मशहूर नेपाली पर्वतारोही कामी रीता शेरपा (Everest Man Kami Rita Sherpa) ने 29वीं बार माउन्ट एवरेस्ट (Mount Everest) पर चढ़ इतिहास रचा और अपना ही रिकॉर्ड तोड़ सबको कहने पर मजबूर कर दिया कि हौसलों के आगे पहाड़ भी झुक जाते हैं। “कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।” कामी रीता शेरपा साल 1994 से पहाड़ों की चढ़ाई कर रहे हैं। यह वह नाम है जिसने माउंट एवरेस्ट पर रिकॉर्ड 29 बार चढ़ाई की है। कामी रीता शेरपा की उम्र 54 साल है।
Kami Rita Sherpa से सबंधित मुख्यबिन्दु
- 54 वर्षीय नेपाली पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने 29वीं बार माउंट एवरेस्ट की चोटी पर चढ़कर तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
- 1994 में कामी रीता शेरपा ने प्रथम बार माउंट एवरेस्ट पर की थी चढ़ाई
- सेवन समिट ट्रेक्स के वरिष्ठ पर्वतीय गाइड कामी रीता शेरपा का जन्म 17 जनवरी 1970 को हुआ था।
- कामी रीता शेरपा को एवरेस्ट मैन के नाम से भी जाना जाता है
- सतभक्ति से कर सकते हैं स्वर्ग से भी ऊपर की चढ़ाई
Kami Rita Sherpa: एवरेस्ट मैन ने एक और एवरेस्ट फतह कर तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
नेपाल देश के प्रसिद्ध पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर 29वीं बार चढ़ाई की। इस तरह उन्होंने एवरेस्ट पर सबसे अधिक बार चढ़ने का अपना ही रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया है। 54 वर्षीय पर्वतारोही शेरपा रविवार को स्थानीय समय अनुसार सुबह 7 बजकर 25 मिनट पर करीब 8,849 मीटर ऊंची माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच गए थे।
सन् 1994 से शुरू हुआ था एवरेस्ट मैन का एवरेस्ट फतह करने का सिलसिला
मशहूर पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने सन् 1994 से एवरेस्ट फतह करने का सफर शुरू किया था और हर साल खतरनाक से खतरनाक एवरेस्ट पर चढ़ाई को अंजाम देते हुए यह सफर आज भी जारी है। सीमित ऑक्सीजन के साथ 8 हजार मीटर से ज्यादा की ऊंचाई का सफर तय करना कोई आसान काम नहीं होता, इतनी ऊंचाई फतह करने के लिए माउन्ट एवरेस्ट की तरह हौंसले बुलंद होना चाहिये। माउंट एवरेस्ट से दुनिया जितनी खूबसूरत लगती है, उतना ही मुश्किल है वहां पर पहुंचना। कामी रीता शेरपा 29वीं बार माउंट एवरेस्ट की चोटी फतह कर दुनिया को बताया है कि “हौसलों के आगे पहाड़ भी झुक जाते हैं।”
कामी रीता शेरपा दुनिया के कई पर्वतों पर कर चुके हैं चढ़ाई
1994 में पहली बार कामी रीता माउंट ने एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। बीते वर्ष कामी रीता शेरपा ने एक ही सीज़न में 27वीं और 28वीं बार एवरेस्ट फतह किया था और इस तरह वह एवरेस्ट पर सबसे ज्यादा बार चढ़ने वाले व्यक्ति बन गये थे। नेपाल के सोलुखुम्बु जिले के रहने वाले, सेवन समिट ट्रेक्स के वरिष्ठ पर्वतीय गाइड कामी रीता शेरपा का जन्म 17 जनवरी 1970 को हुआ। उन्होंने ने अपना करियर एक सहायक कर्मचारी के रूप में शुरू किया था। एवरेस्ट आरोहण के अलावा, उन्होंने आठ बार चोयु (Cho Oyu), तीन बार मनास्लु (Manaslu) व ल्होत्से (Lhotse) और के2 (K2) पर्वतों की चढ़ाई की है
सतभक्ति से कर सकते हैं स्वर्ग से ऊपर की चढ़ाई
सागरमाथा अर्थात स्वर्ग का शीर्ष। इसका अर्थ हुआ कि स्वर्ग से भी ऊपर कोई स्थान है। वह क्या जगह है, क्या वह गम्य है, हाँ, तो वहां कैसे जाया जा सकता है? दुर्गम्य चोटियों पर विजय पाना श्लाघनीय है पर क्या पर्वतों की चोटियां नापना ही मानव जीवन का उद्देश्य है? हम किसलिए पैदा हुए? जन्म लिया तो फिर मर क्यों जाते हैं? ऐसे ही अनेक शाश्वत प्रश्नों के जवाब जानने के लिए हमें अध्यात्म की ओर जाना होगा, अपने सदग्रंथों को खंगालना होगा। सुयोग्य आध्यात्मिक शिक्षक यानि गुरू को तलाशना होगा।
वर्तमान में एकमात्र संत रामपाल जी महाराज जी वह सत्य गुरू हैं जो हमारे सभी धर्म ग्रंथो के अनुसार ही ज्ञान और साधना बताते हैं। उनकी बताई राह पर चलकर हम सुखमय जीवन जी सकते हैं, साथ ही जन्म-मृत्यु के इस विषम चक्कर से मुक्ति पाकर मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए हमें केवल संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर उनके बताए अनुसार भक्ति करनी है। वेदों में प्रमाणित पूर्ण परमात्मा, कबीर साहेब स्वयं संत रामपाल जी महाराज के रूप में पृथ्वी पर आए हुए हैं हम सबको काल के बंधन से मुक्त कराने और हमें हमारे वास्तविक निजधाम सतलोक ले जाने के लिए। वहां जाने के बाद हमें शाश्वत परम शांति मिलेगी। तो अब देरी न करें। संत रामपाल जी महाराज जी से आज ही दीक्षा प्राप्त करके सतभक्ति करें। अधिक जानकारी के लिए पढ़ें पुस्तक “जीने की राह” वा ज्ञान गंगा।
FAQ About Kami Rita Sherpa
Q.1 कामी रीता शेरपा कौन है तथा कहां से हैं?
Ans.कामी रीता का जन्म 17 जनवरी 1970 को हुआ, वह एक नेपाली शेरपा गाइड हैं, जो नेपाल के सोलुखुम्बु जिले के निवासी हैं।
Q.2 हाल ही में 29वीं बार माउंट एवरेस्ट की चोटी पर किसने चढ़ाई की है?
Ans. प्रसिद्ध पर्वतारोही कामी रीता शेरपा ने।
Q.3 कामी रीता शेरपा की आयु कितनी है?
Ans. 54 साल।
Q.4 कौन सी चढ़ाई से आत्मा को शांति मिलेगी?
Ans. सतभक्ति से सतलोक जाने के बाद आत्मा को शांति मिलेगी।
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