Jyotiraditya Scindia News in Hindi: ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस पार्टी से इस्तीफे के बाद साफ हो गया है कि अब वो जल्दी ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो सकते है. ताज़ा खबरों के मुताबित ज्योतिरादित्य सिंधिया आज 2 बजे बीजेपी में शामिल हो सकते है. आइये अब निम्लिखित बिन्दुओ पर चर्चा करते है.
Jyotiraditya Scindia News in Hindi- ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल
मध्य प्रदेश में सियासी खेल जारी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया पहले ही कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके है. सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद साफ हो गया है कि उनका अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होना तय है. अभी अभी आई ताज़ा hindi खबर के मुताबित ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो चुके है.
Jyotiraditya Scindia Wife & Son Name in Hindi
आज लोग Jyotiraditya Scindia Wife & Son के Name के बारे में Hindi में जानकारी प्राप्त करने को बहुत उत्सुक है. आप को बता दें की ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी (Wife) का नाम प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया है तथा उनके दो बच्चो का नाम लड़का महानआर्यमन सिंधिया और एक बेटी अनन्या सिंधिया है. खबरों की माने तो उनकी बेटी अनन्या को हॉर्स राइडिंग का बहुत शौक है. वह 8 साल की उम्र में ही उन्होंने हॉर्स राइडिंग शुरू कर दी थी.
Jyotiraditya Scindia and his wife Age
Jyotiraditya Scindia की age (उम्र) 49 वर्ष है तथा उनकी पत्नी Priyadarshini Raje Scindia की आयु (age) 45 वर्ष है.
Jyotiraditya Scindia biography in Hindi
आइये अब Jyotiraditya Scindia biography in Hindi के बारे में जाते है. महाराज माधवराव सिंधिया का जन्म 10 मार्च 1945 को MP में हुआ. Jyotiraditya Scindia राजमाता विजयाराजे सिंधिया और जीवाजी राव सिंधिया के पुत्र है। माधवराव ने सिंधिया स्कूल से शिक्षा हासिल की थी। उसके बाद वे ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी पढ़ने चले गए। Jyotiraditya Scindia का नाम MP के चुनिंदा राष्ट्रीय राजनीतिज्ञों में लिया जाता है। उन्हें क्रिकेट, गोल्फ, घुड़सवारी शौक है.
अशोक गहलोत ने सिंधिया पर साधा निशाना
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिंधिया पर लोगों और विचारधारा के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया. गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि “ऐसे नेताओं के बारे में क्या कहा जाए, जो अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए राष्ट्रीय संकट के समय भाजपा से हाथ मिला लेते है”.
ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार 9 बार सांसद रहे तथा उन्होंने 1971 में पहली बार 26 साल की उम्र में गुना से चुनाव जीता था। वे कभी चुनाव नहीं हारे। उन्होंने यह चुनाव जनसंघ की टिकट पर लड़ा था। 1975 के आपातकाल हटने के बाद 1977 में हुए आम चुनाव में उन्होंने निर्दलीय के रूप अपनी भूमिका निभाई। जनता पार्टी की लहर होने के बावजूद वह दूसरी बार जीते। 1980 के चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में शामिल हो गए और तीसरी बार गुना से चुनाव जीता।
BJP (भाजपा) में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia)
मध्य प्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच आज दोपहर 2.50 बजे आखिर कार ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। सिंधिया ने लगभग 27 घंटे पहले कांग्रेस से इस्तीफा दिया था।भाजपा (BJP) मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सिंधिया को सदस्यता दिलवाई। सिंधिया थोड़ी ही देर में भोपाल के लिए रवाना होंगे। खबरें आ रही हैं कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा सिंधिया के पार्टी में आने से नाराज हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी आलाकमान के सामने जाहिर भी कर दी है।
सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा- जनता के लक्ष्य की पूर्ति कांग्रेस से नहीं हो पा रही
ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा- सबसे पहले तो मैं नड्डाजी, नरेंद्र मोदीजी, अमित शाहजी को धन्यवाद देना चाहूंगा। इन लोगों ने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया। कई बार जीवन में ऐसे मोड़ आते हैं, जो जीवन को बदलकर रख देते हैं। २ दिन को मैं कभी नहीं भूल पाउँगा, पहला दिवस 30 सितंबर 2001, जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया। दूसरी तारीख 10 मार्च 2020, जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी।
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Jyotiraditya Scindia News in Hindi: मैंने हमेशा माना है कि जिंदगी में हमारा लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए। राजनीति केवल उस लक्ष्य की पूर्ति करने का एक माध्यम होना चाहिए, उससे ज्यादा नहीं। मेरे पूज्य पिताजी और 18-19 साल में जो वक्त मुझे मिला, प्राणप्रण और श्रद्धा के साथ प्रदेश और देश की सेवा करने की कोशिश की। मन व्यथित और दुखी है, जो स्थिति आज उत्पन्न हुई…मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति आज कांग्रेस के माध्यम से नहीं हो पा रही है।
Jyotiraditya Scindia congress
विकिपीडिया की जानकारी के अनुसार विजयाराजे सिंधिया अपने इकलौते बेटे Jyotiraditya Scindia से इतनी खफा थी कि उन्होंने 1985 में अपने हाथ से लिखी वसीयत में कह दिया था कि मेरा बेटा Jyotiraditya माधवराव सिंधिया मेरे अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो। बेटे से उन्होंने मांगा था महल में रहने का किराया विजयाराजे पहले कांग्रेस (congress) में थीं.
लेकिन इंदिरा गांधी ने जब राजघरानों को ही खत्म कर दिया तो आपसी मतभेद के चलते बाद वे जनसंघ में शामिल हो गई थी। उनके बेटे माधवराव सिंधिया भी उस समय जनसंघ में शामिल हो गए थे, लेकिन वे कुछ समय ही उसमें रहे तथा बाद में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया।
Jyotiraditya Scindia family history in Hindi
Jyotiraditya Scindia की family की history Hindi में कुछ इस तरह है.
- विजया राजे सिंधिया
- माधव राव सिंधिया
- यशोधरा राजे सिंधिया
- ज्योतिरादित्य सिंधिया
- पद्मा राजे सिंधिया
- उषा राजे सिंधिया
- Priyadarshini Raje Scindia
■ विजया राजे सिंधिया: ने 1957 में कांग्रेस से अपनी राजनीति की शुरुआत की। वह गुना लोकसभा सीट से सांसद चुनी गईं। मात्र 10 साल में ही उनका मोहभंग हो गया और 1967 में वह जनसंघ में चली गईं। विजयराजे सिंधिया की बदौलत ग्वालियर क्षेत्र में जनसंघ मजबूत हुआ और 1971 में इंदिरा गांधी की लहर के बावजूद जनसंघ यहां की तीन सीटें जीतने में कामयाब रहा।
■ माधव राव सिंधिया: अपने मां-पिता के इकलौते बेटे थे। माधवराव सिंधिया सिर्फ 26 साल की उम्र में ही सांसद चुन लिए गए थे। 1975 के आपातकाल के बाद 1977 में उनके रास्ते जनसंघ और अपनी मां विजयराजे सिंधिया से अलग हो गए। 1980 में माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीतकर केंद्रीय मंत्री भी बने।
■ यशोधरा राजे सिंधिया: यशोधरा 1977 में अमेरिका चली गईं। उनके तीन बच्चे हैं लेकिन राजनीति में किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। 1994 में जब यशोधरा भारत लौटीं तो उन्होंने मां की इच्छा के मुताबिक, बीजेपी जॉइन की और 1998 में बीजेपी के ही टिकट पर चुनाव लड़ा।
Jyotiraditya Scindia Tweets
निष्कर्ष: इसका निष्कर्ष यही निकलता है की राजनेता चाहे किसी भी पार्टी का हो वह अपने सियासी लाभ के लिए कभी भी कुछ कर सकता है. आप अपने विचार हमे कमेंट में बताए।
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