विश्व पर्यटन दिवस की शुरुवात 1980 में हुई थी। तब से लेकर आज तक विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है।यह ज्यादा समय तक चलने वाली नैतिक एवं पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा देता है। जिससे पर्यटकों, जीव-जंतु, स्थानीय समुदाय को सुरक्षा प्रदान होती है। पर्त्यक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस समारोह है। जानिए खास बातें।
विश्व पर्यटन दिवस क्यों है खास?
विश्व में कई प्रकार के दिवस, त्यौहार आदि मनाए जाते हैं।विश्व पर्यटन दिवस मनाने से हमें पर्यटन से होने वाले प्रभावों तथा पर्यटेनों का हमारे जीवन में महत्त्व का पता चलता है।साथ ही इससे हमें लोगों में जागरूकता बढ़ाने में भी प्रेरणा मिलती है।इसमें मुख्य रूप से आर्थिक के साथ-साथ पशुओं के कल्याण से संबंधित विचारों को भी शामिल किया जाता है।इसलिए विश्व पर्यटन दिवस को खास माना जाता है।
विश्व पर्यटन दिवस की थीम
इस बार विश्व पर्यटन दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने संदेश दिया था कि “पर्यटन और शांति” इसी थीम पर इस बार पर्यटन दिवस मनाया जाएगा। इस विश्व पर्यटन दिवस पर हम पर्यटन और शांति के बीच में संबंध को विस्तार से जानेंगे।इससे हमें वन्य जीवों के अनुभव करने के तरीकों की खोज करने में प्रोत्साहित करता है।
विश्व में शांति लाने में मदद करता है पर्यटन
पर्यटन विश्व में शांति लाने में मदद करता है। जब हम किसी भी पर्यटन के द्वारा यात्रा करते हैं, तब यात्रा से ही हमें सभी जगह की जानकारी होती है। इससे हमें जीव-जंतुओं की जानकारी होती है और इसी के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के समुदायों की जानकारी भी होती है।विश्व में एक सकारात्मक ऊर्जा का विकास पर्यटन के द्वारा यात्रा करके किया जा सकता है।पर्यटन से हम नई-नई तकनीकों के बारे में सीखने को मिला हैं।
विश्व पर्यटन दिवस का महत्व एवं उद्देश्य
विश्व पर्यटन दिवस का महत्व राष्ट्रीय एवं वैश्विक स्तर पर आर्थिक विकास को बढ़ाना है तथा लोगों के मन में पर्यटन को लेकर अंतरराष्ट्रीय रूप से भावनाओं को जगाना है।यूएनडब्ल्यूटीओ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अति महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Read in English: Know About the Best Tourist Destination on National Tourism Day
विश्व पर्यटन दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) ने विश्व पर्यटन दिवस की स्थापना की थी। उसके बाद 27 सितंबर 1970 में UNWTO क़ानून को अपनाने का प्रस्ताव पेश किया था। फिर संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने 1979 में विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत की थी। लेकिन आधिकारिक तौर पर इसे 1980 से लागू किया गया। तब से लेकर आज तक विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है।
भारत के कुछ महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल
हम बात कर रहे हैं भारतीय मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में जिनका इतिहास काफी पुराना है तथा काफी रोचक है । इससे आपको इतिहास में घटी घटनाओं की जानकारी पर्यटन के माध्यम से देखने को मिलती है तो संपूर्ण जानकारी नीचे देखते हैं।
भारत देश की राजधानी दिल्ली पर्यटन स्थल का बहुत बड़ा एक स्तंभ है।दिल्ली में कई ऐतिहासिक पर्यटन स्थल देखने को मिलते हैं। हम ऐसे ही कुछ खास पर्यटन स्थल के बारे में जानेंगे।
- लाल किला अपने विशाल दीवारों के कारण प्रसिद्ध है।लाल किले का निर्माण 1638 से 1648 तक 10 सालों में पूरा हुआ था,जिसे मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी राजधानी शाहजहांनाबाद के रूप में बनवाया था।
- कुतुब मीनार दिल्ली के दक्षिण क्षेत्र में स्थित है।यह ईट से बनी हुई विश्व की सबसे ऊंची मीनार है।इस कारण यह दिल्ली का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।इसका निर्माण कार्य 1199 में कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा शुरू किया गया था तथा उनके दामाद इल्तुतमिश द्वारा 1220 में पूरा किया गया।
- इंडिया गेट को अखिल भारतीय युद्ध स्मारक कहा जाता है। यह दिल्ली के कर्तव्य पथ पर स्थित 43 मीटर ऊंचा स्मारक है।यह आजाद भारत का राष्ट्रीय स्मारक है।इसका डिजाइन सर बालेन शाह ने तैयार किया था।
- मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा बनाया गया ताजमहल एक राष्ट्रीय स्मारक है।इसका निर्माण 1648 के लगभग हुआ था।इसमें कई प्रकार की संगमरमर के पत्थर लगे हुए हैं ,जो काफी पर्यटकों को प्रभावित करते हैं।साथ ही इसके श्वेत गुम्मज भी आकर्षण का कारण है। ताजमहल मुगल सम्राट शाहजहां की बेगम मुमताज की याद में बनवाया गया था।
भारत में अन्य और भी ऐसे स्थान हैं, जो बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। जैसे कि पंजाब में गोल्डन टेंपल, चण्डीगढ़ में रोज गार्डन, राजस्थान में माउंट आबू आदि । इसके अलावा गोवा में भी बहुत से प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।
जानिए उस स्थान के बारे में यहां पर पुर्ण शांति है
इस कलयुग में लोग बहुत सी जगह पर घूमने के लिए यात्रा करने के लिए जाते हैं।लेकिन इस संसार में किसी का कोई ठिकाना नहीं है कब मनुष्य मृत्यु को प्राप्त हो जाए लेकिन इस विषय में चर्चा करना बहुत ही कठिन है।यदि किसी व्यक्ति को के पास धन है और उसे मृत्यु का भय नहीं है,तो वह केवल माया जोड़ने में और घूमने फिरने में ही अपना जीवन व्यर्थ कर देता है।लेकिन सत्संग सुनने से संतों के विचार सुनने से व्यक्ति को यह ज्ञान होता है कि मनुष्य शरीर केवल मोक्ष प्राप्त करने के लिए मिला है।इसे व्यर्थ नहीं करना चाहिए,इसके लिए सबसे पहले हमें गुरु बनाना चाहिए।गुरु भी पूर्ण होना चाहिए जो की सभी वेदों शास्त्रों का पूर्ण ज्ञाता हो। वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज जी ही बहुत ऐसे एकमात्र संत हैं,जो सभी पवित्र धर्म के सद्ग्रंथो के पूर्ण ज्ञाता हैं। अधिक जानकारी हेतु विजिट करें हमारा यूट्यूब चैनल “संत रामपाल जी महाराज।”
FAQs
विश्व पर्यटन दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर को मनाया जाता है।
विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत कब से हुई?
विश्व पर्यटन दिवस को सबसे पहले 27 सितंबर,1980 को मनाया गया था।
इस आयोजन के पीछे कोनसा संगठन है?
संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन(United Nations World Tourism Organization है।