भारत में सेफ्टी दिवस/सप्ताह (National Safety Day 2021) मार्च में मनाया जाता है। सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम के द्वारा दुर्घटना से कैसे बचा जाए इसके बारे में लोगों को जागरुक बनाने के लिये पूरे उत्साह के साथ इसे मनाया जाता है। लेकिन आखिर कैसे इस दिन को मनाने का आइडिया आया, कैसे हुई इसकी शुरुआत और हर साल क्यों अलग रखा जाता है इसका थीम (Theme), Quotes, जानेंगे इसके बारे में.
National Safety Day History in Hindi-राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास
इस दिन को मनाने की पहल नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्वारा ही की गई थी। 4 मार्च को भारत में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना हुई थी, तभी से इस दिन को नेशनल सेफ्टी डे के रूप में मनाया जाने लगा। नेशनल सेफ्टी काउंसिल एक फ्री बॉडी है जो सार्वजनिक सेवा के लिए गैर सरकारी और गैर लाभकारी संगठन के रूप में कार्य करता है।
इस संगठन की स्थापना साल 1966 में मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत हुई थी, जिसमें आठ हजार सदस्य शामिल थे। इसके बाद साल 1972 में इस संगठन द्वारा नेशनल सेफ्टी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद इसे नेशनल सेफ्टी डे की जगह नेशनल सेफ्टी सप्ताह के रूप में मनाया जाने लगा।
नेशनल सेफ्टी डे का उद्देश्य (Aim of National Safety Day)
नेशनल सेफ्टी डे/सप्ताह मनाने के लिए देशभर में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें लोगों को दुर्घटनाओं से बचाव, ड्राइविंग के रूल्स और तरीके बताकर उन्हें खुद के साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए भी जागरुक किया जाता है। वैसे राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस देश की सीमा पर तैनात सिपाहियों और सिक्योरिटी विभाग को समर्पित होता है जिनके देश की सीमाएं और हम सुरक्षित हैं।
नेशनल सेफ्टी डे 2024 का थीम-National Safety Day Theme
साल 2021 के नेशनल सेफ्टी डे का थीम है “सेफ़्टी फ़ॉर अ सस्टेनेबल फ़्यूचर” है। साल 2020 में इसका थीम था, “आधुनिक तकनीक की मदद से सुरक्षा एवं स्वास्थ्य कि गुणवत्ता को बढ़ाना”।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस?
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के दौरान औद्योगिक दुर्घटनाओं से बचाव के तरीकों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस खासतौर पर हजारों सिपाहियों को समर्पित किया जाता है, जो अपनी जान खतरे में डालकर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात रहते हैं.
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह
लोगों के बीच में सुरक्षा जागरुकता को बढ़ाने के लिये साथ ही 4 मार्च को इस कार्यक्रम के स्थापना को याद करने के लिये हर वर्ष भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस /सप्ताह अभियान मनाया जाता है। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद एक स्वशासित संस्था (लोक सेवा के लिये गैर लाभांस और गैर सरकारी संस्था) है जो 8000 सदस्यों के साथ मुम्बई में सोसाइटी एक्ट के तहत 4 मार्च 1966 में स्थापित हुआ था। सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संबंधी सहायता सेवा के साथ उनको लाभ पहुँचाने के द्वारा उनके आर्थिक नुकसान और विभिन्न मानव समस्या सहित जीवन के घाटे को कम करने और बचाने के लिये वार्षिक आधार पर ये एक राष्ट्रीय आंदोलन है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर भाषण – Speech on National Safety Day in Hindi
सम्मानीय अतिथि, सभी महामहिम और मेरे सभी छोटे-भाई-बहनों और यहां मौजूद साथियों को मेरा नमस्कार। सबसे पहले मै। आप सभी का इस कार्यक्रम में स्वागत करती हूं, आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर मुझे आप सभी लोगों के सामने भाषण देने का अवसर प्राप्त हुआ है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (नेशनल सेफ्टी एंड सेक्योरिटी डे) मनाया जाता है।
इस दिवस को एक सप्ताह तक मनाया जाता है, इस दौरान कई तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें न सिर्फ लोगों को देश की सुरक्षा के लिए जागृत किया जाता है, बल्कि उन्हें औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा, नारी सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, मिलावटी खाद्य पदार्थों से होने वाली बीमारियों से सुरक्षा के प्रति भी जागरुक किया जाता है।
वहीं इस दौरान लोगों को सुरक्षा के कई तरीकों से भी अवगत करवाया जाता है, ताकि वे समय पड़ने पर खुद का बचाव कर सकें। वहीं आज के इस मौके पर मै देश के सभी सुरक्षा विभाग और देश के वीर जवानों को देश की सुरक्षा करने के लिए शुक्रियादा अभिनंदन करती हूं / करता हूं। और उन वीर सपूतों के हौसले और जज्जे को सलाम करता हूं।
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आज हमारा देश इन वीर सपूतों की वजह से ही दुश्मनों से सुरक्षित है, और इन्ही की वजह से ही हम सभी आज चैन की सांस ले पा रहे हैं, देश की सीमा पर तैनात जवान अपनी जान की परवाह किए बिना हमारी सुरक्षा करते हैं। जिससे देश में सुख,शांति और अमन का माहौल कायम रहे।
इसके साथ ही आपको बता दें कि औद्योगिक, स्वास्थ्य, सड़क और पर्यावरण आंदेलन समेत सुरक्षा के प्रति लोगों को जागृत करने के उद्देश्य से मनाया जाना वाला राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को सबसे पहले नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्धारा अस्तित्व मे लाया गया था।
वहीं 4 मार्च, 1966 के दिन भारत में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना की गई थी, इसलिए इस दिन को हर साल नेशनल सेफ्टी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वहीं इस दिवस को 7 दिन तक मनाया जाता है। इस दिवस को सरकारी और प्राइवेट सभी संस्थानों में बनाया जाता है।
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जिसमें सुरक्षा को लेकर कई अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। इस दौरान वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, सुरक्षा पुरस्कार वितरण, सेमिनार, बैनर प्रदर्शनी, खेल-कूद प्रतियोगिताओं द्धारा लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मद्दों को लेकर जागृत किया जाता है। इसके साथ ही इस दौरान औद्योगिक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कई ट्रेनिंग प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाता है।
नेशनल सेक्योरिटी डे मनाने का मतलब सिर्फ देश के दुश्मनों से देश की सुरक्षा करना ही नहीं बल्कि देश के सभी लोगों को बीमारियों से सुरक्षित करना भी है, अर्थात इस दौरान स्वच्छता के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाता है।
इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए भी इस दौरान लोगों को ट्रेनिंग दी जाती हैं और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों से न सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े सभी मालिकों और कर्मचारियों को उनकी कानूनी जिम्मेदारी की याद दिलवाई जाती है, बल्कि वर्क प्लेस पर सुरक्षा को लेकर बढ़ावा भी दिया जाता है।
इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के माध्यम से लोगों में ऐतिहात बरतने वाली प्रवृत्ति भी विकसित की जाती है और खुद की सुरक्षा को लेकर जागरूक किया जाता है। इस तरह राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का सिर्फ एक ही उद्देश्य लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर स्लोगन (Slogan & Quotes on National Safety Day)
- सुरक्षित और स्वास्थ्य कारी कार्यस्थल के लिए मिलकर प्रयास करें.
- जब तक आप सुरक्षा को अपना प्रथम ध्येय रखते है सफलता हमेशा आपके साथ रहेगी.
- जीवन सुरक्षा ही सर्वोपरि है, सुरक्षा बिना सब व्यर्थ है.
- जीवन सुरक्षा कोई नारा नहीं है बल्कि यह एक जीने का तरीका है.
- आपकी सुरक्षा केवल आप ही की ज़िम्मेदारी है, जो सुरक्षा से नाता तोड़ेगा वह समय से पहले जीवन को छोड़ेगा.
- आपकी सुरक्षा सिर्फ और सिर्फ आप ही के हाथो में है.
- स्वयं की सुरक्षा एक बेहद ही सस्ती और कारगर सुरक्षा पॉलिसी है.
- घर में अपनों कि सुरक्षा अपने हाथो में रखे पर कार में सीट बेल्ट का प्रयोग करे.
- सेफ्टी एक इंजन है जिसे चालू करने की चाबी केवल आपके पास है.