केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (8 सितंबर, 2024) को जानकारी दी है कि भारत में Mpox का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है. भारत लौटा एक युवा हाल ही में एक ऐसे देश से वापस आया है जहां Mpox का प्रसार हो रहा है. व्यक्ति को संदिग्ध Mpox मरीज के रूप में चिन्हित किया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, “मरीज के सैंपल की जांच चल रही है ताकि Mpox वायरस की पुष्टि हो सके। साथ ही, संपर्क में आए लोगों की पहचान और उनकी निगरानी के लिए भी प्रक्रिया जारी है ताकि देश के भीतर इसके प्रसार का आंकलन किया जा सके l
भारत में Mpox का पहला संदिग्ध मामला सामने आया है, जिससे स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत निगरानी और जांच शुरू कर दी है। एक युवा, जो हाल ही में एक ऐसे देश से लौटा है जहां Mpox का प्रसार हो रहा है, को आइसोलेट कर दिया गया है और उसके सैंपल की जांच जारी है। इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने संपर्क ट्रेसिंग और अन्य सुरक्षा प्रोटोकॉल को सक्रिय कर दिया है ताकि देश में इस वायरस के फैलने की संभावना को कम किया जा सके।
मुख्य बिंदु: भारत में Mpox
- Mpox एक संक्रामक बीमारी है, जिसके कारण रैशेज, बुखार, मांसपेशियों में दर्द और थकान हो सकती है। यह मंकीपॉक्स वायरस से फैलती है।
- भारत में Mpox का पहला संदिग्ध मामला। एक युवा को हाल ही में एक ऐसे देश से लौटने के बाद संदिग्ध Mpox मरीज के रूप में चिन्हित किया गया है, जहां Mpox का प्रसार हो रहा है।
- स्मरीज की जांच और निगरानी के लिए संपर्क ट्रेसिंग शुरू की गई है। मंत्रालय ने इसे प्रोटोकॉल के अनुसार प्रबंधित किया है।
- त्वचा पर रैशेज, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, थकान, और सूजी हुई लिम्फ नोड्स होना Mpox के लक्षण है।
- Mpox संक्रमित व्यक्ति से निकट संपर्क जैसे त्वचा से त्वचा, मुंह से मुंह संपर्क, या संक्रमित व्यक्ति के श्वसन कणों से फैलता है।
- संत रामपाल जी महाराज की दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से कई लोग बिना दवाओं के गंभीर बीमारियों से छुटकारा पा रहे हैं।
भारत में सामने आया है Mpox का पहला संदिग्ध मामला
भारत लौटा एक युवा हाल ही में एक ऐसे देश से वापस आया है जहां Mpox का प्रसार हो रहा है. व्यक्ति को संदिग्ध Mpox मरीज के रूप में चिन्हित किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार (8 सितंबर, 2024) को यह जानकारी दीमंत्रालय ने मरीज या स्थान से संबंधित विशेष जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन बताया है कि मरीज को एक विशेष अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया है और उनकी स्थिति स्थिर है। मरीज से सैंपल लिए गए हैं ताकि यह पुष्टि की जा सके कि उसे Mpox हुआ है या नहीं।
स्वास्थ्य मंत्रालय की पहल
इस मामले को पहले से तय प्रोटोकॉल के अनुसार प्रबंधित किया जा रहा है, और संपर्कों की ट्रेसिंग जारी है ताकि संभावित स्रोतों की पहचान और देश में इसके प्रभाव का आकलन किया जा सके। यह प्रयास विकास राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) द्वारा पहले किए गए जोखिम मूल्यांकन के अनुरूप है।
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मंत्रालय ने कहा कि देश ऐसे यात्रा-संबंधित मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और संभावित जोखिमों को प्रबंधित करने के लिए ठोस उपाय पहले से ही लागू हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, “मरीज के सैंपल की जांच चल रही है ताकि Mpox वायरस की पुष्टि हो सके। साथ ही, संपर्क में आए लोगों की पहचान और उनकी निगरानी के लिए भी प्रक्रिया जारी है ताकि देश के भीतर इसके प्रसार का आंकलन किया जा सके।
Mpox क्या है?
Mpox एक संक्रामक बीमारी है, जिससे दर्दनाक रैशेज, सूजी हुई लसिका ग्रंथियां (लिम्फ नोड्स), बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द और थकान हो सकती है। ज्यादातर लोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोग गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं। Mpox का कारण मंकीपॉक्स वायरस (MPXV) है, जो Poxviridae फैमिली के Orthopoxvirus जीनस का एक डबल-स्ट्रैंडेड DNA वायरस है। बता दें कि इसमें वेरियोला, काउपॉक्स, वैक्सीनिया जैसे अन्य वायरस भी शामिल होते हैं.
Mpox के लक्षण
Mpox से संक्रमित व्यक्ति के कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं:
a) त्वचा पर रैशेज
b) बुखार
c) गले में खराश
d) सिरदर्द
e) मांसपेशियों में दर्द
f) पीठ में दर्द
g) थकान
h) सूजी हुई लिम्फ नोड्स आदि
कैसे फैलता है Mpox
Mpox आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से फैलता है, जिसमें घर के सदस्य शामिल होते हैं। निकट संपर्क में त्वचा से त्वचा (जैसे छूना या यौन संपर्क), मुंह से मुंह या मुंह से त्वचा संपर्क शामिल होता है। इसके अलावा, किसी संक्रमित व्यक्ति के करीब बातचीत या श्वसन से निकलने वाले कणों के संपर्क में आने से भी संक्रमण हो सकता है।
सतभक्ति से होती हैं लाइलाज बीमारियाँ दूर
आज के समय में लाखों प्रकार की बीमारियाँ हैं, जिनमें से कई लाइलाज मानी जाती हैं। डॉक्टरों की दवाइयाँ और झाड़-फूंक या तांत्रिक क्रियाएँ भी इनमें से कई बीमारियों का इलाज नहीं कर पातीं। लेकिन, आज संत रामपाल जी महाराज द्वारा दी गई सतभक्ति से ये बीमारियाँ बिना दवाइयों और बिना किसी चिकित्सा के ठीक हो रही हैं ।
दुनिया भर में केवल संत रामपाल जी महाराज ही ऐसे संत हैं, जिनसे दीक्षा लेकर लाखों लोग अपनी वर्षों पुरानी बीमारियों से भी निजात पा रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज से प्राप्त सतभक्ति न केवल शारीरिक बीमारियों का निवारण करती है, बल्कि आत्मा की जन्म-मरण की बीमारी को भी समाप्त करती है।
FAQs About Mpox in India (Hindi)
1. भारत में Mpox का पहला संदिग्ध मामला क्या है?
Mpox का पहला संदिग्ध मामला भारत लौटे एक युवा का है, जो हाल ही में एक ऐसे देश से वापस आया है जहां Mpox का प्रसार हो रहा है। मरीज को आइसोलेट कर दिया गया है और उसके सैंपल की जांच की जा रही है।
2. Mpox क्या है?
Mpox एक संक्रामक बीमारी है, जो मंकीपॉक्स वायरस के कारण होती है। इसके लक्षणों में त्वचा पर रैशेज, बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
3. Mpox के लक्षण क्या हैं?
Mpox के मुख्य लक्षणों में त्वचा पर रैशेज, बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों और पीठ में दर्द, थकान और सूजी हुई लिम्फ नोड्स शामिल हैं।
4. Mpox कैसे फैलता है?
Mpox निकट संपर्क, जैसे त्वचा से त्वचा या श्वसन कणों के माध्यम से फैलता है। यह किसी संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक संपर्क या उनके साथ निकट बातचीत से भी फैल सकता है।
5. क्या सतभक्ति से बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है?
संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान से कई लोग बिना दवाओं के सतभक्ति के माध्यम से पुरानी और गंभीर बीमारियों से मुक्ति पा रहे हैं। सतभक्ति से न केवल शारीरिक बल्कि आत्मिक बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है।
6. स्वास्थ्य मंत्रालय ने Mpox के लिए क्या कदम उठाए हैं?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरीज को आइसोलेट कर दिया है और उसके संपर्क में आए लोगों की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, देश में Mpox के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।