संत रामपाल जी महाराज जी के सान्निध्य में मनाया जा रहा है 511वां “दिव्य धर्म यज्ञ दिवस” जिसके उपलक्ष्य में समागम की तैयारियां पूरे जोरशोर से चल रही हैं। संपूर्ण विश्व को इस धर्म यज्ञ में सम्मिलित होने का न्यौता दिया गया है। आइए जानते हैं दिव्य धर्म यज्ञ दिवस की पूरी तैयारियों के बारे में विस्तार से।
कलयुग में स्वर्ण युग की शुरुआत हो चुकी है
लाखों पुण्य आत्माएं तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी को पहचान कर उनकी शरण में नित प्रतिदिन आ रहे हैं। नामदीक्षा लेकर सत्य भक्ति कर रहे हैं। मनुष्य जन्म के असली उद्देश्य को पहचान कर मोक्ष प्राप्ति के लिए तत्पर हैं तथा साथ ही सांसारिक सुखों का भी लाभ उठा रहे हैं। श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक रूप से लाभान्वित करने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी सदा भंडारों का आयोजन करते रहे हैं। ऐसा ही एक विशाल भंडारा समागम यानि की दिव्य धर्म यज्ञ दिवस के पुण्य अवसर पर 10 सतलोक आश्रमों में दिनांक 14,15 और 16 नवंबर, 2024 को तीन दिवसीय अखंड पाठ, नि:शुल्क नामदीक्षा, तीन दिवसीय अखंड भंडारा, रक्तदान शिविर, दहेज मुक्त सामूहिक रमैणी विवाह कार्यक्रम, विशाल सत्संग समारोह आयोजित किए जायेंगे। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
सभी 10 सतलोक आश्रमों जैसे सतलोक आश्रम, शामली, उत्तर प्रदेश; सतलोक आश्रम, धूरी, पंजाब; सतलोक आश्रम, खमानो, पंजाब; सतलोक आश्रम, मुंडका, दिल्ली; सतलोक आश्रम, भिवानी, हरियाणा, सतलोक आश्रम रोहतक, हरियाणा; सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र, हरियाणा; सतलोक आश्रम किठौदा, इंदौर; सतलोक आश्रम, सोजत, राजस्थान और सतलोक आश्रम, जनकपुर, नेपाल में एक साथ विशाल समारोह आयोजित किये जाएंगे ।
14-15-16 नवंबर को मनाया जाने वाला दिव्य धर्म यज्ञ दिवस बहुत विशेष है
संत रामपाल जी के सानिध्य और उनकी देखरेख में ही उनके अनुयायी विशाल सत्संग समागम के साथ साथ समाज कल्याण के कार्यक्रम भी आयोजित करते रहते हैं। इस बार का समागम विशेष है। संत रामपाल जी महाराज जी बताते हैं कि दिव्य धर्म यज्ञ 511 साल पहले कबीर परमेश्वर ने किया था। कारण कुछ यूं था। बादशाह सिकंदर लोधी के धार्मिक गुरु शेख तकी ने काशी के पंडितों और मुल्लाओं के साथ मिलकर कबीर परमेश्वर को नीचा दिखाने के लिए एक षडयंत्र रचा। सतज्ञान देने से कबीर परमेश्वर की ख्याति बढ़ रही थी। इसी कारण शेख तकी कबीर परमेश्वर से ईर्ष्या करने लगा था। शेख तकी कबीर परमेश्वर की छवि धूमिल करने में जुटा था।
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उसने पूरे भारत के 18 लाख साधुओं को कबीर परमेश्वर की ओर से झूठे निमंत्रण पत्र भिजवा दिए । पत्र में लिखा, काशी का कबीर जुलाहा तीन दिवसीय भव्य भोज का आयोजन कर रहे हैं। शेख तकी को विश्वास था, गरीब जुलाहा कबीर इतने लोगों को तीन दिन तक दावत नहीं दे पाएगा। अतिथि लोग उन्हें गाली देंगे। बेचारा कबीर शर्मसार होकर काशी नगरी छोड़ देगा। शेख तकी को इस बात का एहसास तक नहीं था कि साक्षात परमेश्वर पृथ्वी पर अवतरित हुए हैं और एक गरीब जुलाहे की भूमिका निभा रहे हैं।
कबीर परमेश्वर ने एक अन्य भेष धारण किया
केशव बंजारा के भेष में अपने शाश्वत धाम सतलोक से पका पकाया दिव्य भोजन नौ लाख बैलों पर लाद कर लाए। भव्य मोहन भोजन व्यवस्था क्षण भर में कर दी। कबीर परमेश्वर ने चौबीस घंटे सत्संग किया। लाखों नेक आत्माएं उनके शिष्य हो गए। शेख तकी फिर भी परमात्मा को पहचान न पाया और उनसे ज्यों की त्यों ईर्ष्या करता रहा। परंतु भाग्यशाली आत्माओं ने कबीर परमात्मा को केशव बंजारा रूप में आया पहचान कर नामदीक्षा ग्रहण की।
क्यों मना रहे हैं 2024 में दिव्यधर्मयज्ञदिवस?
कबीर परमेश्वर जी ने 1513 ईस्वीं में उत्तर प्रदेश के काशी नगर में भव्य भंडारे का आयोजन किया था। यह भंडारा विक्रमी संवत 1570 के कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष चौदस से शुरू हुआ। तीन दिन तक चला भंडारा मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की प्रथमा को संपन्न हुआ। ये खास तीन दिन साल 2024 में 7-8-9 नवंबर को पड़ रहे हैं ।
कबीर परमेश्वर आज से 600 वर्ष पूर्व पृथ्वी पर लीलावत अवतरित हुए थे। सन 1398 में शिशु रूप में काशी में कमल पुष्प पर प्रकट हुए। 120 वर्ष तक जुलाहे की भूमिका कर तत्वज्ञान दिया। 1518 ईसवीं को सशरीर मगहर नगर से सतलोक गमन कर गए। पृथ्वी पर परमात्मा कबीर जी ने अनेकों दिव्य लीलाएं की। इनमें से एक है केशव भंडारा जो संत रामपाल जी महाराज इस माह “दिव्य धर्म यज्ञ दिवस” के नाम से मना रहे हैं।
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस पर सभी को आमंत्रण
511 वर्ष बाद एक दो नहीं पूरे दस भंडारे हो रहे हैं। कबीर परमेश्वर द्वारा दिए गए महान भंडारे की याद में “दिव्य धर्म यज्ञ दिवस” समागम का आयोजन हो रहा है। विश्वभर के सभी गणमान्य और आम लोगों को आमंत्रित किया गया है। इस विशाल भंडारे में लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। लोगों को निमंत्रण देने के लिए अनेकों गांवों और शहरों में बैनर्स और पोस्टर्स लगवाए गए हैं।
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस 2024 [Hindi] | बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौराहों, कालेज, स्कूल, अस्पतालों ,बाजारों और अन्य विख्यात जगहों पर बड़े बड़े होर्डिंग्स और बोर्ड लगाकर भंडारे में आने की सूचना दी जा रही है। रोड शो और रैली के माध्यम से भी लोगों के बीच प्रचार किए जा रहे है। समाचार पत्रों और सोशल मीडिया के माध्यम से भी दिव्य धर्म यज्ञ दिवस की जानकारी पहुंचाई जा रही है। नेता, मंत्री, अधिकारी, फिल्मस्टार, खिलाड़ी आदि गणमान्यों को निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों को डिजिटल निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं।
दिव्य धर्म यज्ञ दिवस 2024 [Hindi] | तीन दिन तक होगा अखंड वाणी पाठ
7, 8 और 9 नवंबर, 2024 को संत गरीबदास जी महाराज के सतग्रंथ साहिब की अमरवाणी का अखंड पाठ चलेगा। श्रद्धालुओं को हलवा, लड्डू और जलेबी का प्रसाद दिया जाएगा।
दहेज मुक्त सामूहिक शादियां होंगी
संत रामपाल जी ने दहेज रहित विवाह करने की बड़ी पहल शुरू की है। परिणामस्वरूप, हजारों जोड़े आज खुशहाल वैवाहिक जीवन जी रहे हैं। दिव्य धर्म यज्ञ दिवस समागम के दिव्य अवसर पर हजारों दहेज मुक्त शादियां करवाई जाएंगी। ये कदम समाज के लिए अनुकरणीय साबित हो रहे हैं। युवा ऐसे आयोजनों से प्रेरणा ले रहे हैं। एक स्वस्थ सभ्य समाज का निर्माण हो रहा है।
रक्तदान व देहदान शिविर का आयोजन होगा
- जब समाज कल्याण की बात आती है तो संत रामपाल जी और उनके अनुयायी हमेशा शीर्ष पर रहते हैं। सभी दस सतलोक आश्रमों में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। श्रद्धालु जहां स्वेच्छा से रक्तदान करेंगे। हमेशा की तरह हजारों यूनिट रक्तदान होने की उम्मीद है। सैकड़ों श्रद्धालु मेडिकल कॉलेजों को शोध कार्य के लिए अपने मृत शरीर का उपयोग करने की सहमति देंगे।
- समागम में भारत ही नहीं अपितु विदेशों से भी परमात्मा प्राप्ति के लिए प्रयत्नशील और लाखों की संख्या में उनके अनुयायी आएंगे। संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी अपने निकटतम सतलोक आश्रमों में पहुंचकर दिव्य धर्म यज्ञ के पुण्यों का लाभ उठाएँगे ।
- इस विशेष तीन दिवसीय “दिव्य धर्म यज्ञ दिवस” का समापन 9 नवंबर को होगा। सतलोक आश्रम शामली, उत्तर प्रदेश से 9 नवंबर 2024, सुबह 9:15 बजे से विशेष सत्संग का लाइव प्रसारण होगा। सीधा प्रसारण साधना और पॉपकॉर्न टीवी पर देखा जा सकेगा। यह विशेष प्रसारण सतलोक आश्रम यूट्यूब चैनल, संत रामपाल जी महाराज यूट्यूब चैनल और संत रामपाल जी महाराज फेसबुक पेज से भी प्रसारित होगा।
- श्रद्धालु बेसब्री से 7-8-9 नवंबर का इंतजार कर रहे हैं। इस अवसर पर सभी प्रकार के धार्मिक यज्ञ पूरे होंगे।। नए भक्त नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करना आरंभ करेंगे। मनुष्य जीवन के उद्देश्य को सफल करने में यह “दिव्य धर्म यज्ञ दिवस” एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। आप इस दिवस पर अपने नज़दीकी सतलोक आश्रम में सपरिवार ज़रूर आएं।