Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: Delhi में मेयर पद का चुनाव टला, MCD में क्यों हुआ हंगामा? जानिए वजह

Delhi MCD Mayor Election [Hindi] Delhi में मेयर पद का चुनाव टला

Delhi MCD Mayor Election 2022: दिल्‍ली मेयर चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से पहले, पीठासीन अधिकारी के फैसले पर आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। उनके और बीजेपी पार्षदों के बीच खूब धक्‍का मुक्‍की हुई।

Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: क्यों हुआ हंगामा

सिविक सेंटर में मेयर के चुनाव की प्रक्रिया सुबह साढ़े 11 बजे से शुरू हो गई थी। आप की तरफ से सदन में दल के नेता मुकेश गोयल ने पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा द्वारा मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने पर आपत्ति जताई। इसके बाद आप और भाजपा के पार्षद पीठासीन अधिकारी के आसन तक पहुंच गए। हंगामे के बीच चार मनोनीत सदस्यों विनोद सहरावत, लक्ष्मण आर्य, मुकेश मान और सुनीत चौहान ने शपथ ली।

भारत में लोकतंत्र के लिए काला दिन- मनीष सिसोदिया

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा- “माननीय उपराज्यपाल एमसीडी में नियत प्रक्रिया को अवहेलना बताने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करते हुए लगातार नए निचले स्तर पर गिर रहे हैं. आप के निर्वाचित पार्षदों पर हमले, एमसीडी की चुनावी प्रणाली का उल्लंघन, इसके बाद अवैध- अनुचित नियुक्तियां. यह भारत में लोकतंत्र के लिए एक काला दिन है.”

CAQM ने फिर से लागू किया ग्रैप-3

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच सीएक्यूएम (CAQM ) ने फिर से ग्रैप-3 लागू किया है. सीएक्यूएम के आदेश के अनुसार तत्काल प्रभाव से गैर जरूरी कंस्ट्रकशन और डिमोलिशन एक्टिविटीज पर प्रतिबंध लग जाएगा.

MCD Mayor Election Live: मेयर पद के लिए शैली ओबेरॉय और रेखा गुप्ता में मुकाबला

दिल्ली नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय और बीजेपी की रेखा गुप्ता के बीच मुकाबला है. वहीं डिप्टी मेयर के लिए आप की तरफ से आले मोहम्मद इकबाल और बीजेपी की ओर से कमल बागड़ी मैदान में हैं.

Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: क्यों लगा रहे बेईमानी के आरोप?

उन्होंने आगे कहा कि जितने लोग MCD कवर करते हैं- रिपोर्टर्स, एमसीडी को समझने वाले, वकील, शिक्षाविद्, सब लोग यह बात जानते हैं कि मनोनीत पार्षद की कोई वोट नहीं होती। सबसे पहले चुनाव मेयर का किया जाएगा। वो मेयर अपनी देखरेख में बाकी चुनाव करवाएगा।

AAP बोली- चुना हुए मेयर करवाएगा बाकी चुनाव

AAP विधायक ने आगे कहा कि फिर चुनाव हुआ मेयर डिप्टी मेयर को चुनेगा, स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों को चुनेगा। चुना हुआ मेयर ही यह तय करेगा कि चुनाव किस दिन, किस समय, किस तरीके से होना है। भाजपा के मन में बेईमानी थी। वो मनोनीत पार्षदों को वोट डलवाना चाहते थे। इसीलिए आज हाउस में हंगामा हुआ।

Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: चुनाव से पहले AAP और LG में ठनी

मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी मेम्बर्स के चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और दिल्ली के उपराज्यपाल के बीच फिर से मतभेद पैदा हो गया है. इसकी वजह चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति को लेकर है. एलजी ने बीजेपी की पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया है. वहीं, आम आदमी पार्टी की तरफ से मुकेश गोयल के नाम का प्रस्ताव भेजा गया था.

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दिल्ली नगर निगम ने इस चुनाव के लिए वाइट, ग्रीन और पिंक कलर कोड तय किए हैं. इसमें वाइट बैलेट पेपर से मेयर पद के लिए वोट डाले जाएंगे. डिप्टी मेयर चुनाव के लिए ग्रीन बैलट पेपर का यूज होगा. वहीं, स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर्स के लिए पिंक बैलेट पेपर का यूज होगा.

एमसीडी की सरकार चुनने में कौन-कौन डालेगा वोट?

दिल्ली नगर निगम के मेयर चुनाव में बहुमत के हिसाब से आम आदमी पार्टी सबसे आगे है. चुने गए 250 पार्षदों के अलावा 14 नामित विधायक और दोनों सदनों के 10 सांसद भी वोट डालेंगे. इन नामित 14 में 13 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं. इसके अलावा दोनों सदनों के 10 सांसदों में 7 बीजेपी के लोकसभा सांसद और आम आदमी पार्टी के 3 राज्यसभा सांसद हैं.

इस तरह कुल वोटों की संख्या 274 बैठती है. इसमें 150 की संख्या आम आदमी पार्टी के पक्ष में है. दिल्ली नगर निगम में दल-बदल कानून लागू नहीं होता है. ऐसे में पार्षदों के पाला बदलने में कोई कानूनी अड़चन नहीं होती. इसके अलावा इस चुनाव में व्हिप लागू नहीं होता है. इस वजह से जोड़-तोड़ और उलटफेर की आशंका भी बनी रहती है.

Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: बहुमत AAP के पास

मेयर के चुनाव में 273 मेंबर्स वोट डालेंगे। बहुमत के लिए 138 का आंकड़ा चाहिए। कांग्रेस के गैरहाजिर होने पर 133 का आंकड़ा चाहिए। AAP के पास 134 पार्षद हैं। इसके अलावा 3 राज्यसभा सांसद और 13 विधायक हैं। भाजपा के पास 7 सांसद और 1 विधायक मिलाकर कुल 113 वोट हैं। वहीं, कांग्रेस के 9 पार्षद और निर्दलीय दो पार्षद हैं। इस चुनाव में 250 पार्षदों के साथ 10 सांसद (7 लोकसभा सांसद और 3 राज्यसभा सांसद), 13 विधानसभा सदस्य वोट डालेंगे।

बैठक की अगली तारीख एलजी करेंगे तय

उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना अब सदन की बैठक की अगली तारीख तय करेंगे। इसके बाद ही चुनाव के बाद दिल्ली को मेयर मिल पाएगा। पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने बताया कि 10 मनोनीत सदस्यों में से चार का शपथ ग्रहण पूरा हो गया है। अब सदन की अगली बैठक की तिथि एलजी तय करेंगे। तब तक विशेष अधिकारी अश्विनी कुमार कार्य करते रहेंगे। हालांकि, चुनाव संपन्न होने तक पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ही बनी रहेंगी।

  • आपको बता दें कि 7 दिसंबर को एमसीडी चुनाव के नतीजे घोषित हुए थे। आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें और बीजेपी ने 104 सीटें जीती थीं। वहीं कांग्रेस को 9, जबकि अन्य को 3 सीटें मिली थीं। बाद में मुंडका से निर्दलीय पार्षद गजेंद्र दराल भाजपा में शामिल हो गए।
  • महापौर के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 250 निर्वाचित पार्षद, सात लोकसभा और दिल्ली के तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायक शामिल हैं। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में आप के 13 और भाजपा के एक सदस्य को मनोनीत किया है।
  • महापौर चुनावों में कुल वोट 274 हैं। संख्या का खेल आप के पक्ष में है, जिसके पास भाजपा के 113 के मुकाबले 150 वोट हैं। कांग्रेस के नौ पार्षदों के नौ वोट हैं जबकि दो निर्दलीय भी हैं।
  • हालांकि दिल्ली बीजेपी के मेयर और डिप्टी मेयर पदों पर जीत हासिल करने की संभावना नहीं है, लेकिन वह महत्वपूर्ण स्थायी समिति के सदस्यों के तीन पदों को जीतने की कोशिश करेगी।
  • स्थायी समिति में 18 सदस्य होते हैं, जिनमें से 12 जोन से और छह सदन से चुने जाते हैं।

Delhi MCD Mayor Election [Hindi]: क्या होते हैं एल्डरमैन?

दिल्ली नगर निगम अधिनियम 1957 के तहत उप-राज्यपाल 25 साल से ज्यादा उम्र के 10 लोगों को ‘एल्डरमेन’ मनोनीत कर सकते हैं। यानी ये मनोनीत पार्षद होते हैं। माना जाता है कि इन 10 एल्डरमैन के पास नगरपालिका प्रशासन में विशेषज्ञता या अनुभव होता है। वैसे ये मेयर चुनाव में वोट नहीं कर सकते हैं। लेकिन वार्ड समिति के सदस्यों के रूप में, उनके पास एक स्थायी समिति में काम करने के लिए 12 MCD क्षेत्रों में से हर में एक प्रतिनिधि चुनने के लिए वोट करने का अधिकार होता है।

भाजपा बेईमानी से एमसीडी में कब्जा करना चाहती है: सौरभ भारद्वाज

आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी के इतिहास में आज तक कभी सदन में नॉमिनेटेड पार्षद ने वोट नहीं डाली। भाजपा बेईमानी से एमसीडी में कब्जा करना चाहती है। बीजेपी वालों तुम्हारी गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे।

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