भारत में खेलों का अपना अलग ही महत्व होता हैं, जब भी किसी खेल का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वकप आयोजित होता है, उस समय देश का माहौल अजब गजब रहता हैं, हर किसी का मन अपने देश को विश्वकप जीतते हुए देखने के लिए लालायित रहता है, ऐसे ही एक खेल जो कि महाभारत काल से चला आ रहा है, जिसका नाम है “खो खो” , जो भारत का धूल मिट्टी वाला खेल है, यह अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 24 देशों के बीच खेला जाएगा। यह पहला विश्वकप भारत में आयोजित होगा, जो कि 13 से 19 जनवरी 2025 के बीच में आयोजित किया जाएगा। आईए जानते है इस बारे में विस्तार से:
मुख्य बिंदु
- भारत में पहला खो खो विश्वकप 13 से 19 जनवरी 2025 के बीच नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होगा।
- खो खो को महाभारत काल का खेल माना जाता है और पहले इसे ‘रठेरा’ के नाम से जाना जाता था।
- वर्तमान में खो खो 54 देशों में खेला जा रहा है और 2025 तक इसके 90 देशों तक पहुंचने की संभावना है।
- विश्वकप में 6 महाद्वीपों के 10 देशों की कुल 24 टीमें (पुरुष और महिला) भाग लेंगी।
- भाग लेने वाले देशों में भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, घाना, केन्या, इंग्लैंड, जर्मनी, ब्राज़ील और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं।
- विश्वकप की मेजबानी मिलने से खो खो को ओलंपिक और एशियाई खेलों में स्थान मिलने का मार्ग प्रशस्त होगा।
खो खो खेल की उत्पत्ति के बारे में जानकारी
भारत की धूल मिट्टी का खेल कहे जाने वाले खो खो खेल को महाभारत काल का खेल माना जाता है, इसे पहले “रठेरा” नाम से जाना जाता था, सन 1914 में इस खेल के नियम निर्धारित किये गए थे और 1936 में बाल गंगाधर तिलक द्वारा पहली नियम पुस्तिका लिखी गयी थी, हालांकि इस खेल के नियमों को समयानुसार परिवर्तित भी किया जाता रहा है, पहले इसे कीचड़ में खेला जाता था, लेकिन इसे अब सीधी सतह पर खेला जाता है, पहले इसे पदक के रूप में भारतीय खेलों में स्थान था, लेकिन अब ट्रॉफी निर्धारित की गई है, जो कि 2025 में भारत की मेजबानी में आयोजित की जा रही है।
भारत को मेजबानी मिलने का महत्व
भारत को मेजबानी मिलने के कारण भारत देश का प्राचीनतम खेल खो खो वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान स्थापित कर पाएगा, ओलिंपिक और एशियाई खेलो में अपना प्रवेश पाकर विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना पाएगा। भारतीय खो खो महासंघ और भारतीय ओलम्पिक संघ के अनुसार 2032 तक खो खो खेल को ओलम्पिक में शामिल कराने का लक्ष्य है।
अन्य देशों में खो खो की स्तिथि
अभी तक खो खो खेल विश्व में 54 देशों में खेला जा रहा है और 2025 अंत तक 90 देशों में खेले जाने की संभावना है। भारत का सबसे प्राचीनतम खेल का विश्वकप 2025 में आयोजित किया जा रहा है, इस विश्वकप से पूरे विश्व में इस खेल की अलग ही पहचान बन सकती है ।
विश्वकप में भाग लेने वाली टीमों का विवरण
भारतीय खो खो महासंघ और भारतीय ओलम्पिक संघ के अनुसार खो खो विश्वकप में 6 महाद्वीपों के 10 देश भाग लेंगे, उन 10 देशों की पुरुष व महिलाओं 24 टीम इस खो खो विश्वकप में भाग लेंगे। भाग लेने वाले देशों के नाम है, भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, घाना, केन्या, इंग्लैंड, जर्मनी, ब्राज़ील, ऑस्ट्रेलिया।
विश्वकप के लिए पूरी तरह तैयार है भारत
भारत का प्राचीन खेल खो खो जिसका विश्वकप 13 से 19 जनवरी 2025 को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर (आईजीआई) स्टेडियम में आयोजित होने जा रहा है, जिसके लिए भारत पूरी तरह तैयार है, और इससे खेल और देश की लोकप्रियता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ेगी।
देश के नागरिकों के लिए ध्यान देने योग्य बातें
खेल और जीवन की एक सच्चाई यह है कि खिलाड़ी जो मैदान में उतरते हैं, वे अपनी आजीविका के लिए खेलते हैं। जैसे किसी मिठाई का आनंद केवल खाने वाला ही ले सकता है, उसी प्रकार खेल का वास्तविक लाभ – चाहे वह अनुभव हो, आर्थिक लाभ हो या प्रसिद्धि हो – केवल खिलाड़ी को ही मिलता है। दर्शक भले ही खेल से मनोरंजन प्राप्त करें, लेकिन यह क्षणिक आनंद है।
जीवन में समय अनमोल है। एक बार जो क्षण बीत जाता है, वह लौटकर नहीं आता। इसलिए आप सभी से आग्रह है कि अपने बहुमूल्य समय का सदुपयोग करें। संत रामपाल जी महाराज के सत्संग में समय व्यतीत करें, जो आध्यात्मिक ज्ञान का स्रोत है।
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FAQs on 2025 खो खो
1. खो खो खेल की उत्पत्ति कब और कहाँ हुई थी?
खो खो खेल की उत्पत्ति महाभारत काल से मानी जाती है। इसे पहले “रठेरा” नाम से जाना जाता था। इसके नियमों को 1914 में निर्धारित किया गया था।
2. भारत में खो खो विश्वकप कब और कहाँ आयोजित किया जाएगा?
भारत में खो खो विश्वकप 13 से 19 जनवरी 2025 तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर (आईजीआई) स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।
3. खो खो खेल को ओलंपिक में कब तक शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है?
भारतीय खो खो महासंघ और भारतीय ओलम्पिक संघ के अनुसार, 2032 तक खो खो खेल को ओलंपिक में शामिल करने का लक्ष्य है।
4. 2025 के खो खो विश्वकप में कौन-कौन से देश भाग लेंगे?
2025 के खो खो विश्वकप में 6 महाद्वीपों के 10 देशों की टीमें भाग लेंगी। ये देश हैं: भारत, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, घाना, केन्या, इंग्लैंड, जर्मनी, ब्राज़ील, और ऑस्ट्रेलिया।
5. खो खो खेल का विश्वकप भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
खो खो खेल का विश्वकप भारत में आयोजित होने से इस खेल को वैश्विक पहचान मिलेगी और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय हो सकता है। इसके साथ ही भारत को अपनी प्राचीन खेल धरोहर को और आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा।