आईआईटी और एनआईटी जानिए भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों के बारे में

आईआईटी और एनआईटी जानिए भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों के बारे में

12वीं के बाद लाखों स्टूडेंट्स की इंजी‍नियरिंग की फील्ड में करियर बनाने की होड़ लगी रहती है। उसमें से ज़्यादातर का सपना होता है देश की कुल 23 आईआईटी में से टॉप आईआईटी में सिलेक्शन। इसके अलावा देश की टॉप एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) भी कई बार प्लेसमेंट के मामले में आईआईटी को पीछे छोड़ देते हैं। तो आइए जानते हैं कि एनआईटी और आईआईटी में क्या अंतर है और इनमें दाख‍िले का क्या नियम है, इनकी तैयारी का प्रोसेस क्या हैं?

आईआईटी और एनआईटी में अंतर से संबंधित मुख्य बिंदु 

1. आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) और एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) दोनों ही भारत के सबसे प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान हैं।

2. आईआईटी भारत के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने तकनीकी संस्थानों में से एक है। जबकि NIT भारत के प्रौद्योगिकी संस्थान में से एक है।

3. आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई एडवांस्ड परीक्षा देनी होती है, लेकिन एनआईटी में प्रवेश के लिए जेईई मेन परीक्षा देनी होती हैं।

4. आईआईटी और एनआईटी में एजुकेशन क्वालिटी बहुत अच्छी होती है।

5. आईआईटी और NIT को इंजीनियरिंग, साइंस और टेक्नोलॉजी की पढ़ाई के लिए देश ही नहीं विदेशों में भी जाना जाता है।

6. आईआईटी और एनआईटी के स्टूडेंट को इंडस्ट्रीज एरिया में अच्छी जॉब मिलती है।

7. आईआईटी की स्थापना 1950 में हुई थी। वहीं एनआईटी की स्थापना 1960 में हुई थी। आईआईटी और एनआईटी दोनों ही केंद्र सरकार के अधीन हैं।

आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन लेने के लिए क्या प्रक्रिया हैं?

आईआईटी में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को जेईई एडवांस्ड परीक्षा क्रैक करना होता है, यह परीक्षा हर साल मई में आयोजित होती हैं। लेकिन एनआईटी में एडमिशन के लिए जेईई मेन एग्ज़ाम क्रैक करना होता है। यह परीक्षा हर साल अप्रैल में आयोजित की जाती है। दोनों परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवार काउंसलिंग के योग्य होते हैं और काउंसलिंग के बाद फिर एडमिशन होता है।

आईआईटी और एनआईटी में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंटस का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?

IIT (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉटी) और NIT (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का सपना होता है कि हाई क्वालिटी वाली टेक्निकल एजुकेशन प्राप्त करना और टेक्निकल क्षेत्र में कैरियर बनाना, अच्छी इंडस्ट्रीज़ में जॉब प्राप्त करना और रिसर्च एंड डेवलपमेंट में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना।

आईआईटी और एनआईटी में पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की फीस कितनी होती है?

आईआईटी में बीटेक (बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी) करने वाले स्टूडेंट की ट्यूशन फीस लगभग 2 लाख प्रति वर्ष होती है, जबकि एनआईटी में बीटेक करने वाले स्टूडेंट की ट्यूशन फीस लगभग 1.2 लाख प्रति वर्ष होती है। दोनों की हॉस्टल फीस 15,000 से 25,000 तक होती है।

भारत में आईआईटी और NIT की संख्या कितनी है?

भारत में आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी) कुल 23 हैं और NIT (नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी) की कुल संख्या 31 है। देश के लगभग हर राज्य में एनआईटी इंस्टिट्यूड्स हैं, इसकी मान्यता भी आईआईटी से कम नहीं है, हालांकि इसकी एनआईआरएफ रैंकिंग आईआईटी से नीचे है।

आईआईटी और NIT से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की सैलरी कितनी होती है?

आईआईटी (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) और एनआईटी (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की सैलरी विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उनकी शैक्षिक योग्यता, कौशल, अनुभव, और उद्योग में मांग।

आईआईटी से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की सैलरी:

  • बीटेक सॉफ्टवेयर इंजीनियर: 10-20 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर: 8-15 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • एमटेक (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी) सॉफ्टवेयर इंजीनियर: 15-30 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर: 12-25 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • मैकेनिकल इंजीनियर: 10-20 लाख रुपये प्रति वर्ष

एनआईटी से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट की सैलरी:

  • बीटेक (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी) सॉफ्टवेयर इंजीनियर: 6-12 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर: 5-10 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • मैकेनिकल इंजीनियर: 4-8 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • एमटेक (मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी) सॉफ्टवेयर इंजीनियर: 10-20 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियर: 8-15 लाख रुपये प्रति वर्ष
  • मैकेनिकल इंजीनियर: 6-12 लाख रुपये प्रति वर्ष

आध्यात्मिक ज्ञान के बिना हायर एजुकेशन भी व्यर्थ है 

परमात्मा ने शिक्षा मनुष्य को भगवान की खोज करने के लिए दी है लेकिन आज मानव अच्छी शिक्षा प्राप्त कर भगवान से कोसों दूर होते जा रहा है। उच्च शिक्षा ने लोगों को आध्यात्मिकता से दूर कर दिया है। तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी अपने सत्संग में बताते हैं कि शिक्षा का उद्देश्य केवल परमात्मा की खोज करना है। आज मानव को आध्यात्मिक ज्ञान की अति आवश्यकता है और आध्यात्मिक ज्ञान केवल संत रामपाल जी महाराज जी के पास है। अधिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के आध्यात्मिक यूट्यूब चैनल “संत रामपाल जी महाराज” को सब्सक्राइब करें और उनके द्वारा लिखित पुस्तक जीने की राह अवश्य पढ़ें।

आईआईटी और NIT से संबंधित FAQs:

1. एनआईटी क्या है?

उत्तर: एनआईटी, (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नलॉटी) ये इंडिया के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजों में से है पर इसकी रैंक आईआईटी से नीचे है। ये सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा सेटअप किए जाते हैं और टेक्निकल एजुकेशन और रिसर्च पर फोकस करते हैं।

2. आईआईटी की फीस कितनी है?

उत्तर: IIT की फीस पहले 90 हज़ार रुपए थी, जबकि अब 2 लाख रुपए प्रति वर्ष हो गई है। इस हिसाब से फीस में 1 लाख 10 हजार रुपए का इज़ाफ़ा हुआ है।

3. NIT का फुल फॉर्म क्या है?

उत्तर: नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, यह इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए जाना जाने वाला एक कॉलेज है।

4. देश का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज कौन सा है?

उत्तर: देश का सबसे बड़ा इंजीनियरिंग कॉलेज आईटीआई खड़गपुर है।

5. आईआईटी और NIT की स्थापना कब हुई?

उत्तर: भारत सरकार ने आईटीआई की स्थापना 1950 के दशक में की थी और NIT की स्थापना 1960 के दशक में हुई थी।

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