Nag Panchami in hindi

नाग पंचमी 2025 (Nag Panchami): धार्मिक मान्यता बनाम अंधविश्वास क्या कहता है तत्वज्ञान!

भारत एक उत्सव प्रधान देश है।जहां हर खुशी और ऋतु को उत्सव के रूप में मनाए जाने की परंपरा है। इसी कड़ी में सावन के महीने मनाया जानेवाला हिन्दुओं का एक त्यौहार है “नागपंचमी”। नाग पंचमी 2025: कब मनाई जाएगी, क्या है मान्यता? श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी पर्व…

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क्या कांवड़ यात्रा से मोक्ष संभव है?जानिए शास्त्रों और संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचनों के अनुसार सच्चाई

भारत में धर्म और आस्था का प्रभाव बहुत गहरा है—यहाँ के हर त्योहार और परंपरा में किसी न किसी रूप में धार्मिकता और अध्यात्म का समावेश देखा जा सकता है। सावन महीने में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा का भी विशेष महत्व है। हर वर्ष लाखों, बल्कि करोड़ों लोग गंगा नदी से जल भरकर पैदल…

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चार धाम यात्रा 2025: क्या गंगा स्नान और तीर्थ यात्रा से मिल सकता है मोक्ष? जानिए पूरी सच्चाई

चार धाम यात्रा भारत की एक अत्यंत महत्वपूर्ण और लोकप्रिय तीर्थयात्रा है, जिसका हिंदू धर्म में अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व है। यह यात्रा हर वर्ष लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। ऐसा माना जाता है कि उत्तराखंड में स्थित चार पवित्र धाम  यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन से आत्मा शुद्ध होती है और मोक्ष…

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सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम" का रहस्य- सतनाम जाप और मीराबाई की सच्ची भक्ति

सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम” का रहस्य- सतनाम जाप और मीराबाई की सच्ची भक्ति

“सांसों की माला पे सिमरूं मैं पी का नाम” – यह प्रसिद्ध भजन पंक्ति एक गहरी आध्यात्मिक विधि की ओर इशारा करती है। इसका शाब्दिक अर्थ है कि मैं अपनी सांसों की माला पर अपने पी (प्रिय) का नाम सुमिरन करता हूं, यानि हर सांस के साथ अपने परम प्रिय भगवान का नाम जपता हूं।…

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मोक्ष कैसे प्राप्त करें जानिए मानव जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य और सच्चे भक्ति मार्ग का रहस्य

मोक्ष कैसे प्राप्त करें? जानिए मानव जीवन का सर्वोच्च उद्देश्य और सच्चे भक्ति मार्ग का रहस्य

मनुष्य का जीवन केवल जन्म लेने, पढ़ाई करने, नौकरी-व्यापार करने और अंततः मृत्यु को प्राप्त होने तक ही सीमित नहीं है। यदि केवल यही जीवन का उद्देश्य होता, तो मनुष्य और अन्य जीवों में कोई विशेष अंतर नहीं रह जाता। पशु-पक्षी भी जन्म लेते हैं, बड़े होते हैं, संतान उत्पन्न करते हैं और अंततः मृत्यु…

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रामायण का अनसुना सच राक्षसनगरी लंका में विभीषण और मंदोदरी का स्वभाव (1)

रामायण का अनसुना सच | राक्षसनगरी लंका में विभीषण और मंदोदरी का स्वभाव भक्त जैसा क्यों था

नमस्कार दोस्तों आज हम आपको एक ऐसी अद्भुत कहानी बताने वाले हैं जो आपने सुनी तो हजारों बाहर होगी लेकिन उसका रहस्य पता नहीं होगा तो आज हम उस रहस्य का उजागर करते हुए.. यह कहानी शुरू करते हैं ….कहानी है लंका की वर्तमान श्रीलंका की, लंका को राक्षसों की नगरी कहा जाता था लेकिन…

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Sant Ravidas Janaynti 2022 संत रविदास जी का जन्म चमार जाति में हुआ 

Sant Ravidas Janaynti 2025 [Hindi]: संत रविदास जी का जन्म चमार जाति में हुआ? 

Sant Ravidas Janaynti 2025: धरती पर प्रत्येक युग में ऋषि मुनियों, संतों, महंतों, कवियों और महापुरुषों का आवागमन होता रहा है। लोगों में भक्तिभाव जीवित रखने के लिए महापुरुषों का विशेष योगदान रहा है। इन महापुरुषों ने समाज सुधारक का कार्य करते हुए संसार के लोगों में भक्तिभाव बढ़ाने, श्रद्धा और विश्वास जगाने का काम…

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कुंभ मेला महत्व, इतिहास, स्थान और समाज पर प्रभाव

कुंभ मेला: महत्व, इतिहास, स्थान और समाज पर प्रभाव

कुंभ मेला हिंदू धर्म के अनुयायियों का एक विशाल आयोजन है। इस मेले में लोग पवित्र नदी में स्नान करने के लिए एकत्र होते हैं। इसे दुनिया की सबसे बड़ी शांतिपूर्ण सभा माना जाता है क्योंकि सभी लोग एक ही स्थान पर आते हैं। 2013 में इलाहाबाद में हुए कुंभ मेले में लगभग 100 मिलियन…

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