्ति करने वाले जुआ ताश नहीं खेलते जिससे उनका घर व्यर्थ में बर्बाद होने बच जाता है।

सत भक्ति करना बेहद जरूरी

सत भक्ति करने वाले अच्छे से शिक्षा ग्रहण करते हैं क्योंकि सत भक्ति करने वाले बे फालतू में गेम खेल कर फिल्में देखकर नाटक देख कर वह अपना समय बर्बाद नहीं करते उस पूरे समय को शिक्षा में और सद्भक्ति में लगाते हैं जिसके कारण वह अच्छी और उच्च शिक्षा ग्रहण करने में जल्दी ही कामयाब हो जाते हैं

  • सत भक्ति करने वाले की समाज में इज्जत होती है क्योंकि हंसी दिल्लगी ठिठोली मजाक करने वालों से लोग कुछ ही समय तक खुश रहते हैं लेकिन यदि समाज में सम्मान की बात हो तो समय आने पर सत भक्ति करने वाले को ही सम्मान दिया जाता है क्योंकि लोग अंदर से जानते हैं कि कि यह व्यक्ति अच्छा है
  • सत भक्ति करने वाले भ्रष्टाचारी नहीं करते जिसके फलस्वरूप देश सशक्त मजबूत और अखंड होता है
  • कन्या भ्रूण हत्या, बेटी को बेटों से कम समझना, बेटियों अच्छी शिक्षा न दिलाना, इन सभी बुराइयों के वजह से लिंग अनुपात में आने वाली समस्या इस प्रकार की इन सभी बुराइयों को जड़ से खत्म करते हैं सत भक्ति करने वाले लोग।

1. ज्ञान 2. विवेक 3. सत्य 4. संतोष 5. प्रेम भाव 6. धीरज 7. निरधोषा (धोखा रहित) 8. दया 9. क्षमा 10. शील 11. निष्कर्मा 12. त्याग 13. बैराग 14. शांति निज धर्मा 15. भक्ति कर निज जीव उबारै 16. मित्र सम सबको चित धारै।

भावार्थ:- परमात्मा प्राप्ति के लिए भक्त में कुछ लक्षण विशेष लक्षण होते हैं। ये 16 आभूषण उसकी सुंदरता होते हैं। जिस कारण उसके कार्यों से समाज देश दुनिया सुंदर हो जाती है। 

पिछले पाप कर्म घंटों के फलस्वरूप यदि कोई तकलीफ आती भी है तो सत भक्ति करने वालों की वह तकलीफ परमात्मा बहुत हल्के में टाल देते हैं भक्तों को ज्यादा समस्या नहीं होती। सत भक्ति करने वाले पूरा जीवन परमात्मा की शक्ति साथ होने के कारण सुख में जीते हैं और अंततः मोक्ष को प्राप्त करते हैं जो मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य है कबीर परमेश्वर जी की का वचन है कि सत भक्ति करने वाले की 108 पीढ़ी पार होती हैं अर्थात स्वयं और अपने कुल खानदान का भी उद्धार करते हैं सत भक्ति का वो करने वाले लोग। 

सत भक्ति करने वाले लोगों लिए स्वयं कबीर परमेश्वर ने अपनी वाणी में कहा है। 

धन  जननी धन भूमि धन, धन नगरी धन देश।

धन करणी धनकुल धन, जहां साधु प्रवेश।। 

अर्थात वह माता भूमि नगर कुल और उसके अच्छे कर्म वे सभी धन्य है। जहां पर एक साधु का जन्म हुआ या एक साधु वहां पर आया। 

साधु नदी और मेघ गजल कहीं कहीं होत है मौज, अर्थात जहां पर साधु नदी और वर्षा का जल होता है ऐसी मौज कहीं-कहीं होती है।

IND vs Pak: क्या है सच्ची जीत

यह 30 करोड़ राम है जा लिए,  जीत जीत ले जंग ने,  त्रेता में मुनींद्र ऋषि के रूप में आए कबीर परमेश्वर जी ने हनुमान जी को ज्ञान समझाते हुए तीनों देव ब्रह्मा विष्णु महेश के जन्म मृत्यु और इनके अवतारों के बारे में बताया था और कहा था अभी तक कुल 30 करोड़ राम पृथ्वी पर आ चुके हैं और वह इसी तरह रावण को मार कर युद्ध जीतकर लौट जाते हैं और यहां पर क्रिकेट मैच जीत गए या कोई जंग जीत कर अपने आप को विजई समझते हैं, यह एक बहुत बड़ी भूल है,

यह संसार विघ्न की घाटी । 

निकसत विरला सूर ।। 

कबीर परमेश्वर जी कहते हैं यह संसार कष्ट का घर है यहां से कोई शूरवीर भक्त ही निकल सकता है और सतलोक प्राप्ति करता है और वही एक इंसान की सच्ची जीत है

सतलोक प्राप्ति है क्यों आवश्यक है और क्यों है सबसे बड़ी उपलब्धि है कुछ लोग कुछ पद,प्रतिष्ठा, सम्मान, प्राप्ति को ही सब कुछ समझते हैं, वहीं पर भक्त नरसी, सुल्तान अधम, वाजिद खान, पीपा राजा सीता रानी, मीराबाई, राजघराने छोड़कर साधारण जीवन जीते हुए भक्ति की और जीवन सफल किया, और जीवन की सच्ची जंग जीत ली

कबीर परमेश्वर जी ने कहा है

मन तू सुख के सागर बस रे, 

भई और ना ऐसा यस रे

उदाहरण के तौर पर :किसी भी अच्छे नेता को कोई उपलब्धि दी जाती है या मरणोपरांत कोई सम्मान दिया जाता है, और यह दिवस सत भक्तिऔर यदि उसने सत भक्ति नहीं की तो यह सब व्यर्थ है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा आपकी एक मूर्ति बना दी जाएगी और और आप पशु या पक्षी बनकर अपनी ही मूर्ति के आसपास घूम रहे होंगे अब आप ही बताइए उससे आपको क्या लाभ मिला अगर सत भक्ति करते तो मोक्ष प्राप्ति होती है इसीलिए संतो ने कहा है कि सत भक्ति करके मोक्ष प्राप्ति ही सच्चाई यस है

कौन है पूर्ण परमात्मा,(अल्लाह ताला) और कौन है नाम दीक्षा देने का एकमात्र अधिकारी तत्वदर्शी, बाखबर संत?

कौन है पूर्ण परमात्मा, आइए जानते हैं प्रमाण सहित

  • पवित्र चारों वेद, यजुर्वेद अध्याय 29 मंत्र 25 तथा  सामवेद संख्या 1400, ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मंत्र 9 तथा सूक्त 96 मंत्र 17 से 20,अथर्ववेद काण्ड नं. 4 अनुवाक न. 1, मन्त्र नं. 7 
  • पवित्र कुरान शरीफ, सुरत फुर्कानी 25 आयत नं.52,58,59 में भी प्रमाण है।
  • पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब, राग तिलंग महला 1‘‘ पृष्ठ नं. 721
  • अय्यूब 36:5 (और्थोडौक्स यहूदी बाइबल – OJB)

हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई पवित्र चारों धर्मों की पवित्र पुस्तकों, में और अन्य जगहों पर प्रमाण है की पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी हैं उन्हीं को हम पूर्ण ब्रह्म कबीर साहेब, परमपिता परमात्मा कबीर साहेब, कविर्देव, कबीर देव, कविर अमित औजा, कबीर, कबीरा, कबीरन,खबीरा,खबीरन, अल कबीर अल्लाह हू कबीर, अल खिद्र, हक्का कबीर, पीर बाबा, जिंदा पीर, जिंदा महात्मा, जिंदा,बड़े पीर, अल्लाह ताला, मौला, रब, खुदा, परमेश्वर, सर्व गतम ब्रह्म,अविनाशी परमात्मा, बड़े सरकार,सर्व  सृष्टि रचन हार, सर्वशक्तिमान कबीर, आदि पुरुष नारायण, परम अक्षर ब्रह्म, उत्तम पुरुष, परम संत, कबीर दास, कबीर जी, कवि:, पूर्ण गुरु,सत्पुरुष, अनामी पुरुष, अलग पुरुष, अगम पुरुष,आदि गणेश,आदि राम, पूर्ण राम, पांचवा राम, शब्द सरूपी राम, कबीर  साहेब इत्यादि नामों से जानते हैं

इस्लाम में अल खिद्र (अल्लाह कबीर) को उनके हाथों से और उनके ज्ञान से पहचाना जाता है

अरब के देशों में यह मान्यता है कि अल खिद्र के हाथों में हड्डियां नहीं है, उनके हाथ रोई जैसे मुलायम होते हैं  और अल केंद्र के ज्ञान का कोई सानी नहीं है वे अद्वितीय हैं सर्वशक्तिमान है अल्लाह की राह में जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अल खिद्र मिलते हैं । तत्वदर्शी बा खबर संत रामपाल जी महाराज जी से मिलने वाले लोगों के विचार भी बहुत हैरान करने वाले हैं उन लोगों का कहना है कि संत रामपाल जी महाराज जी के हाथों में हड्डियां नहीं है उनके हाथ भी रुई जैसे मुलायम है अर्थात संत रामपाल जी महाराज ही बाखबर संत  है। या अलखिद्र हैं जो अपना ज्ञान स्वयं बताने के लिए पृथ्वी पर आए हुए हैं इस बात को मुस्लिम समाज अच्छी तरह से समझना चाहिए। 

वर्तमान में कौन है नाम दीक्षा देने का अधिकारी तत्वदर्शी, बाखबर संत?

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 15 श्लोक 1 के अनुसार वर्तमान में तत्वदर्शी बा खबर संत कोई और नहीं हिंदुस्तान की पावन धरा पर मौजूद जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज ही हैं, जो नाम दीक्षा देने के एकमात्र अधिकारी संत हैं। यही कारण है कि करोड़ों लोग  जो तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से जुड़कर सुखमय और निरोगी जीवन जी रहे हैं । सभी से प्रार्थना है बहुचर्चित पुस्तक ज्ञान गंगा को पढ़ें ज्ञान समझें, नाम दीक्षा लेकर, पूर्ण मर्यादा में रहकर, सत भक्ति करें, अपना और अपने परिवार का कल्याण कराएं, विश्व कल्याण में अपना योगदान प्रदान करें।

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