Unnao Bus Accident: बुधवार की सुबह उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला से एक बड़ी सड़क दुघर्टना की खबर सामने आई है। दिल दहला देने वाली इस दुर्घटना में एक बस ने एक टैंकर को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस और टैंकर के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना में 18 यात्रियों के मारे जाने के बाद हर तरफ चीखें सुनाई दे रही थी। दुर्घटना को नजदीक से देखने वाले सड़क पर मौजूद लोग दुर्घटना को देखकर काफी हैरान हुए। आइए जानते है पूरी खबर।
Unnao Bus Accident: मुख्य बिंदु
- बुधवार की सुबह उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक बड़ी सड़क दुघर्टना की खबर सामने आई है, जिसमें 18 यात्रियों की मौत हो गई।
- दुर्घटना सुबह करीब 5 बजे उस वक्त हुई जब अधिकतर यात्री सो रहे थे।
- दुर्घटना में मारे जाने वाले अधिकांश यात्री बिहार के मोतिहारी तथा शिवहर जिला से थे।
- ज्यादातर यात्री मजदूरी के सिलसिले में बिहार से दिल्ली जा रहे थे।
- दुर्घटनाग्रस्त बस (यूपी 95 टी 4729) पुष्पेंद्र सिंह के नाम से केयर आफ में दर्ज है। केयर आफ को लेकर कई और मामले सामने आ रहे है, प्रशासन द्वारा इसकी जांच जारी है।
- आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने मरने वाले के परिवारों को 2 लाख रुपए PMNRF से देने कि घोषणा की है।
- जीवन का प्रमुख लक्ष्य पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी की भक्ति से मोक्ष प्राप्त करना है।
कैसे हुई दिल दहला देने वाली दुर्घटना
मंगलवार की शाम डबल डेकर बस (यूपी 95 टी 4729) बिहार के शिवहर जिलें से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। बुधवार को सुबह करीब 5:00 बजे बस उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिला से लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर गुजर रही थी। उस दौरान दुध से भरे टैंकर को ओवरटेक करने की कोशिश में ओवरटेक करने के स्थान पर टैंकर से जा टकराईं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बस और टैंकर दोनों पलट गए और दोनों पूरी तरह बिखर गए।
18 यात्रियों की मौत, 19 लोग गंभीर रूप से घायल
Unnao Bus Accident: इस दुर्घटना में 18 यात्री मारे गए जिसमें पुरुषों की संख्या 14 है, जबकि 3 महिला और एक बच्चे की भी मौत हुई है। बस और टैंकर चालक की मृत्यु भी मौके पर ही हो गई। वहीं घायलों की संख्या 19 है। घायलों में तीन को बांगरमऊ अस्पताल और बाकी को जिला अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया है। सुरक्षित यात्रियों को पुलिस द्वारा दिल्ली रवाना कर दिया गया है।
मोतिहारी और शिवहर के यात्रियों पर टूटा कहर
मोतिहारी के फेनहारा स्थित एक ही मुस्लिम परिवार के छः सदस्यों पर बरसा मौत का कहर। वहीं प्रशासन ने पूर्वी चंपारण से सात लोगों की मौत की पुष्टि की है। इसके अलावा शिवहर जिलें के कई यात्रियों के मौत की खबर भी सामने आई है। शवों को चिन्हित करने से लेकर उन्हें उनके घर वापिस भेजने तक की प्रक्रिया प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है।
मारे गए ज्यादातर यात्री राजधानी दिल्ली में मजदूरी करते थे
बस में सवार ज्यादातर यात्री मजदूरी करते थे। काम के सिलसिले में बिहार से दिल्ली जा रहे थे। लेकिन सफ़र के 550 कि.मी. दूरी तय होने के बाद दुर्घटना हो गई। घायल यात्रियों ने बताया कि प्रति यात्री ₹3400 किराया पर बात हुई थी जिसमें ₹500 जमा था। बाकी का किराया दिल्ली पहुंचने के बाद देना था।
दुर्घटना की पड़ताल में जुटी है प्रशासन और आरटीओ विभाग
Unnao Bus Accident: दुर्घटनाग्रस्त बस (यूपी 95 टी 4729) पुष्पेंद्र सिंह के नाम से केयर आफ में दर्ज है। बस एमएस केसी जैन ट्रेवल्स के नाम से संचालित की जा रही थी। शिकायतों के मुताबिक साल 2018 से 2019 के बीच करीब 50 बसों को दलालों द्वारा महोबा के उप संभागीय परिवहन कार्यालय के केयर आफ में दर्ज करवाई गई थी, लेकिन यह बस कभी महोबा आई तक नहीं। दुर्घटना के बाद सभी फाइलें जब्त कर ली गई है और फिलहाल जांच जारी है।
सीएम नीतीश कुमार ने जाहिर किया दुःख
दुर्घटना को लेकर सीएम नीतीश कुमार जी ने अपना दुःख जाहिर किया है। मरने वाले के परिवार को दो-दो लाख की सहयोग राशि अनुग्रह अनुदान मुख्यमंत्री राहत कोष से देने की घोषणा की है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सरकार को घायलों के लिए उचित स्वास्थ्य व्यवस्था करने के लिए भी प्रार्थना की है।
दुर्घटना के बाद प्रधानमंत्री जी और राष्ट्रपति जी ने भी अपना दुख जाहिर किया
Unnao Bus Accident: आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ट्वीट कर दुर्घटना के बाद अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने मरने वाले के परिवार वालों को PMNRF से 2 लाख रुपए सहयोग राशि देने की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50000 रुपए सहयोग राशि देने की घोषणा की है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने भी अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने X पर लिखा है कि “उन्नाव, उत्तर प्रदेश में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुई सड़क दुर्घटना में अनेक लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखदाई है। ऐसी आकस्मिक मृत्यु का शिकार हुए लोगों के परिवार के सदस्यों के प्रति मैं गहन शोक संवेदनाएँ व्यक्त करती हूँ तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूँ।”
जीवन का मुख्य लक्ष्य परमात्मा की भक्ति से मोक्ष प्राप्त करना है
संत रामपाल जी महाराज बताते है कि केवल अपने परिवार का पालन पोषण कर लेना ही मनुष्य जीवन का मूल लक्ष्य नहीं है। यह तो सभी जीव करते है चाहे वो कोई भी हो, पशु-पक्षी, कीड़े-मकोड़े सभी करते है, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा कि हमें यह शरीर जानवरों से भिन्न क्यों मिला है?
यह मानव शरीर हमें सिर्फ मोक्ष प्राप्ति के लिए दिया गया है और इसके अभाव में हमारे और जानवर में कोई अंतर नहीं है, दोनो ही जीवन निर्वाह करके मृत्यु को प्राप्त हो जाते है। मोक्ष प्राप्त करने के लिए सर्व प्रथम हमे पुरा गुरु बनाना होगा। फिर गुरु द्वारा बताई गई भक्ति साधना को हम सभी आजीवन करते रहेंगे तब हमारा मोक्ष होगा। मोक्ष प्राप्त प्राणी दोबारा इस मृत्यु लोक में नहीं आता। वह सनातन परम धाम अर्थात् सतलोक चला जाता है, जहां जाने के पश्चात जन्म-मृत्यु का रोग सदा-सदा के लिए समाप्त हो जाता है। आज के समय में संत रामपाल जी महाराज ही एक मात्र ऐसे संत है जो हमे शास्त्र अनुकूल भक्ति विधि दे रहे है। अधिक जानकारी के लिए प्रतिदिन साधना टीवी पर शाम 7:30 बजे आने वाले संत रामपाल जी महाराज के सत्संग को जरूर सुनिए।