जानिए क्यों है शाकाहारी भोजन एक वरदान 

शाकाहारी भोजन

जब तक हम वेजीटेरियन यानि कि सब्जियां और फलों के फायदे के बारे में नहीं जानेंगे,तब तक हम वेजीटेरियन की महत्ता समझ नहीं आएगी। क्योंकि शाकाहारी भोजन को शुद्ध भोजन माना जाता है और इससे किसी को मारकर खाने यानि कि किसी पशु या पक्षी को नुकसान पहुंचाने की जरूरत नहीं पड़ती।

शाकाहारी भोजन के लाभ 

शाकाहारी भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। साइंस का मानना है कि शाकाहारी भोजन शरीर और स्वास्थ्य के लिए संपूर्ण आहार है। 

  • शाकाहारी भोजन के माध्यम से हमारे शरीर को विटामिन, मिनरल्स, फाइबर , फोलिक एसिड,पोटैशियम और मैग्निशियम  जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं,जो हमारे शरीर के लिए अत्यधिक आवश्यक हैं । 
  • जीवन में स्वस्थ और खुश रहने के लिए शाकाहारी भोजन अपनाना बहुत ही हितकारी साबित होता है। 
  • शाकाहारी भोजन की वजह से कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग और रक्तचाप जैसे रोगों से बचा जा सकता है। 
  • शाकाहारी भोजन पचाने में तीव्र और पकाने में भी कम समय लेता है। इसके साथ-साथ सब्जियां न केवल हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होती हैं, बल्कि पर्यावरण को भी दूषित होने से बचाती हैं।
  • सब्जियां हमारे शरीर के लिए एक रामबाण औषधि साबित होती है जिससे हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल और टॉक्सिन का खतरा टल जाता है। सब्जियां और फल हमारे शरीर को विविध प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करते हैं इसकी इस वजह से हम रोग मुक्त होकर अपना स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। 
  • सब्जी और फल खाने से बुरे केमिकल का निर्माण काम होता है और अच्छे श्वेत कारण और रक्त कण में वृद्धि होती है।जिसकी वजह से मोटापा और स्ट्रोक को रोकता है। 
  • वेजीटेरियन डाइट फॉलो करने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।जिसकी वजह से डायबिटीज को रोका जा सकता है। साइंस के मुताबिक यह बात सामने आई है कि मांसाहार की तुलना में शाकाहारी भोजन सब्जियां और फलों मे कई ऐसे पदार्थ पाए जाते हैं, जो की डायबिटीज को कंट्रोल करते हैं।
  • अगर आप स्वच्छ त्वचा और चर्म रोग से बचना चाहते हो तो आपको अधिक पानी के साथ-साथ विटामिन और मिनरल्स का सेवन जरूरी होती है,जिसके लिए आपको सब्जियां और फल बहुत फायदेमंद माने जाते हैं।
  • साइंस के अनुसार मांसाहारी की तुलना में शाकाहारी भोजन से ऐसे अच्छे और हार्मोन पैदा होते हैं ,जिसकी वजह से शाकाहारी इंसान खुशी महसूस करता है। इससे मानसिक तनाव में भी राहत मिलती है। डॉक्टर भी फल फ्रूट और सब्जियां में हरी सब्जी खाने की सलाह देते हैं।
  • भोजन का हमारी सेहत पर बहुत बड़ा असर पड़ता है। दिल को तंदुरुस्त रखने के लिए फाइबर युक्त खुराक करने जरूरी है। जैसे कि नट्स,फलिया और साबुत अनाज आदि । इससे दिल से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • शाकाहारी भोजन में फैट्स और सोडियम की मात्रा कम होती है,जिससे रक्तचाप का खतरा टल सकता है। इनमें पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है,जिसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। सब रिसर्च के बाद यह बात सामने आई है कि हम वेज फूड को फॉलो करके बीपी की मात्रा को कंट्रोल कर सकते हैं।

कब मनाया जाता है विश्व शाकाहारी दिवस (World Vegetarian Day)

 हर साल लोगों को शाकाहारी भोजन के महत्त्व को समझाने के लिए 1 अक्टूबर को विश्व शाकाहारी दिवस मनाया जाता है।आपने देखा होगा कि अच्छे खान-पान के लिए डॉक्टर,मोटिवेशनल स्पीकर,स्कूल टीचर,कॉलेज प्रोफेसर और हमारे वैज्ञानिक भी शाकाहारी भोजन करने की सलाह देते हैं। 

क्या है शाकाहारी भोजन के प्रति लोगों की राय

आमतौर पर लोगों का मानना है कि मांसाहारी की तुलना में शाकाहारी भोजन स्वादिष्ट नहीं होता।लेकिन शाकाहारी भजन हमें सात्विक गुण प्रदान करते हैं ,जिससे हमारी सोच अच्छी होती है। शाकाहारी खाना खाने से हमारे शरीर के पोषक तत्व विटामिन की कमी को कम किया जा सकता है। ताजा फल,सब्जियां और साबुत अनाज खाने से हम तंदुरुस्त रह सकते हैं जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। 

मांसाहार के नुकसान 

वैसे तो वर्तमान समय में मांसाहार करना आम बात है, लेकिन इसके बहुत से बुरे परिणाम भी सामने आए हैं।मांसाहार के नुकसान जानकर ही हमें शाकाहारी भोजन की महत्ता पता चलेगी और हम शाकाहार को अपनाएंगे।

मांसाहार करने से हमारी पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। मांसाहार पचाने में ज्यादा समय लेता है। मांसाहार हमारे शरीर में जाकर एक बहुत बड़ा केमिकल तैयार करता है, जो हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। मांसाहार हमारे शरीर में सड़न पैदा करता है,जो भजन हमारे शरीर में जाता है और रोगों का आमंत्रित करता है।आपने देखा होगा कोई एक्सीडेंट हादसे में कोई कुत्ता मरा हुआ कुछ समय के बाद उसमें कीड़े पैदा हो जाते हैं। ऐसे में अब आप अंदाजा लगा सकते हो कि हम कोई जानवर का मास खाएंगे तो उसमें भी कीटाणु होंगे,जो हमारे शरीर को हानी करेंगे।

एक पुरानी कहावत है, की “जैसा अन्न वैसा मन”  यह कहावत का मतलब है कि जैसा हम खाना खाएंगे, वैसा ही हमारा मन होगा और वैसे ही हमारे विचार होंगे। इस तरह खान-पान के हिसाब से हमारी आईडियोलॉजी का पता चल सकता है। हमारे वेदों मे खान-पान के बारे में बताया गया है कि हमारे खान-पान के हिसाब से तीन गुणों की वृद्धि होती है। जिसमें राजस,तामस और सात्विक गुण यानि कि सतोगुण मिष्ठान और पकवान खाने से हमारे में राजश गन का संचार होता है।

फल, सब्जियां और अनाज खाने से हमारे में सात्विक गुण का अविर्भाव होता है। मांस ,मछली,अंडे,चिकन-मटन नॉनवेज खाने से हमारे में तमोगुण तामस अच्छा उत्पन्न होता है। इससे हमारी प्रवृत्ति राक्षसों जैसी वृत्ति पैदा होती है। फिर हम बुरे कर्मों में प्रेरित होते हैं जैसे कि नशा,चोरी आदि।

आयुर्वेदिक के मुताबिक के हमें सब्जियां फल,फ्खाने चाहिए, क्योंकि ये हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।आयुर्वेद में भी शाकाहारी भोजन को सर्वोत्तम बताया गया है। इसी लिए हमें शुद्ध शाकाहारी भोजन करना चाहिए और पापों से बचना चाहिए।

क्या है ईश्वर का विधान 

ईश्वर ने हमें शुद्ध शाकाहारी भोजन करने का आदेश दिया था, इसका प्रमाण हमारे पवित्र शास्त्रों में भी मिलता है। हम सभी एक परमेश्वर के बच्चे हैं, इसी लिए हमें जीव हिंसा नहीं करनी चाहिए। ईश्वर ने तो जीव हिंसा को पाप बताया है। हमारे किसी भी पवित्र शास्त्र में मांसाहार के समर्थन का प्रमाण नहीं मिलता। इसी लिए मनुष्य को शुद्ध शाकाहारी भोजन अपनाना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए विजिट कीजिए हमारा यूट्यूब चैनल संत रामपाल जी महाराज

FAQs on शाकाहारी भोजन

विश्व शाकाहारी शाकाहारी दिवस कब मनाया जाता है?

हर साल 1 अक्टूबर को विश्व शाकाहारी दिवस मनाया जाता है।

शाकाहारी भोजन में कौन से तत्व पाए जाते हैं?

शाकाहारी भोजन में विटामिन, मिनरल्स, फाइबर , फोलिक एसिड,पोटैशियम और मैग्निशियम  जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं,जो हमारे शरीर के लिए अत्यधिक आवश्यक हैं। 

हमारे पवित्र शास्त्रों के अनुसार ईश्वर ने हमें कैसा भोजन करने का आदेश दिया है?

हमारे पवित्र शास्त्रों के अनुसार ईश्वर ने हमें शुद्ध शाकाहारी भोजन करने का आदेश दिया है।

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