Assam Flood: असम में लगातार बारिश के चलते बाढ़ से हालत खराब होते जा रहे हैं। समस्या इतनी गंभीर है कि लोग अपने घरों को छोड़कर रिलीफ कैंप में रहने को मजूबर हैं। यही नहीं, लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। बाढ़ और भूस्खलन के चलते 73 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में नागांव जिले के एक पुलिस थाने के प्रभारी सहित दो पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये पुलिस वाले बाढ़ में फंसे हुए लोगों की मदद के लिए गए थे, लेकिन पानी में बह गए। उनके शव सोमवार सुबह निकाले गए।
जब साड़ी पहने कीचड़ में घुसीं डीसी कीर्ति जल्ली
असम का कछार जिला हाल ही में आई बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक है और जिले भर के 259 राहत शिविरों में अब भी 54,000 से अधिक लोग शरण लिए हुए हैं। डीसी कीर्ति जल्ली ने बुधवार को बोरखोला विकास खंड और अन्य हिस्सों के तहत विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। उन्हें साड़ी पहने कीचड़ भरे इलाकों में घूमते हुए देखा जा सकता है।
तस्वीरें और वीडियो शुरू में जिला प्रशासन के फेसबुक पेज पर साझा किए गए थे। तस्वीरों में देखा जा सकता है कि IAS अधिकारी कीर्ति जल्ली लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुन रही हैं। वे कीचड़ में चल रही हैं। लोग कीर्ति जल्ली की तस्वीरें शेयर कर उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ‘ऐसे होते हैं IAS अधिकारी।’
निचले इलाकों का दौरा करना चाहती हैं महिला IAS अधिकारी
इस दौरान जल्ली ने कहा कि वे असली समस्याओं का आकलन करने के लिए निचले इलाकों का दौरा करना चाहती हैं जो जिला प्रशासन और सरकार को भविष्य के लिए बेहतर कार्य योजना बनाने में मदद कर सकता है। उन्होंने बताया, “स्थानीय लोगों ने कहा कि वे पिछले 50 वर्षों से एक ही समस्या का सामना कर रहे हैं और हमने सोचा कि हमें वहां जाने और वास्तविक मुद्दों को देखने की जरूरत है। और उसके लिए सबसे अच्छा समय बाढ़ के दौरान होता है।”
Assam Flood News [Hindi] | राहत शिविर में लोग हुए रहने को मजबूर
इस साल असम में यह दूसरे चरण की बाढ़ है जिसमें लाखों घर पानी में डूब गए हैं और कई इलाकों में परिवहन संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। बाढ़ की तबाही के कारण 47 लाख 72 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। असम सरकार ने बेघर हुए लोगों के लिए 1425 राहत शिविर खोले हैं। जहां बाढ़ के कारण बेघर हुए लोगों ने शरण ली है।
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Assam Flood में अब तक 9,102 लोगों को बचाया गया
Assam Flood News [Hindi] | सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीएफआर), अग्नि एवं आपात सेवा और प्रशासन ने 22 जिलों से अब तक 9,102 लोगों को बचाया है, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी थीं। वहीं बुलेटिन के अनुसार अब तक 20,983 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है।
असम सरकार ड्रोन सर्वे के लिए आईआईटी, गुवाहाटी की लेगी मदद
असम सरकार बाढ़ से राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने व उसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी से मदद लेगी। आईआईटी, गुवाहाटी की टीम ड्रोन सर्वे के जरिये अभियान में मदद करेगी। संस्थान के डीन परमेश्वर अय्यर ने कहा, सरकार ने हमसे संपर्क किया है और हम जल्द ही इस दिशा में काम शुरू करेंगे। आईआईटी, गुवाहाटी की ओर से ड्रोन स्टार्ट अप के तौर पर तैयार किया गया था।
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Assam Flood News [Hindi] | सेना का ब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बयान में कहा गया है कि सेना के जवान लगातार बचाव और राहत कार्यों को जारी रखे हुए हैं. सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही हजारों लोगों की मदद के लिए राहत शिविरों में समय पर जरूरी सामानों की आपूर्ति को भी सुनिश्चित कर रहे हैं. जिससे की लोगों का इलाज होने के साथ ही उनकी जान भी बचाई जा सके.
32 जिले बाढ़ की चपेट में
Assam Flood News [Hindi] | असम में बाढ़ की मार झेल रहे 32 जिले में लगभग 54.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित थे. लेकिन अब बाढ़ से 30 जिलों के 45.34 लाख लोग ही प्रभावित हैं. वहीं हजारों लोगों को अपने घरों को छोड़ना पड़ा है और उन्हें राहत कैंपों में शरण लेनी पड़ी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम में बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. राज्य सरकार को हर संभव मदद करने का आश्वासन भी प्रधानमंत्री की तरफ से राज्य के मुख्यमंत्री को दिया गया है.
अधिक मौतों की सूचना
सात नई मौतें (कछार और बारपेटा से दो-दो और बजली, धुबरी और तामुलपुर जिलों से एक-एक) दिन के दौरान मई के मध्य से 108 तक हुई मौतों की कुल संख्या बताई गई।