जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुए आतंकी हमले से दहशत में लोग

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुए आतंकी हमले से दहशत में लोग

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में पेट्रोलिंग कर रहे सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया,जिस कारण एक जवान शहीद हो गया।जानकारी के मुताबिक इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार उस टीम के लीडर थे,जो उस इलाके में तैनात थी। जब वह टीम को दिशा निर्देश दे रहे थे, तो अचानक आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया।जिससे वह गंभीर रूप में घायल हो गए। लेकिन उसके बाद उन्हें शहीद घोषित कर दिया गया।

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुआ हमला 

खबर के मुताबिक यह घटना उधमपुर के डुडु तहसील के चिल की है। जिसमें रविवार में दोपहर के समय आतंकियों ने हमला कर दिया था।जिस कारण 

सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पहले घायल होने की खबर आई थी। उसके बाद में उन्हें शहीद घोषित कर दिया गया।

आपको बता दें कि शाहिद इंस्पेक्टर का नाम कुलदीप कुमार था,जो हरियाणा के रहने वाले थे।जिस इलाके में ये पूरी घटना हुई ,वह इलाका डुडु से लगभग 7.5 किलोमीटर दूर पड़ता है।

जवानों ने की घेराबंदी

सीआरपीएफ के जवान शहीद होने के बाद उस पूरे इलाके में घेराबंदी कर ली गई। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को तलाशना शुरू कर दिया है, जिस कारण मुठभेड़ का काम अभी जारी है। सीआरपीएफ और एसओजी मिलकर उधमपुर के डूडू इलाके में करवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि यह इलाका जंगली इलाका है, यहां पर सेना को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

मक्के के खेत में छुप कर बैठे थे आतंकी

खबर के मुताबिक आतंकी मकई के खेत में छुपकर बैठे हुए थे । जब सुरक्षाबल गस्त लगाने का कार्य कर रहे थे , तब छुपकर बैठे आतंकियों ने घात लगा कर उन पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि जम्मू के इस इलाके में कुछ सालों से कोई भी आतंकी गतिविधि नहीं देखी गई थी। लेकिन 19अगस्त को हुए अचानक हमले से दहशत पैदा हो गई।

पहले भी हो चुकी हैं मुड़भेड़

पहले भी 6 अगस्त को आतंकियों और सुरक्षाबल के बीच मुड़भेड़ हो चुकी है। जिसमें देर रात तक आतंकियों को मार गिराने के लिए सेना सर्च एंड डिस्ट्रॉय मिशन में लगी थी।

इसके बाद स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले आतंकी हमला हुआ था। जिस कारण सेना के कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए थे। तथा एक नागरिक भी घायल हुआ था। हालांकि आतंकवादियों के घात लगाने और आतंकी हमलों को रोकने के प्रयास को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्र शासित प्रदेशों की सुरक्षा को लेकर बैठक की थी। उसमें सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी भी शामिल थे तथा यह मीटिंग दिल्ली के साउथ ब्लॉक में हुई थी।

चुनाव से पूर्व हुईं यह घटना

 20 अगस्त को जम्मू कश्मीर में चुनाव के अवश्य कार्य प्रारंभ होने हैं, जिससे एक दिन पहले ही आतंकी हमला हो गया।आपको बता दें कि प्रदेश में 18 सितंबर को 3 फेज में 25 सितंबर एवं 1 अक्टूबर को वोट डलने हैं। जिसकी 20 अगस्त को सूचना जारी की जाएगी।

सीआरपीएफ ने शहीद हुए इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार की वीरता को नमन किया।

मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले व्यक्ति को स्वर्ग की प्राप्ति होती है

सैनिक शूरवीर होता है ,क्योंकि वह पिछले जन्मों का पुण्यकर्मी प्राणी होता है।जिस कारण वह अपने प्राणों की चिंता न करके अपने जीवन को देश के प्रति समर्पित कर देता है। पिछली भक्ति के कारण ही ऐसी कसक बन सकती हैं जो एक सैनिक में आसानी से देखी जा सकती है।

 उसके बाद वह स्वर्ग को प्राप्त होते हैं, किन्तु स्वर्ग का समय भी सीमित है। वहां गए व्यक्ति को भी कुछ समय बाद उसके पुण्य खत्म होने के उपरांत वापस पृथ्वी लोक पर पटक दिया जाता है।साथ ही वह प्राणी चौरासी लाख योनियों में कष्ट उठाता है। इसका कारण यह है कि उसने मानव शरीर रहते भक्ति नहीं की था।अगर की भी तो वह शास्त्र अनुकूल नहीं की।

वर्तमान में कौन है शास्त्रानुकूल साधना बताने वाला संत 

वर्तमान समय में शास्त्रों की सही जानकारी संत रामपाल जी महाराज जी ही बता रहें हैं। उनसे दीक्षा लेकर मनुष्य अपने जीवन को खुशहाल कर सकता है। उनके बताए मार्ग पर चलकर ही व्यक्ति पूर्ण मोक्ष प्राप्त कर सकता है। इतना ही नहीं संत रामपाल जी महाराज जी के समाज सुधारक कार्यों की चर्चा देश दुनिया में चर्चित रहती हैं। 

संत रामपाल जी महाराज जी ने देश को भ्रष्टाचार मुक्त, दहेज मुक्त , नशामुक्त बनाने का संकल्प लिया है, जिसका असर समाज पर देखा जा सकता है।आए दिन लोग संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर तथा उनकी मर्यादा में रहकर भक्ति कर रहें हैं।साथ ही समाज समाज में फैली बुराइयों को भी जड़ से खत्म करने में आगे आ रहे हैं।अधिक जानकारी हेतु यूट्यूब चैनल संत रामपाल जी महाराज पर सर्च करें।

FAQs 

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुए आतंकी हमले में कितने जवान शहीद हुए?

जम्मू कश्मीर के उधमपुर में हुए आतंकी हमले में 1 जवान शहीद हुआ।

उधमपुर में शहीद होने वाले सैनिक का क्या नाम था?

उधमपुर में शहीद होने वाले सैनिक का नाम कुलदीप कुमार था।

जिस इलाके में ये पूरी घटना हुई ,वह इलाका डुडु से कितनी दूरी पर है?

वह इलाका डूडू से लगभग 7.5 किलोमीटर दूर पड़ता है।

वर्तमान में हमारे पवित्र शास्त्रों के अनुसार भक्ति कौन बता रहा है?

वर्तमान में केवल संत रामपाल जी महाराज ही हमारे पवित्र शास्त्रों के अनुसार भक्ति बता रहे हैं।

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