छल योजना (manipulation) : क्या कोई आपको नियंत्रित कर सकता है?

छल योजना (manipulation) : क्या कोई आपको नियंत्रित कर सकता है?

dark psychology: इस लेख के माध्यम से आपको ऐसे अनैतिक कार्य से रूबरू करवाने जा रहे हैं, जिसके कारण समाज में विश्वासघात और शोषण जैसे अपराध बढ़ते जा रहे हैं । कुछ लोग अपने आप को धनवान बनाने के लिए, तो कुछ लोग धनवान व्यक्तियों का सुख-चैन छीनने के लिए गलत क्रियाओं का प्रयोग करते हैं। मनुष्य का मन बहुत जटिल माना जाता है क्योंकि ये मन हर पल स्वांग रचता रहता और बदलता रहता है। जहाँ एक ओर इसका उपयोग रचनात्मकता, करुणा और प्रेम के लिए होता है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग मानसिक कौशल का उपयोग दूसरों को धोखा देने, प्रभावित करने या नियंत्रित करने के लिए भी करते हैं। यही नकारात्मक मानसिक प्रवृत्ति को हम “छल योजना (manipulation)” कहते हैं। यह एक मनोविज्ञान की शाखा है, जिसके प्रयोग द्वारा व्यक्ति दूसरों की सोच, भावना और निर्णयों को प्रभावित कर, अपने स्वार्थ की पूर्ति करता है। छल योजना (manipulation) का प्रभाव लोगों को कंट्रोल करने जैसे लक्षण दर्शाता है। व्यक्ति अपने निजी स्वार्थ हेतु हेरफेर, धोखा और दबाव जैसी क्रियाओं को अपनाता है। ये पारंपरिक मनोविज्ञान के बिल्कुल  उल्टा ही है क्योंकि छल योजना (manipulation) से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कुछ लोग अपने स्वार्थवस दूसरों का ध्यान केंद्रित करवा कर अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए अनेकों प्रयास करते है जैसे कि हेरफेर, धोखा और नियंत्रण जैसी तकनीकें, ये सब छल योजना (manipulation) के अंतर्गत आते हैं।

मुख्य बिंदु :

(1) छल योजना (manipulation) मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित प्रक्रिया है।

(2) छल योजना (manipulation) को हम  “नकारात्मक मानसिक प्रवृत्ति” भी कह सकते हैं।

(3)इस मनोवैज्ञानिक चाल का प्रयोग कर व्यक्ति दूसरों की सोच, भावना और निर्णयों  को प्रभावित कर, अपने स्वार्थ की पूर्ति करता है।

(4) छल योजना (manipulation) द्वारा व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इससे उसका आत्मविश्वास टूट सकता है।

(5) छल योजना (manipulation) के प्रभाव से बचने के लिए, इस प्रक्रिया के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।

(6) इसका दुरुपयोग समाज में विश्वासघात कर रहा है जैसे आत्मविश्वास टूटना, शोषण और कई अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है।

(7) जाग्रत मन, ठोस विवेक और आत्मचेतना ही छल योजना (manipulation) से बचने का रक्षा कवच है जो केवल आध्यामिक ज्ञान से ही संभव है।

(8)आध्यात्मिक ज्ञान के माध्यम से छल योजना (manipulation) से बचा जा सकता है।

छल योजना (manipulation) का मतलब क्या है ?

छल योजना (manipulation) मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित प्रक्रिया है, जिसके प्रयोग द्वारा व्यक्ति जानबूझकर दूसरों की भावनाओं, सोच और निर्णयों को नियंत्रित करने की कोशिश करता है। इसका प्रयोग लोग ज्यादातर धोखा देने, शोषण करने या किसी को मानसिक रूप से कमजोर करने के लिए करते हैं। कुछ लोग बदले की भावना से, तो कुछ लोग धन के लालच में, वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो कुछ लोग दूसरों को अपने कंट्रोल में करने के लिए इस प्रक्रिया का उपयोग करते हैं। यह मनोविज्ञान का एक अंधेरा पक्ष है, जो व्यक्ति पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। जिससे व्यक्ति मानसिकरूप से पीड़ित होकर, अपने आपको असहाय महसूस करने लगता है और धीरे – धीरे दुर्बल की भांति आचरण करने लगता है।

छल योजना (manipulation) की मुख्य तकनीकें निम्न हैं 

(1) नरसीसिज़्म (Narcissism):

खुद को सर्वश्रेष्ठ मानना और दूसरों को बुद्धिहीन/ मूर्ख समझना। ऐसे लोग ज्यादातर दूसरों को नीचा दिखाकर खुद को ऊपर/सर्वश्रेष्ठ दिखाने का प्रयास करते हैं।

(2) साइकोपैथी (Psychopathy):

अपराधबोध के बिना भी कोई दूसरों को मानसिक या शारीरिक रूप से हानि पहुंचाने की प्रवृत्ति रखता हो। ऐसे लोग चालाक, भावहीन और हिंसक भी हो सकते हैं।

(3) मैनिपुलेशन (Manipulation):

किसी भी व्यक्ति की भावनाओं या सोच के साथ खिलवाड़ कर उसको अपने नियंत्रण में लेकर, उससे अपनी इच्छा अनुसार कार्य करवाना भी छल योजना (manipulation) के अंतर्गत आता है।

(4) गैसलाइटिंग (Gaslighting):

बार-बार किसी की सोच, स्मृति या सच्चाई पर सवाल उठाकर उसे भ्रमित कर देना, ताकि वह खुद पर विश्वास खो दे।इसका मतलब किसी व्यक्ति के आत्मविश्वास को तोड़कर, उसको निर्बल महसूस करवाना। 

(5) माइंड कंट्रोल / ब्रेनवॉशिंग:

किसी व्यक्ति की सोच को इस हद तक नियंत्रित करना कि वह अपने निर्णय लेने की क्षमता खो दे और पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हो जाए।

छल योजना (manipulation) है अनैतिक :

जहां लोग भगवान से डर कर मानव सेवा करते हैं वहीं अनैतिक लोगों का भी बसेरा होता है । छल योजना (manipulation) का उपयोग ज्यादातर अनैतिक माना जाता है क्योंकि इसका उद्देश्य दूसरों को मानसिक या भावनात्मक रूप से हानि पहुँचाना होता है। इस प्रकार के प्रभाव से बचने के लिए हमे हमेशा प्रयास करते रहना चाहिए और छल योजना (manipulation) के बारे में पूर्ण जानकारी जुटानी चाहिए।

आपको जानकारी के मुताबिक बता दें कि इसका दुरुपयोग समाज में अविश्वास, शोषण और अपराध को बढ़ावा देता है। हमें अपने आप को जागरूक रखना, यह हमारे हित के लिए हमारा परम कर्तव्य है।

छल योजना (manipulation) का प्रयोग कहाँ और क्यों किया जाता है ?

छल योजना (manipulation) का प्रयोग समाज के कई क्षेत्रों में देखने को मिलता है। जैसे:

▪️बहुत से लोग व्यक्तिगत रिश्तों में नियंत्रण पाने के लिए और भावनात्मक शोषण के लिए छल योजना (manipulation) का प्रयोग करते हैं।

▪️राजनेताओं द्वारा जनता को प्रभावित करने के लिए भी इस प्रकार के तरीके अपनाए जाते हैं।

▪️आपको जानकर हैरानी होगी कि मार्केटिंग और विज्ञापनों में उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए इस प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाता है।

▪️ठगों और अपराधियों द्वारा मासूम लोगों को धोखा देने के लिए भी इस मनोविज्ञान के इस छल का प्रयोग किया जाता है।

▪️धनवैभव और सम्मान के लिए कुछ कट्टरपंथी संगठनों द्वारा मानसिक नियंत्रण के लिए छल योजना (manipulation) का प्रयोग किया जाता है।

छल योजना (manipulation) के प्रभाव अत्यंत घातक माना गया हैं :

छल योजना (manipulation) मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित प्रक्रिया है। इसके प्रयोग द्वारा जो प्रभाव दूसरों पर पड़ते हैं, वह बहुत ज्यादा हानिकारक होते है। अक्सर देखा गया है कि व्यक्ति को मानसिक रूप से निर्बल हो जाता है, आत्म-संदेह उत्पन्न करता है और उसकी आत्म-छवि को नष्ट कर देता है। बहुत ज्यादा समय तक इसका प्रभाव रहने से व्यक्ति में तनाव, अवसाद, आत्महत्या की प्रवृत्ति और सामाजिक अलगाव जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। देखा गया है कि ज्यादातर व्यक्ति आत्मविश्वास खोकर, आत्महत्या कर लेता है। इस प्रकार के प्रभाव और ऐसा करने वाले लोगों की पहचान हम छल योजना (manipulation) का सही अर्थ और उसके दुष्प्रभावों को समझ कर ही सावधान हो सकते हैं।

 छल योजना (manipulation) एक मनोवैज्ञानिक छल है और इससे कैसे बचा जाए ?

 आत्म-जागरूकता के साथ आत्म-सम्मान को बनाए रखना है।

हमेशा स्वयं के विचारों पर विश्वास रखना चाहिए। कभी भी  दूसरों की बातों से तुरंत प्रभावित होकर उसकी तरफ आकर्षित नहीं होना चाहिए।

सत्य जानते हुए भी कभी – कभी हम किसी को मना नहीं कर पाते हैं। याद रहे जब जरूरी हो, “ना” कहना सीखें।

अपने आप को दुर्बल/निर्बल न समझें, सीमाएं तय करें और अपने व्यक्तिगत स्पेस की रक्षा करें।

यदि आप मानसिक रूप से असहाय महसूस कर रहे हैं तो कभी भी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मदद लेने से न हिचकिचाएँ।

सारशब्द

छल योजना (manipulation) एक ऐसा मानसिक हथियार है जो सामने से दिखाई नहीं देता, लेकिन इसका असर व्यक्ति के मन और सोच पर बहुत गहरा होता है। इसके ज़रिए लोग दूसरों को भावनात्मक रूप से कमजोर कर सकते हैं, उन्हें डर, आत्म-हीनता और ग़लत फैसले लेने की स्थिति में पहुँचा सकते हैं। ऐसा व्यक्ति धीरे-धीरे खुद पर से विश्वास खोने लगता है और दूसरों की बातों पर पूरी तरह निर्भर हो जाता है।

इस तरह की मानसिक चालें समाज में नकारात्मकता फैलाती हैं और लोगों के बीच अविश्वास और तनाव पैदा करती हैं। इसलिए जरूरी है कि हम न केवल खुद को इस तरह की मानसिक चालों से बचाएं, बल्कि दूसरों को भी इसके बारे में जागरूक करें। जब ज्यादा लोग इस बारे में समझेंगे, तभी हम एक ऐसा समाज बना पाएंगे जहाँ लोग एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करें, एक-दूसरे की मदद करें और मिलकर एक सकारात्मक और सहानुभूतिपूर्ण वातावरण तैयार करें।

आध्यात्मिकता या तत्वज्ञान से छल योजना (manipulation) से बचा जा सकता है 

यह आत्मज्ञान, विवेक और मानसिक संतुलन बढ़ाकर व्यक्ति को दूसरों की मानसिक चालों को समझने और उनसे सुरक्षित रहने की शक्ति देता है।

“जाग्रत मन, ठोस विवेक और आत्मचेतना ही रक्षा कवच है।”

वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज का आध्यात्मिक ज्ञान सच्चे भक्ति मार्ग और वेदों व संतों के अनुसार प्रमाणित साधना पर आधारित है, जो व्यक्ति को मानसिक, आत्मिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाता है। इससे छल योजना (manipulation) (जैसे धोखा, मानसिक नियंत्रण, लालच, भय आदि तकनीकों) से बचा जा सकता है। आध्यात्मिक ज्ञान द्वारा प्राणी को सच्चे-झूठे का ज्ञान होता है, नामदीक्षा (सतभक्ति) करने से लोभ-मोह से मुक्ति मिलती है, निर्भयता और संतुलन बन जाता है एवं सत्संग सुनने से विवेक जागता है। परम संत रामपाल जी महाराज का तत्वज्ञान व्यक्ति को आत्मचेतन, निर्भीक और विवेकी बनाता है, जिससे वह किसी भी डार्क साइकोलॉजिकल प्रभाव से सुरक्षित रह सकता है।

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