Omicron Corona Cases in India: नमस्कार दशकों! खबरों की खबर का सच स्पेशल कार्यक्रम में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। पूरा विश्व इस समय कोविड -19 की नई लहर का सामना कर रहा है। इस बार हम देश दुनिया में फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट “ओमिक्रोन” के बारे में चर्चा करेंगे और साथ ही जानेंगे की कैसे सभी मनुष्य स्वस्थ और निरोगी जीवन जी सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं आज की हमारी विशेष पड़ताल। दोस्तों! नवंबर 2019 में चीन से पूरे विश्व में फैले कोरोना वायरस ने मौत और डर का ऐसा तांडव रचाया जिससे सभी दहल गए थे।
सावधान और सतर्क हो जाइए
यदि आपने कोरोना से बचाव के लिए दोनों डोज़ ले ली हैं फिर भी सावधान रहें क्योंकि अब फिर से कोरोना का एक नया वैरिएंट लोगों को संक्रमित कर रहा है। महाराष्ट्र, दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में ओमीक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं। अमेरिका, यूके समेत कई देशों में गंभीर हालात पैदा हो गए हैं। चीन से फैले वेरिएंट के बाद, डेल्टा ने दुनियाभर में तबाही मचाई और अब ओमीक्रोन संक्रमण फैला रहा है। अमेरिका और यूरोप के देशों में स्थिति बिगड़ती जा रही है और माना जा रहा है कि वहां ‘डेल्मीक्रोन वेव’ चल रही है। एक्सपर्टस का कहना है कि इस समय दुनियाभर में दोनों ही वेरिएंट लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।
आज कोरोना महामारी के पूरे विश्व में 27 करोड़ से भी अधिक मामले रिकार्ड किए जा चुके हैं और इससे अब तक 54 लाख लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले भारत में ही इस महामारी के 3 करोड़ 40 लाख से भी अधिक मामले देखें जा चुके हैं। वहीं 4 लाख 79 हजार लोगों की इस बीमारी के चलते मौत हो चुकी है।
वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइज़र ने दी है चेतावनी
ओमीक्रान से अब ग्रीनलैंड, आइसलैंड और अंटार्कटिका जैसे देशों भी प्रभावित हो चुके हैं। वर्तमान में अमेरिका, न्यूजीलैंड, यूके,नीदरलैंड आदि देशों में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट ने आतंक मचा रखा है। इस नए वेरिएंट को लेकर अमरीका की विश्व विख्यात वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइज़र ने चेतावनी देते हुए कहा है की इस वैरिएंट के 50 से भी अधिक म्यूटेशन पाए गए हैं, जिसके चलते यह वैरिएंट बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
दूसरी तरफ मिरेंडा फाउंडेशन के प्रमुख बिल गेट्स ने चेतवानी देते हुए कहा है की यह वैरिएंट घर घर तक पहुंचेगा और इस वैरिएंट से कोई भी देश नहीं बच पाएगा। अफ्रीका में सबसे पहलेे पाए गए इस वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी “वेरिएंट ऑफ कंसर्न ( concern)
” घोषित कर दिया है। WHO का मानना है की ओमिक्रोन कोरोना के अन्य वेरियंट्स के मुकाबले लोगों में अधिक तेजी से फैलता है, जो इस वैरिएंट को डेल्टा वेरिएंट से भी खौफनाक बनाता है।
Omicron Corona Cases in India: दूसरी तरफ यह वैरिएंट भारत में भी अपने पैर तेजी से पसार रहा है। डेल्टा की तुलना में ओमीक्रोन वेरिएंट तेजी से फैल रहा है। क्रिसमस और नए साल के जश्न को लेकर भारत सरकार ने एहतियात बरतने को कहा है। अब तक देश के कुल 16 राज्यों में इसका संक्रमण पाया जा चुका है। गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, केरल,मिजोरम और दिल्ली समेत कई राज्यों में दिन प्रतिदिन इसके सैकड़ों केस देखें जा रहे हैं। भारत में अब तक इस वैरिएंट के 370 से भी अधिक मामले देखे जा चुके हैं। बढ़ते मामलों को मद्देनजर रखते हुए देश से पहले ही 31 जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय यातायात को बंद कर दिया गया है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रधानमंत्री मोदी से अपनी आगामी चुनाव रैलियों को रोकने को कहा
ओमिक्रोन की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को पीएम मोदी और चुनाव आयुक्त से यूपी चुनाव टालने और रैलियों पर पाबंदी लगाने का आग्रह किया। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों से कहा जाए कि वह चुनाव प्रचार टीवी व समाचार पत्रों के माध्यम से करें। इसी के साथ प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए हाई कोर्ट के जस्टिस ने कहा कि वह पार्टियों की चुनावी सभाएं व रैलियों को रोकने के लिए कड़े से कड़े कदम उठाएं। जस्टिस ने कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है!
Omicron Corona Cases in India: सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र से रेडी रहने को कहा
प्रतिदिन देश में ओमिक्रोन के हो रहे विस्तार के बीच सरकार ने सभी राज्यों को टीकाकरण बढ़ाने व नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्देश भी दिया है।
भारत के लगभग 61 प्रतिशत वयस्कों को कोविड वेेक्सीनेशन की दोनों खुराक दी जा चुकी हैं जबकि 89 प्रतिशत को पहली खुराक दी गई है। सरकार ने नए संक्रमण को देखते हुए निजी स्वास्थ्य क्षेत्र से तैयार रहने की अपील की है क्योंकि उसे महामारी के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। कई राज्यों की सरकारों द्वारा अलर्ट जारी करने के बाद मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने पर भी जोर दिया जा रहा है। किसी को भी इस बार ऑक्सीजन, बेड और दवाई आदि की कमी का सामना न करना पड़े इसलिए सरकार द्वारा इन सभी मुद्दों पर कड़ा ध्यान रखा जा रहा है।
Omicron Corona Cases in India: अधिकतर राज्यों में लगाया गया नाइट कर्फ्यू
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए दिल्ली में क्रिसमस और नए साल के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है। जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस को इस आदेश को सख्ती से लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है। सरकार ने रेस्टोरेंट्स, बार और ऑडिटोरियम को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ काम करने को कहा है, वहीं शादियों में अधिकतम 200 लोगों को शामिल होने की इजाजत दी गई है।दिल्ली में कई बाजार अब ओड और इवन की तर्ज पर खुलेंगे। लोगों को कोविड संबंधी नियमों का पालन करने को कहा गया है।
Omicron Corona Cases in India: उत्तर प्रदेश के नोएडा और लखनऊ में भी ओमिक्रॉन के कारण पाबंदियां लगाई गई हैं। दोनों ही शहरों में 31 दिसंबर तक धारा 144 लागू कर दी गई है। दिल्ली, तेलंगाना, मध्यप्रदेश,उत्तरप्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों ने क्रिसमस और न्यू ईयर के चलते राज्य में सख्ती को बढ़ा दिया है। नाइट कर्फ्यू की वापसी के बाद अब प्रशासन द्वारा नए कोविड दिशानिर्देश और गाइडलाइंस को जारी किया जा रहा है। मुंबई में ओमिक्रॉन के कारण दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 144 लगाई गई है जो 16 दिसंबर से 31 दिसंबर तक लागू रहेगी।
कोलकाता में भी क्रिसमस को देखते हुए पार्क स्ट्रीट और इसके आसपास के इलाकों को 24 दिसंबर और 25 दिसंबर के लिए बंद कर दिया है। चेन्नई में पिछले साल की तरह इस साल भी 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लोगों के समुद्र तटों पर जाने पर पाबंदी लगा दी है।
क्या मौत को कोई टाल सकता है?
दोस्तों! कहते हैं मौत को कोई नहीं टाल सकता सिवाय परमात्मा के। जिस किसी की भी मौत जिस पल में लिखी होती है उस तय समय में हो ही जाती है। कारण चाहे कोई भी बने। जैसे छोटा बच्चा खेलते खेलते बिजली के तार को छू देता है और करंट लगते ही मर जाता है। सुबह काम को जा रहा व्यक्ति मोटरसाइकिल दुर्घटना में मर जाता है। जब इंसान के पुण्य कर्म खत्म होते हैं तो दुख , बीमारी और मौत दस्तक देते हैं। पाप कर्म बढ़ने पर दवाई भी असर नहीं करती और इलाज करने वाले डाक्टर भी यही कहते हैं कि आपके मरीज़ को केवल भगवान ही बचा सकता है। ऐसा क्या करें कि जीवन में कठिनाई, दुख, तंगी और बीमारी न आए और सभी मनुष्य सुखी और स्वस्थ रहें। आइए आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जानते हैं-
सभी धर्मों के पवित्र सद्ग्रंथों जैसे पवित्र कुरान शरीफ, पवित्र बाइबल, पवित्र चारों वेद, पवित्र गुरुग्रंथ साहिब आदि में महापुरुषों ने भगवान की महिमा कलम तोड़ लिखी है। भगवान के गुणों में लिखा है की भगवान सर्वशक्तिमान है, वो जो चाहे वो कर सकता है। पवित्र वेद सर्व उत्पादक, सबकी रचना करने वाले भगवान की महिमा करते हुए बताते हैं कि वह सर्वशक्तिमान भगवान सभी प्रकार के पापों का नाश करने वाला है। वह भगवान सभी प्रकार के बंधनों का शत्रु है। यदि कोई उपासक किसी जानलेवा बीमारी से ग्रस्त है और वह मृत्यु के निकट भी पहुंच गया है तब भी वह परमात्मा उस उपासक की आयु बढ़ाकर उसे स्वस्थ करने में सक्ष्म है। वह पूर्ण परमात्मा कर्म बंधन और पाप कर्म को भी काट सकता है। अक्सर प्रभु प्रेमी आत्माओं के मन में यह शंका घर करती है की हम सभी इतनी भक्ति करते हैं लेकिन फिर भी हमारे कष्ट ज्यों के त्यों बरकरार हैं। कभी भयंकर बीमारी , प्राकृतिक आपदा, तो कभी आर्थिक तंगी झेलनी पड़ती है। कभी किसी को अकाल मृत्यु, तो कभी किसी का एक्सीडेंट हो जाता है। दुख की घड़ी में भगवान से अर्ज करने पर भी भगवान हमारी पुकार क्यों नहीं सुनते? आइए जानते हैं-
दोस्तों, भगवान बहरा ,अंधा और गूंगा कतई नहीं है वह तो भक्तों की रूदन पुकार सुनकर दौड़ा दौड़ा मदद करने पहुंचता है।
उदाहरण के तौर पर जब धृतराष्ट्र की सभा में दुःशासन द्रौपदी का चीरहरण कर रहा था तो पूर्णब्रह्म परमात्मा ने श्रीकृष्ण रूप में पहुंच कर द्रौपदी की लाज रखी, जब राम और वानर सेना से समुद्र पर रामसेतु नहीं बन रहा था तो परमात्मा ने मुनिंद्र ऋषि रूप धर कर आशीर्वाद दिया, जब राम से रावण नहीं मर रहा था तब कबीर जी ने सूक्ष्म रुप बना कर राम के हाथ से रावण की नाभि में तीर मारा, जब मीरा बाई को उसके देवर ने विष पीने को कहा था तो उस विष को परमेश्वर ने अमृत बना दिया था, नानक जी को जिंदा बाबा बनकर मोक्ष मार्ग दिया, प्रह्लाद की रक्षा के लिए नरसिंह रूप धरा।
कबीर दुख में सुमिरन सब करे सुख में करे न कोई।
जो सुख सुमिरन करें तो दुख काहे को होय।।
कबीर सुख में सुमिरन किया नहीं दुख में करते याद।
कहे कबीर ता दास की अब कौन सुने फरियाद।।
पवित्र श्रीमद भगवद गीता, पवित्र वेद और पवित्र कुरान शरीफ में बताया गया है की भक्ति के पूर्ण लाभ लेने के लिए तत्वदर्शी संत की शरण में जाकर भक्ति करनी चाहिए। तत्वदर्शी संत द्वारा बताई गई भक्ति साधना करने से भक्ति के अद्भुत लाभों को प्राप्त किया जा सकता है। पूर्ण संत से दीक्षा लेकर सत्य भक्ति साधना करने वाले साधक को लाइलाज बीमारी से निजात, संतान प्राप्ति, धन प्राप्ति, मानसिक शांति और परमात्मा के साक्षात्कार जैसे कई अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं। तत्वदर्शी संत से दीक्षा लिए हुए साधक को कैंसर तो क्या कैंसर के बाप का भी डर नहीं होता क्योंकि उस साधक के पास “सतगुरु का नाम” रूपी औषधि होती है जिससे कोरोना महामारी जैसी भयंकर बीमारी भी छूमंतर हो जाती है।
इस विडियो को देखने वाले विश्व के सभी भाइयों और बहनों से प्रार्थना है की वर्तमान समय में एकमात्र पूर्ण सतगुरु जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण ब्रह्म कबीर साहेब जी का अवतार लेकर धरती पर विराजमान हैं उनके द्वारा बताए जा रहे आध्यात्मिक ज्ञान को समझें , फिर नाम दीक्षा लें और सतभक्ति करते हुए सदैव सुरक्षित व सुखी जीवन जिएं।