SAARC meeting on Corona Virus 2020 in Hindi: Essay, SAARC countries, SAARC Video Conferencing

SAARC-meeting-Corona-Virus-2020-Hindi-essay-history

आज हम आप को SAARC meeting on Corona Virus 2020 in Hindi: Essay, SAARC countries SAARC Video Conferencing के बारे में विस्तार से बताएंगे। क्या है सार्क का इतिहस (History).

SAARC-meeting-Corona-Virus-2020-Hindi-essay-history
SAARC-meeting-Corona-Virus-2020-Hindi-essay-history

SAARC meeting on Corona Virus 2020 in Hindi

New Delhi Hindi News: कोरोना वायरस (Corona Virus) को लेकर 15 मार्च 2020 को SAARC देश विडियो कॉन्फ्रेंस (Video Conferencing) के जरिए चर्चा meeting हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने ही यह प्रस्ताव रखा था। इसके बाद सभी राष्ट्रों ने इसका स्वागत किया।

एक ओर दुनिया के सभी देश कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं, वहीं भारत ने पहली बार एक दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय समूह की ओर से Video Conferencing के जरिए साझा प्रयास की पहल की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के खतरे से निपटने व बचाव के लिए साझा प्रयास की जरूरत बताते हुए कहा कि सार्क देशों में दुनिया की पूरी आबादी का लगभग पांचवां हिस्सा रहता है और विकासशील देश होने के कारण सभी देश स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में चुनौतियों से जूझ रहे हैं।

पीएम मोदी ने कोविड-19 इमरजेंसी फंड बनाने के साथ ही कहा कि भारत के विशेषज्ञ डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों व वैज्ञानिकों की टीम सार्क के देशों के कहने पर कहीं भी जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सार्क देशों में कोरोना से निपटने में जुटे विशेषज्ञों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक बुलाई जाएगी।

SAARC (सार्क) संगठन क्या है?

सार्क‘ संगठन के अंग्रेज़ी नाम – साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन है. आठ दिसंबर सन्न 1985 को बने इस संगठन का उदेश्य दक्षिण एशिया के देशों के बीच सामूहिक आत्म निर्भरता को बढ़ावा देना और मजबूती प्रदान करना है.

SAARC Countries Name in Hindi-सार्क के सात सदस्य देश के नाम

  1. भारत
  2. पाकिस्तान
  3. बांग्लादेश
  4. श्रीलंका
  5. नेपाल
  6. भूटान
  7. मालदीव.

SAARC (सार्क) का इतिहास (History)

SAARC (सार्क) का इतिहास (History) की बात की जाए तो आप को बता दें की सार्क संगठन की स्थापना 1970 के दशक में हुई। मई में 1970 दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग का विचार फिर रखा गया था।

यह भी पढ़ें: Jyotiraditya Scindia News in Hindi

सार्क का विकास धीरे-धीरे हुआ। दक्षिण एशियाई देशों का क्षेत्रीय संगठन बनाने का विचार बांग्लादेश के पूर्व राष्ट्रपति जिया-उर-रहमान ने दिया था। उन्होंने 1977 से 1980 के बीच भारत पाकिस्तान नेपाल और श्रीलंका की यात्रा की थी।

Video Credit: The Lallantop

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग (Saarc) को 1983 में नई दिल्ली में विदेश मंत्रियों द्वारा अपनाया गया। बैठक के दौरान मंत्रियों ने 9 सहमत क्षेत्रों:

  • कृषि
  • ग्रामीण विकास
  • दूरसंचार
  • मौसम
  • स्वास्थ्य एवं जनसंख्या क्रियाएँ
  • परिवहन
  • डाक सेवा
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी
  • खेल, कला और संस्कृति

SAARC essay in Hindi

मालदीव में आयोजित हुआ सतरहवां सार्क सम्मेलन: SAARC का 17वाँ शिखर सम्मेलन मालदीव में 10-11 नवम्बर, 2011 को सम्पन्न हुआ। SAARC के सभी 8 सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष इसमें उपस्थित थे। आस्ट्रेलिया, चीन, ईरान, जापान, द. कोरिया, मॉरिशस, म्यांमार, अमरीका व यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि पर्यवेक्षक के रूप में शिखर सम्मेलन में उपस्थित थे । सार्क का यह लगातार सातवा शिखर सम्मेलन था, जिसमें भारतीय शिष्टमण्डल का नेतृत्व डी. मनमोहन सिंह ने किया।

सार्क सम्मेलन की मुख्य बातSAARC essay in Hindi

  • आतंकवाद को रोकने के लिए व्यापक सहयोग और सदस्य देशों में सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाये।
  • मानव अधिकारों के प्रश्न को संकीर्ण और विशुद्ध राजनीतिक दृष्टि से न देखकर आर्थिक और सामाजिक पहलू के साथ सम्बद्ध करके देखा जाय.
  • सार्क के सदस्य देशों के बीच व्यापार के उदारीकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उसके संस्थागत ढांचे के बारे में समझौता किया जाये।
  • गरीबी उन्मूलन के लिए एक सार्क समिति की स्थापना की जाये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *