Remdesivir Drug in Hindi: मिल गया कोरोनावायरस का इलाज

Remdesivir Drug in Hindi
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Remdesivir Drug in Hindi: कोविड-19 जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। जी हां दोस्तों इस महामारी की दवा अब भारत में आ चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार ने इस दवा के ट्रायल को मंजूरी दे दी है. हेटेरो लैब्स ने रेमडेसिविर की 20 हजार वियाल तैयार करके भारत के 5 राज्यों (आंध्रप्रदेश, दिल्ली, गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र) में भेज दी है।

अगले हफ्ते एक लाख इंजेक्शन तैयार करने का है टारगेट

कोलकाता, इंदौर, भोपाल, लखनऊ, पटना, भुवनेश्वर, रांची, विजयवाड़ा, कोचीन, त्रिवेंद्रम और गोवा में अगले एक हफ्ते में रेमडेसिविर वैक्सीन भेजी जाएगी। तथा कुछ ही दिनों में यह दवा मार्केट में उपलब्ध हो जाएगी। हेटेरो हेल्थकेयर ने अगले एक हफ्ते में एक लाख वियाल तैयार करने का टारगेट रखा है। बता दें कि एक वियाल की कीमत 5400 रुपये है और एक मरीज़ को ठीक होने में 6 वियाल की जरूरत पड़ती है। रेमडेसिविर दवा के इस्तेमाल से कोविड-19 बीमारी का ठीक होना लगभग तय माना जा रहा है।

कोरोनावायरस बीमारी के चलते दुनियाभर में लाखों लोग मारे गए

कोरोना वायरस के कारण बढ़ रहे संक्रमण से पूरी दुनिया जूझ रही है। हर देश अपने स्तर पर इस वायरस के संबंध में अधिक से अधिक जानकारी जुटाकर वैक्सीन तैयार करने की कोशिश कर रहा है। इसी बीच हमारे देश में भी सरकार की तरफ से आपातकालीन स्थिति में कोरोना मरीजों पर रेमडेसिविर दवाई के उपयोग की अनुमति दे दी है।

Remdesivir Drug in Hindi: हाल ही में अमेरिका ने कोविड-19 बिमारी का इलाज ढूंढ लिया है: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने कोविड-19 के इलाज के लिए एक इंजेक्शन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है, इस इंजेक्शन का नाम है “रेमडेसिविर Remdesivir-SA News“।

भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इस दवाई का उपयोग तब तक करने की अनुमति दी गई है, जब तक कि कोरोना संक्रमण को दूर करने का कोई अन्य विश्वसनीय विकल्प नहीं मिल जाता है। या फिर जब तक कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन कोरोना संक्रमण से ‘अंतराष्ट्रीय महामारी’ का टैग नहीं हटा लेता।

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रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्माण अमेरिकी कंपनी Gilead Sciences ने किया है।

सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के डॉ. वीजी सोमानी ने कहा कि कोरोना से संक्रमित वयस्कों और बच्चों में इस इंजेक्शन के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है। हालांकि यह दवा इबोला वायरस के लिए तैयार की जा रही थी लेकिन इबोला ट्रीटमेंट के ट्रायल में इसका परीक्षण सफल नहीं हो पाया।

अमेरिका से किया जा रहा है रेमडेसिविर दवा का आयात

रेमेडिसिवर दवा का उत्पादन गिलियड साइंस इंक द्वारा किया गया है। कंपनी की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार ट्रायल के तीसरे चरण में भी यह दवा कोरोना के मरीजों के उपचार में सहायक पाई गई हैं। रेमडेसिवीर’ इंजेक्शन एंटी वायरल इंजेक्शन है। जो SARS और MERS-CoV जैसी बीमारी के लिए बेहद कारगर साबित हुआ है,

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक यह दवा कोरोना पर भी असरदार साबित होगी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने यह भी कहा है कि इस दवा का अब भारत में जेनरिक लाइसेंस के तहत निर्माण हो सकेगा। उन्होंने कहा कि केवल पांच दिनों तक ही इस दवा के इस्तेमाल से कोविड-19 बीमारी ठीक होगी तथा मरीजों का पैसा भी बचेगा। हालांकि 5 दिन के इलाज में इस दवा की कीमत 1 लाख 75 हजार रुपये है.

रेमडेसिविर इंजेक्शन के ट्रायल में यह दावा किया है कि इस दवा के लगातार पांच दिन तक इस्तेमाल करने से कोविड-19 बीमारी सकारात्मक हो सकती है, हालांकि डीसीजीआई की तरफ से इस बात को पूरी तरह से साफ किया है कि रेमेडेसिविर दवा का उपयोग केवल आपातकालीन स्थिति में ही किया जा सकता है।

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