Ratan Tata Birthday [Hindi]: टाटा को ग्लोबल ब्रांड बनाने वाले रतन टाटा का जन्मदिन आज, दुनिया में छोड़ी छाप

Ratan Tata Birthday Hindi टाटा को ब्रांड बनाने वाले रतन टाटा का जन्मदिन

Ratan Tata Birthday Hindi: Ratan Tata Turn 85 देश के सबसे बड़े कारोबारियों में से एक टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा आज (28 दिसंबर) को अपना 85 वां जन्मदिन मना रहे हैं। एक कारोबारी होने के साथ उन्होंने देश के विकास के लिए कई बड़े कार्य किए हैं। इस कारण देश का हर छोटा- बड़ा कारोबारी और युवा उन्हें अपना आदर्श मानता है।

टाटा स्टील से की थी करियर की शुरुआत

Ratan Tata Birthday [Hindi]: रतन टाटा ने 1962 में टाटा स्टील की जमशेदपुर शाखा से पहले करियर की शुरुआत की थी, जिसके बाद वह 1975 में मैनेजमेंट की पढ़ाई करने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल चले गए थे।

दुनिया की बड़ी कंपनियों को टाटा ने खरीदा

रतन टाटा की लीडरशिप में 2000 में टाटा ने टेटली के अधिग्रहण से शुरुआत करते हुए मात्र नौ वर्षों में 36 कंपनियों का अधिग्रहण कर लिया था। इस दौरान उनकी नेतृत्व में टाटा स्टील की ओर से किए गए कोरस स्टील का अधिग्रहण और टाटा मोटर्स की ओर से लक्जरी कार कंपनी जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण सबसे प्रमुख माना जाता है।

रतन टाटा की नेट वर्थ

Ratan Tata Birthday [Hindi]: पिछले साल आई आईआईएफएल हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में रतन टाटा की संपत्ति को 3500 करोड़ रुपये के करीब बताया गया था। इतनी संपत्ति के साथ वे देश के 433वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। रतन टाटा की संपत्ति कम होने की बड़ी वजह उनकी ओर से की जाने वाली परोपकारी गतिविधियां हैं।

Ratan Tata Birthday [Hindi]: रतन टाटा के बारें में 10 बातें (Facts)

  1. रतन टाटा, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा के बेटे हैं।
  2. टाटा गुजरात के पूंजीपति परिवार से थे लेकिन इसके बावजूद उनका बचपन अच्छा नहीं बीता और इसकी वजह थी उनके माता-पिता का साथ में न रहना। टाटा बहुत छोटे थे जब उनके मां-पिता अनबन के चलते अलग रहने लगे।
  3. टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी ने की और उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वह मुंबई चले गए।
  4. मुंबई में पढ़ाई पूरी करने के बाद टाटा ने  कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर बीएस और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम किया।
  5. रतन टाटा, टाटा ग्रुप के 5वें अध्यक्ष बनें। गौरतलब है कि टाटा ग्रुप में महज 6 अध्यक्ष बने हैं जिसमें से 2 अध्यक्ष टाटा परिवार से नहीं है। टाटा ग्रुप को देश की भरोसेमंद कंपनी माना जाता है।
  6. टाटा कंपनी तब कंट्रोवर्सी में आई जब उन्होंने अपने छठे अध्यक्ष साइरस मिस्त्री को कंपनी से बर्खास्त कर दिया। 
  7. साइरस मिस्त्री के हटाए जाने के बाद रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन के तौर पर कुछ समय काम किया।
  8. देश में पहली बार नमक बनाने का काम 1927 में गुजरात के ओखा में शुरू किया गया था, जिसे जेआरडी टाटा ने 1938 में खरीद लिया था और इसी के साथ टाटा नमक की शुरुआत हुई।
  9. साल 2008 में रतन टाटा ने दुनिया की सबसे सस्ती एक लाख रुपये यानी लखटकिया कार नैनो पेश की। दरअसल टाटा ने यह सपना 1997 में ही देखा था जिससे महज 1 लाख रुपये में एक आम आदमी अपने कार के सपने को पूरा कर सके।

Ratan Tata Birthday [Hindi]: क्यों नहीं हो पाई रतन टाटा की शादी

रतन टाटा ने उस कार्यक्रम में कहा था कि उनको अमेरिका की एक युवती से प्रेम हुआ और ये उनकी लॉस एंजेलिस में नौकरी के दौरान की बात है. उनका अमेरिकी युवती से प्रेम प्रसंग करीब 2 साल चला. हालांकि उस दौरान भारत में उनकी दादी की तबीयत खराब हो गई और उनकी अपने पोते रतन टाटा से मिलने की इच्छा थी. इसके चलते रतन टाटा को भारत लौटना पड़ा और उस समय ये तय हुआ था कि रतन टाटा की प्रेमिका भी भारत आएंगी और तब दोनों शादी करेंगे.

हालांकि रतन टाटा का ये प्लान कामयाब नहीं हो पाया और 1962 के भारत-चीन युद्ध की वजह से रतन टाटा की प्रेमिका अमेरिका से भारत नहीं आ पाईं. आगे चलकर कुछ समय बाद रतन टाटा की प्रेमिका की अमेरिका में शादी हो गई और इस तरह रतन टाटा की ये प्रेम कहानी अधूरी रह गई. इस तरह रतन टाटा शादी के मंडप तक नहीं पहुंच पाए.

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रतन टाटा के लिए अक्सर होती है भारत रत्न की मांग

भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के चेयरमैन एमिरेट्स के रूप में रतन टाटा आज सबके आदर्श हैं और उनको अक्सर भारत रत्न देने की मांग भी उठती रहती है. सरकार के सामने इस बात को लेकर अक्सर मांग होती रहती है. हालांकि कारोबारी जगत के आदर्श के रूप में रतन टाटा इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान के मिलने से पहले भी भारत के रतन हैं और बने रहेंगे.

Ratan Tata Birthday [Hindi]: रतन टाटा को उनकी दादी ने पाला 

रतन टाटा का पालन पोषण दस वर्ष की आयु तक उनकी दादी लेडी नवाजबाई ने टाटा पैलेस में किया। 

1959 में आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए रतन टाटा अमेरिका गए

Ratan Tata Birthday [Hindi]: वर्ष 1959 में आर्किटेक्चर और स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका के काॅरनेल यूनिवर्सिटी गए। साल 1962 में भारत लौटने से पहले लॉस एंजिल्स के जोन्स और इमोन्स नामक कंपनी में उन्होंने नौकरी की। 1962 में भारत लौटने के बाद बाद उन्होंने टाटा ग्रुप ज्वाइन किया। ग्रुप में उन्हें पहला काम जमशेदपुर स्थित टाटा स्टील डिविजन में मिला। वर्ष 1975 में उन्होंने हार्वार्ड बिजनेस स्कूल से प्रबंधन का कोर्स किया। वर्ष 1991 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने। ये तो वे बातें हैं कि जो रतन टाटा के बारे में सब जानते हैं।

रतन टाटा पहली पूर्ण रूप से भारत में बनी कार लेकर आए

रतन टाटा ने भारत में पहली बार पूर्ण रूप से बनी कार का उत्पादन शुरू किया। इस कार का नाम है टाटा इंडिका। भारत में सौ फीसदी बनी इस कार को पहली बार वर्ष 1998 में ऑटो एक्सपो और जेनेवा इंटरनेशनल मोटर शो में प्रदर्शित किया गया।

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Ratan Tata Birthday [Hindi]: इंडिका पहली देसज कार थी जो पेट्रोल और डीजल दोनों इंजनों में उपलब्ध था। रतन टाटा की अगुवाई में टाटा ग्रुप ने एंग्लो-डच स्टीलमेकर कोरस, ब्रिटिश लग्जरी ब्रांड लैंड रोवर और जगुआर का अधिग्रहण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अंपना डंका बजाया। रतन टाटा के नाम दुनिया की सबसे सस्ती कार टाटा नैनो बनाने की भी उपलब्धि है।

टाटा स्टील में भट्ठी में चूना पत्थर डालने का काम किया

अमेरिकी तकनीकी दिग्गज आईबीएम के साथ नौकरी की पेशकश के बावजूद, टाटा ने भारत लौटने का फैसला किया और टाटा स्टील के साथ अपना करियर शुरू किया। उनके परिवार के सदस्य कंपनी के मालिक थे, पर उन्होंने एक सामान्य कर्मचारी के तौर पर कंपनी में काम शुरू किया। उन्होंने टाटा स्टील के प्लांट में चूना पत्थर को भट्टियों में ढालने का काम भी  किया।

रतन टाटा को विमान उड़ाने और कारों का शौक है

रतन टाटा को उड़ने का बहुत शौक है। वह 2007 में F-16 फाल्कन उड़ाने वाले पहले भारतीय बने। उन्हें कारों का भी बहुत शौक है। उनके संग्रह में मासेराती क्वाट्रोपोर्टे, मर्सिडीज बेंज एस-क्लास, मर्सिडीज बेंज 500 एसएल और जगुआर एफ-टाइप  जैसी कारें शामिल हैं।

नौ साल बाद रतन टाटा को अपना का बदला लेने का मिला मौका

फोर्ड के साथ डील स्थगित करने के बाद रतन टाटा स्वदेश लौट आए और टाटा मोटर्स के कार डिविजन पर ध्यान केंद्रित कर उसे बुलंदियों पर पहुंचा दिया। फोर्ड के मुखिया से हुई बातचीत के करीब नौ वर्षों के बाद टाटा मोटर्स की कारें पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना चुकी थीं। कंपनी की कारें दुनिया की बेस्ट सेलिंग कैटेगरी में शामिल थी।  

वहीं दूसरी ओर, फोर्ड कंपनी की हालत बिगड़ती जा रही थी। डूबती फोर्ड कंपनी को उबारने का जिम्मा टाटा ने लिया और साथ में उन्होंने नौ साल पहले हुए अपने अपमान का बदला भी ले लिया। दरअसल, चुनौतियों से जूझ रहे फोर्ड को उबारने के लिए रतन टाटा ने उसके लोकप्रिय ब्रांड जैगुआर और लैंड रोवर को खरीदने का ऑफर किया। पर इसके वे अमेरिका नहीं गए बल्कि फोर्ड के चेयरमैन को डील के लिए भारत बुलाया।

Ratan Tata Motivational Quotes in Hindi

पना जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहता हैं, इसकी आदत बना लो।रतन टाटा

लोग तुम्हारे स्वाभिमान की तब तक परवाह नहीं करेंगे जब तक कि तुम खुद को साबित करके नहीं दिखा देते।रतन टाटा

आपको अभी अपने शिक्षक सख्त और डरावने लगते होंगे क्योंकि आपका अभी तक बॉस नाम के प्राणी से पाला नहीं पड़ा हैं।रतन टाटा

कॉलेज की पढ़ाई के बाद 5 आंकड़े वाली सैलरी की मत सोचना, एक रात में कोई प्रेसिडेंट नहीं बनता। इसके लिए अथक मेहनत करनी पड़ती है।रतन टाटा

तुम्हारी गलती सिर्फ तुम्हारी है, तुम्हारी असफलता सिर्फ तुम्हारी है, किसी को दोष मत दो। अपनी इस गलती से सीखो और आगे बढ़ो।रतन टाटा

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