Google Doodle On Pu La Deshpande in Hindi: महान लेखक, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता और डायरेक्टर पुरुषोत्तम लक्ष्मण देशपांडे (Purushottam Laxman Deshpande) को आज गूगल ने डूडल (Google Doodle) बनाकर याद किया.
Purushottam Laxman Deshpande को Google ने Doodle बनाकर किया याद
Google Doodle On Pu La Deshpande in Hindi: महान लेखक, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता और डायरेक्टर पुरुषोत्तम लक्ष्मण देशपांडे (Purushottam Laxman Deshpande) को आज गूगल ने डूडल (Google Doodle) बनाकर याद किया. आज पुरषोत्तम लक्षमण देशपांडे की 101वीं जयंती है. पीएल देशपांडे को ‘पुल’ देशपांडे के नाम से भी जाना जाता है, इसलिए Google ने अपने डूडल में ‘पुल’ शब्द को दिखाया है. Google के इस Doodle में पीएल देशपांडे हरमोनियम बजाते दिख रहे हैं. इसी पर ‘पुल’ लिखा गया है.
पुरुषोत्तम लक्ष्मण देशपांडे का जन्म 8 नवंबर 1919 को मुंबई में हुआ था. पुल देशपांडे मराठी के जानेमाने लेखक थे. इसके साथ-साथ वह अभिनेता, संगीतकार और डायरेक्टर भी थे. 80 साल की उम्र में उनका निधन 12 जून 2000 को हो गया. पुरुषोत्तम देशपांडे ने मराठी के अलावा हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों में भी अभिनय किया है. कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 1990 में पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
■ Also Read –Vladimir Putin News [Hindi]: पार्किन्सन बीमारी के चलते पुतिन, जनवरी में छोड़ सकते हैं राष्ट्रपति पद
पुरुषोत्तम लक्षमण देशपांडे का स्वाभाव हंसी-ठिठोली वाला था. उनके अंदर क्षमता थी कि वे रोते हुए व्यक्ति को भी हंसा देते थे. उनके इसी स्वाभाव का उन्हें बड़ा फायदा मिला. सिनेमा में उनका यह व्यक्तित्व काफी काम आया और इसकी पूरी झलक उनके काम में थी.
पंडित नेहरू का पहला इंटरव्यू
पुरुषोत्तम लक्ष्मण देशपांडे ने कुछ सालों तक कर्नाटक के रानी पार्वती देवी और मुंबई के कीर्ति कॉलेज में बतौर प्रोफेसर भी कार्यरत रहे. उसी दौर में दूरदर्शन की शुरुआत हुई थी, जहां देशपांडे ने काम किया और वह पहले व्यक्ति बने जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू का साक्षात्कार लिया था. उन्होंने कुछ समय BBC में भी प्रशिक्षण लिया. उसके बाद उन्होंने फ्रांस और पश्चिमी जर्मनी में भी काम किया. उनकी कुछ ट्रैवल डॉक्यूमेंट्री उस दौर की याद दिलाती हैं और अमूल्य धरोहर हैं.
दरअसल, पीएल देशपांडे को ‘पुल’ देशपांडे के नाम से भी जाना जाता था, इसलिए Google ने डूडल में ‘पु ल’ शब्द को दिखाया है। Google डूडल के लिए उनकी प्रेरणा के बारे में, कुलवूर ने कहा था कि “मुंबई / महाराष्ट्र में जन्मे और पले-बढ़े, पु ल देशपांडे का नाम लोकप्रिय संस्कृति में सबसे ऊपर आता है जिसके लिए वे लगातार काम करते रहे। उन्होंने संगीत, लेखन, फिल्म, थिएटर, साहित्य, और बहुत कुछ किया। वे जीवन के एक तेज पर्यवेक्षक के रूप में जाने जाते थे, जो उनके साहित्यिक कार्यों में कोई भी देख सकता है। एक बेतहाशा लोकप्रिय मराठी गीत है जिसे हम स्कूल में बच्चों को ‘नच रे मोरा’ (डांस पीकॉक, डांस) कहते हैं, के रूप में उजागर किया गया था – मैंने बहुत बाद में (मेरे आश्चर्य को) सीखा कि उन्होंने रचना की थी गाना!