Cannes 2025: कान फिल्म फेस्टिवल 2025 में रेड कार्पेट ड्रेस कोड को लेकर आया बड़ा फैसला

Cannes 2025 कान फिल्म फेस्टिवल 2025 में रेड कार्पेट ड्रेस कोड को लेकर आया बड़ा फैसला

2025 कान फिल्म महोत्सव ने रेड कार्पेट ड्रेस कोड को लेकर सख्ती दिखाई है। इस साल शीयर, स्किन-रिवीलिंग और नग्नता दर्शाने वाले कपड़ों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। आयोजकों ने स्पष्ट किया है कि “शालीनता के कारण रेड कार्पेट और महोत्सव क्षेत्र में नग्नता निषिद्ध है।” यह फैसला फेस्टिवल की गरिमा बनाए रखने के उद्देश्य से लिया गया है।

2015 में फेस्टिवल विवादों में तब आया था जब कुछ महिलाओं को फ्लैट जूते पहनने के कारण रेड कार्पेट पर नहीं जाने दिया गया था। उस समय आयोजकों पर हाई हील्स को अनिवार्य बनाने का आरोप लगा था। अब ड्रेस कोड को लेकर नियम अधिक स्पष्ट कर दिए गए हैं। इस बदलाव से फैशन की आज़ादी पर बहस ज़रूर हो सकती है, लेकिन आयोजक महोत्सव की छवि और संस्कृति को प्राथमिकता दे रहे हैं।

कान फिल्म महोत्सव के रेड कार्पेट ड्रेस कोड में बदलाव किए गए, इससे संबंधित मुख्य बिंदु:

  • पारदर्शी, नग्नता दर्शाने वाले और स्किन-रिवीलिंग कपड़े अब पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
  • लंबी ट्रेन वाले भारी परिधानों की अनुमति नहीं होगी क्योंकि वे मेहमानों की आवाजाही में बाधा डालते हैं।
  • मेहमानों को टक्सीडो, लंबी ड्रेस, कॉकटेल ड्रेस, डार्क पैंटसूट और काले जूते पहनने होंगे।
  • रेड कार्पेट पर स्नीकर्स, बड़े बैग और बैकपैक्स की अनुमति नहीं होगी।
  • ड्रेस कोड का पालन न करने वालों को रेड कार्पेट पर प्रवेश से रोका जा सकता है।
  • 2022 में एक टॉपलेस प्रदर्शन और हाल ही में बियांका सेन्सोरी की पारदर्शी ड्रेस जैसी घटनाओं के चलते नियम सख्त किए गए।
  • स्टाइलिस्ट्स के लिए अब आउटफिट चुनना एक चुनौती बन सकता है।

फैशन पर लगे लगाम: कान्स फिल्म फेस्टिवल में बदले ड्रेस कोड के नियम

कान्स फिल्म फेस्टिवल, जो 13 मई से 24 मई 2025 तक फ्रांस में आयोजित होगा, ने अपने आधिकारिक नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब रेड कार्पेट पर पूरी तरह नग्नता दर्शाने वाले या पारदर्शी कपड़े पहनने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही भारी और बड़े आकार के परिधान, विशेष रूप से लंबी ट्रेन वाले गाउन, भी प्रतिबंधित कर दिए गए हैं।

फेस्टिवल आयोजकों का कहना है कि ऐसे परिधान न केवल अन्य मेहमानों की आवाजाही में बाधा डालते हैं, बल्कि थिएटर में बैठने की व्यवस्था को भी प्रभावित करते हैं। ये नए नियम “शालीनता” और आयोजन की सुचारु व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से लागू किए गए हैं।

इस सख्त ड्रेस कोड का उद्देश्य रेड कार्पेट पर अनुशासन और गरिमा सुनिश्चित करना है, जिससे आयोजन की प्रतिष्ठा बनी रहे और सभी प्रतिभागियों को समान अनुभव मिल सके।

कान्स 2025: पुराने विवादों के बाद सख्त हुआ ड्रेस कोड, अब नियम होंगे लिखित और अनिवार्य

कान्स फिल्म फेस्टिवल ने अपने ड्रेस कोड नियमों को और सख्त बनाने का फैसला कुछ पुरानी विवादास्पद घटनाओं के बाद लिया है। वर्ष 2022 में एक प्रदर्शनकारी ने रेड कार्पेट पर टॉपलेस होकर विरोध जताया था, जिससे कार्यक्रम में हंगामा मच गया था। वहीं हाल ही में, बियांका सेन्सोरी ने ग्रैमी अवॉर्ड्स में पारदर्शी ड्रेस पहनकर सुर्खियां बटोरीं, जिस पर काफी विवाद हुआ।

इन घटनाओं के मद्देनज़र कान्स के आयोजकों ने अब यह स्पष्ट किया है कि रेड कार्पेट और फेस्टिवल क्षेत्र में नग्नता और अत्यधिक पारदर्शी कपड़ों की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोजकों ने यह भी कहा कि यह नियम पहले से मौजूद थे, लेकिन अब इन्हें औपचारिक रूप से लिखित नियमों में शामिल कर सख्ती से लागू किया जाएगा।

इस बदलाव का उद्देश्य न केवल शालीनता और गरिमा बनाए रखना है, बल्कि आयोजन को बिना किसी अव्यवस्था के सुचारु रूप से संपन्न कराना भी है।

कान्स 2025: रेड कार्पेट पर अब केवल फॉर्मल ड्रेस कोड मान्य, नियम तोड़ने पर एंट्री नहीं

नए नियमों के तहत अब कान्स फिल्म फेस्टिवल के मेहमानों को केवल औपचारिक कपड़े पहनने होंगे। इनमें लंबी ड्रेस, टक्सीडो, कॉकटेल ड्रेस, डार्क पैंटसूट और काले जूते शामिल हैं। आयोजकों ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्नीकर्स, बड़े बैग और बैकपैक पूरी तरह प्रतिबंधित रहेंगे।

यदि कोई मेहमान इन निर्धारित ड्रेस कोड नियमों का पालन नहीं करता, तो उसे रेड कार्पेट पर प्रवेश से रोका जा सकता है। यह सख्ती फेस्टिवल की गरिमा और अनुशासन बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है।

कान्स 2025: सख्त ड्रेस कोड के बीच भी फैशन का जलवा बरकरार रहेगा?

कान्स का रेड कार्पेट हमेशा से फैशन और ग्लैमर का केंद्र रहा है, जहां बेला हदीद, नाओमी कैंपबेल और अन्य अंतरराष्ट्रीय सितारे अपने बोल्ड और स्टाइलिश लुक्स से सबका ध्यान खींचते हैं। हालांकि, 2025 में लागू किए गए सख्त ड्रेस कोड से फैशन इंडस्ट्री को एक नई चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

स्टाइलिस्ट्स के लिए अब ऐसे आउटफिट चुनना मुश्किल हो सकता है जो ड्रेस कोड का पालन भी करें और फैशन में भी अनोखापन दिखाएं। बावजूद इसके, कई फैशन विशेषज्ञों का मानना है कि सितारे इन सीमाओं के भीतर भी अपने यूनिक अंदाज़ और रचनात्मकता से रेड कार्पेट पर जलवा बिखेरने का रास्ता जरूर निकाल लेंगे।

“ संत रामपाल जी महाराज जी का संदेश – फैशन नहीं, शालीनता ही है सच्ची शोभा ”

जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के अनुसार सार्वजनिक मंचों पर नग्न वस्त्र पहनना समाज में नैतिक पतन और भोगवादी प्रवृत्ति को बढ़ावा देता है। वे अपने सत्संग में बताते हैं कि मर्यादित और शालीन वस्त्र पहनना नारी की गरिमा और समाज की सभ्यता के लिए आवश्यक है। ऐसे अशोभनीय फैशन से युवा पीढ़ी पर गलत प्रभाव पड़ता है, जिससे युवा अपने 

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कान फिल्म फेस्टिवल 2025 में रेड कार्पेट ड्रेस पहने से संबंधित मुख्य FAQs

1. यह प्रतिबंध कब और क्यों लागू किया गया?

उत्तर: यह प्रतिबंध हालिया वर्षों में बढ़ती अशालीनता, अश्लीलता और सोशल मीडिया पर फैशन को लेकर होड़ के चलते लगाया गया, ताकि समारोह की गरिमा बनाए रखी जा सके।

2. क्या पहले भी इस तरह के ड्रेस कोड लागू हुए हैं?

उत्तर: अनौपचारिक रूप से हाँ, लेकिन अब इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है, जैसा कि हालिया रिपोर्टों से स्पष्ट है।

3.अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करता है तो क्या होगा?

उत्तर: ऐसे व्यक्तियों को रेड कार्पेट पर चलने से रोका जा सकता है, या आयोजकों द्वारा चेतावनी दी जा सकती है।

4.क्या इससे कलाकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बाधित होती है?

उत्तर: यह बहस का विषय है, लेकिन आयोजकों का कहना है कि यह संतुलन बनाए रखने के लिए है, रचनात्मकता और गरिमा के बीच।

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