Patanjali Corona Medicine Hindi News: पतंजलि कोरोना मेडिसिन

Patanjali Corona Medicine hindi news

Patanjali Corona Medicine Hindi News: कोविड-19 दुनिया भर में नहीं थम रहा कोरोनावायरस का कहर अब तक पूरी दुनिया में 9.24M लोग हो चुके हैं कोरोना संक्रमित, वहीं 477K लोगों ने गंवाई है अपनी जान, तथा 4.61M लोग हुए है रिकवर। बात करें कोरोनावायरस की वैक्सीन को लेकर तो अभी तक अपने आप को विकसित और विज्ञान के क्षेत्र में बेहतर समझने वाले दुनिया के बड़े-बड़े मुल्को ने इस वायरस के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए हैं कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है कोई भी देश इस वायरस की वैक्सीन नहीं बना सका और नतीजा 477K लोग इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं।

Patanjali Corona Medicine hindi news

Patanjali Corona Medicine Hindi News: पतंजलि कोरोना मेडिसिन

चीन ने यह दावा किया है कि शरद ऋतु तक कोरोनावायरस की वैक्सीन बनकर तैयार हो जाएगी
हाल ही में कोविड-19 से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए ब्रिटेन की दो प्रमुख बड़ी ड्रग कंपनियां बर्मिंघम और ऑक्सफोर्ड के विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग कर रही है लेकिन इसी बीच नकली योग गुरु बाबा रामदेव ने कोरोनावायरस की वैक्सीन को लेकर बड़ा खुलासा किया है रामदेव ने दावा किया कि पतंजलि की दवाओं ने दिल्ली, अहमदाबाद और अन्य शहरों में 280 रोगियों पर नैदानिक ​​परीक्षणों में 100% अनुकूल परिणाम” दिखाए हैं।

पतंजलि ने निजी स्वामित्व वाली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, NIMS विश्वविद्यालय, जयपुर के साथ सहयोग किया। “NIMS, जयपुर की मदद से हमने 95 रोगियों पर नैदानिक ​​नियंत्रण अध्ययन किया, और तीन दिनों के भीतर 69 प्रतिशत रोगी ठीक हो गए हैं रामदेव ने पत्रकारों से कहा, कि उनका कोरोना टेस्ट नेगेटिव हो गया है।

पतंजलि ने सरकार से मांगी COVID ड्रग क्लेम

रामदेव की पतंजलि ने दावा किया है कि उसके नए ड्रग्स, कोरोनिल और स्वसारी, 7 दिनों में COVID-19 मरीजों का इलाज करेंगे। रामदेव की पतंजलि ने दावा किया है कि उसके नए ड्रग्स, कोरोनिल और स्वसारी, 7 दिनों में COVID-19 मरीजों का इलाज करेंगे।

Patanjali Corona Medicine Hindi News: केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक ने कहा कि बाबा रामदेव ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन नियमों के अनुसार उन्हें पहले आयुष मंत्रालय में आकर ट्रायल देना होगा। उन्होंने कहा कि हम उनकी इस रिपोर्ट को देखेंगे उसके बाद ही अनुमति देंगे।

पतंजलि की दवा कोरोनिल के विज्ञापन पर रोक

केंद्रीय मंत्री श्रीपद नायक ने कहा कि कोई भी व्यक्ति या संस्था किसी भी रोग की दवाई बना सकता है। जो कोई भी दवा बनाना चाहता है सबसे पहले उसे आयुष मंत्रालय की टास्क फोर्स से गुजरना पड़ता है। सभी को पुष्टि के लिए आयुष मंत्रालय को शोध का विवरण भेजना होता है। यह नियम है और कोई भी इसके बिना अपने उत्पादों का विज्ञापन नहीं कर सकता है।

मंगलवार को पतंजलि द्वारा व्यापक रूप से कोरोना वैक्सीन के इलाज की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही आयुष मंत्रालय ने तथाकथित पतंजलि कोरोनावायरस इलाज किट और इसके लिए दावा किए गए परीक्षणों का विवरण मांगा।

Patanjali Corona Medicine Hindi News: दवाएं, “कोरोनिल और स्वसारी”, कोरोना किट में आती हैं, जिसकी कीमत 545 रुपये है, जिसे एक सप्ताह के भीतर पूरे भारत में बेचा जाना था। आयुष मंत्रालय ने पतंजलि की दवाओं की संरचना, इसके शोध के परिणामों तथा उन अस्पतालों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए कहा, जहां अनुसंधान आयोजित किए गए थे, क्या कंपनी को संस्थागत आचार समिति से मंजूरी मिली थी और क्या यह नैदानिक ​​परीक्षणों के लिए पंजीकृत था।

बाबा रामदेव ने जैसे ही मंगलवार को कोरोना को सात दिन में पूरी तरह ठीक करने के दावे के साथ दवा को लांच किया, तभी फोरन आयुष मंत्रालय हरकत में आ गया। और इसके बाद आयुष मंत्रालय ने तत्काल पतंजलि को दवा के प्रचार-प्रसार पर रोक लगाने का आदेश दे दिया।
मंत्रालय ने स्पष्ट कर दिया कि यदि इसके बाद दवा का विज्ञापन जारी रहा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आयुष मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पतंजलि ने ऐसी किसी दवा के विकसित करने और उसके ट्रायल की कोई जानकारी मंत्रालय को नहीं दी है।

रामदेव ने सर्दी-खांसी की दवा के लाइसेंस पर बनाई कोरोना की वैक्सीन! पतंजलि को नोटिस जारी

कोरोना वायरस के लिए पतंजलि द्वारा निर्मित कोरोनिल दवाई लॉन्च होते ही विवादों में घिर गई है। मंगलवार को स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण द्वारा दवाई लॉन्च किए जाने के बाद भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने दवाई के प्रचार प्रसार पर रोक लगा दी हैं।

इसके बाद बुधवार को बाबा रामदेव की दवा को एक और झटका लगा है। इस बार उत्तराखंड की आयुर्वेद ड्रग्स लाइसेंस अथॉरिटी ने बाबा की दवा पर सवाल उठाया है।
अथॉरिटी के उपनिदेशक यतेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को कोरोना की दवा के लिए नहीं बल्कि इम्युनिटी बूस्टर और खांसी-जुकाम की दवा के लिए लाइसेंस जारी किया गया था।

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रावत ने बताया कि उन्हें मीडिया के माध्यम से ही पता चला कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि द्वारा कोरोना की किसी दवा का दावा किया जा रहा है जबकि उन्हें इम्युनिटी बढ़ाने वाली और खांसी-जुकाम की दवा के लिए लाइसेंस जारी किया गया था।

आयुष मंत्रालय का ब्यान

रावत ने कहा कि भारत सरकार का निर्देश है कि कोई भी कोरोना के नाम पर दवा बनाकर उसका प्रचार-प्रसार नहीं कर सकता। आयुष मंत्रालय से वैधता मिलने के बाद ही ऐसा करने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल, विभाग की ओर से पतंजलि को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है।

बता दें कि मंगलवार शाम बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने देश के तमाम मीडिया संस्थानों के सामने एक बड़े कार्यक्रम में कोरोना की दवाई बनाने का दावा किया था, जिसमें रामदेव ने बताया कि उनकी दवाई की क्लीनिकल जांच की गई है।

Credit: BBC Hindi

रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना वायरस के इलाज में 100% कारगर होने का दावा करते हुए मंगलवार को बाजार में एक औषधि उतारी। वहीं, इसके कुछ ही घंटे बाद आयुष मंत्रालय ने उसे इस औषधि में मौजूद विभिन्न जड़ी -बूटियों की मात्रा एवं अन्य ब्योरा जल्द से जल्द उपलब्ध कराने को कहा। साथ ही, मंत्रालय ने विषय की जांच-पड़ताल होने तक कंपनी को इस उत्पाद का प्रचार प्रसार बंद करने का आदेश दे दिया।

पतंजलि COVID ड्रग के दावों पर आयुष मंत्री की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री श्रीपाद नाइक ने कहा कि यह एक “अच्छी बात” है कि रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन इसके लिए आयुष मंत्रालय से उचित अनुमति चाहिए।
सरकार द्वारा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद को कल से शुरू होने वाली विज्ञापन दवाओं को “कोरोनवायरस वायरस” के रूप में रोकने के लिए कहा गया, जब तक कि उनकी जांच नहीं हो जाती,

केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि यह एक अच्छी बात है कि योग शिक्षक ने देश को एक नई दवा दी है, लेकिन इसकी जरूरत है उनके आयुष मंत्रालय से उचित अनुमति।

राजस्थान सरकार ने की रामदेव पर मुकदमा दर्ज होने की मांग

कोई भी दवाएं बना सकता है। जो कोई भी दवा बनाना चाहता है उसे आयुष मंत्रालय की टास्क फोर्स से गुजरना पड़ता है। सभी को पुष्टि के लिए आयुष मंत्रालय को शोध का विवरण भेजना होगा। यह नियम है और कोई भी इसके बिना अपने उत्पादों का विज्ञापन नहीं कर सकता है, “मंत्री ने कहा।

मंगलवार को पतंजलि द्वारा व्यापक रूप से प्रचारित किए जाने के कुछ घंटों बाद, मंत्रालय ने तथाकथित कोरोनावायरस इलाज किट और इसके लिए दावा किए गए परीक्षणों का विवरण मांगा।

दवाएं, “कोरोनिल और स्वसारी”, कोरोना किट में आती हैं, जिसकी कीमतपतंजलिसे संबंधित दस्तावेज कल ही मंत्रालय को भेजे थे, उन्होंने पुष्टि की।

आध्यात्मिक शक्ति से हो सकता है महामारी का अंत

किसी भी खतरनाक बीमारी को कबीर परमेश्वर जी जड़ से समाप्त कर सकते हैं पूर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर अपनी शरण में आए हुए साधक के घोर पाप को नाश करके उसे स्वस्थ कर देता है
पूर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर जी की शरण में आने के बाद असाध्य रोग से ग्रसित व्यक्ति भी तुरंत ठीक हो जाता है

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